Brain Activation: जाने हम अपने मस्तिष्क के हर हिस्से को सक्रीय कैसे कर सकते हैं

मनुष्य का दिमाग एक अद्भुत रचना है जिसके लिए यह कहा जाता है की मनुष्य का दिमाग दो हिस्सों में बंटा हुआ है और इसी के साथ मनुष्य कभी भी अपने पूरे दिमाग का इस्तेमाल नहीं कर सकता है।

मनुष्य के मस्तिष्क के ये दोनों ही भाग स्वतंत्र तरीके से काम करते है। इसी के साथ दिमाग के ये दोनों हिस्से 200 मिलियन नर्व फाइबर्स के माध्यम से जुड़े होते है। इन्हे कारपस केलोसम कहा जाता है।

मस्तिष्क के दोनों हिस्सों को अलग अलग गतिविधियों में इस्तेमाल किया जाता है। वैसे इस मस्तिष्क का मुख्य काम होता है की एक भाग का दूसरे भाग से सूचनाओं का कहना और बताना की वो क्या कर रहा है।

वैसे मस्तिष्क के दोनों हिस्से इतने सक्रीय नहीं होते है उन्हें एक्टिवेट करना होता है। इस लेख में पढ़ें की किस तरह दोनों हिस्से सक्रीय किये जा सकते और साथ ही उनसे क्या फायदे होते है। पढ़े इस लेख में Brain Activation.

Brain Activation: ब्रेन एक्टिवेशन की प्रक्रिया के बारे में जानें विस्तार से

Brain Activation

क्या होता ब्रेन एक्टिवेशन?

  • दिमाग दो हिस्सों में विभाजित है एक राइट ब्रेन और दूसरा लेफ्ट ब्रेन।
  • इन दोनों दिमाग के हिस्सों के जोड़ को Midbrain Activation और इंटर ब्रेन कहा जाता है।
  • ज़्यादातर लोग सिर्फ अपने लेफ्ट ब्रेन का इस्तेमाल करते है क्योंकि राइट ब्रेन का सिर्फ नाम मात्र ही उपयोग हो पाता है।
  • ऐसा व्यक्ति जो काफी टैलेंटेड है और काफी ज्यादा इंटेलीजेंट है वो भी अपनी पूरी ज़िन्दगी में सिर्फ अपने दिमाग का एक छोटा सा टुकड़ा ही इस्तेमाल कर पाता है।
  • अगर दिमाग के दोनों हिस्से के बीच के भाग को सक्रीय कर लिया जाए तो मनुष्य ऑल राउंडर हो जाता है।
  • ध्यान और विज्ञान दोनों के संजोग से दोनों दिमाग को सक्रीय किया जा सकता है।
  • ये ब्रेन एक्टिव होने से मैमोरी, कंसेंट्रेशन, विजुलाईजेशन, इमेजिनेशन, क्रिएटिविटी और जल्दी पढ़ने की कला आदि में काफी ज्यादा वृद्धि होती है।
  • मनुष्य का लेफ्ट ब्रेन – लॉजिक, एनालिसिस, सिक्वेंसिंग, लीनियर, मैथमेटिक्स, लैंग्वेज, फैक्ट्स, वर्ड्स, सांग्स, और सभी प्रकार के कम्प्यूटेशन का काम करता है।
  • मनुष्य का Right Brain Activation – क्रिएटिविटी, इमेजिनेशन, इंटुइशन, आर्ट, रदम, अन्य नॉन वर्बल, फीलिंग्स, विसुअलिसशन, डे ड्रीमिंग आदि चीज़ो के लिए जवाबदार होता है।  

ब्रेन एक्टिवेशन के फायदे

  • यह मानसिक तौर पर विचारों में स्पष्टता लाने में मदद करता है।
  • इससे अलग अलग प्रकार से सोच पाते है और मन को शांत रख पाते है।
  • अपने आप को इससे कही प्रभावी बनाया जा सकता है जिससे सिर्फ किसी के सर पर हाथ रखने से ही सामने वाले के दुखो और रोगो को समझ कर इलाज किया जा सकता है।   
  • ब्रेन एक्टिवेशन के बाद विकास में काफी मदद मिलती है और सोचने समझने की शक्ति बढ़ती है।
  • ब्रेन एक्टिवेशन के बाद मनुष्य के अंदर एकाग्रता की शक्ति बढ़ जाती है।
  • इससे मनुष्य के अंदर किसी भी चीज़ को सूंघकर और छूकर उसे पहचाने की शक्ति आ जाती है।
  • एक बार ब्रेन सक्रीय हो जाता है तो उसके बाद मनुष्य की जीवनशैली बदल जाती है।
  • इससे मनुष्य का आई क्यू लेवल भी काफी ज्यादा बढ़ जाता है।
  • इसी के साथ ग्रहण शक्ति भी बढ़ती है।
  • ब्रेन एक्टिवेशन के बाद मनुष्य के अंदर आत्मविश्वास भी बढ़ जाता है।
  • इस के अलावा यह मनुष्य के अंदर क्रिएटिविटी को भी बढ़ाता है।
  • जब एक बार मनुष्य का ब्रेन पूरी तरह से एक्टिवेट हो जाता है तो यद्दाश्त भी बढ़ती है।
  • इसके साथ ही विश्लेषण क्षमता तथा निर्णय लेने की क्षमता का भी विकास होता है।
  • इसी के साथ गुस्से पर और अपनी आदतों पर कंट्रोल किया जा सकता है।

How to Activate Midbrain: अपने पुरे ब्रेन को किस तरह एक्टिवेट करे

शांति और स्थिरता बनाए रखे

  • अपने दिमाग के दोनों हिस्सों के बीच में तालमेल बिठाना इसके लिए जरुरी है।
  • अपने आप को शांत और स्थिर रखने पर दिमाग अपने दोनों हिस्सों को जोड़ता है।
  • इस वजह से आसानी से किसी भी चीज़ को सीखा जा सकता है।
  • यह मनुष्य की सीखने की शक्ति को बढ़ाता है।

सिल्वा ध्यान करे

  • सिल्वा ध्यान इसमें जो लोग जिस हाथ से ज्यादा काम करते है उनका उस साइड का ब्रेन ज्यादा काम करता है।
  • उस साइड का चेतन मन एकाग्रता प्रदान करता है।
  • लेकिन अगर व्यक्ति अपने दोनों हाथों और बॉडी के दोनों तरफ के पार्ट्स को बराबरी से इस्तेमाल करता है।
  • तो यह दिमाग के दोनों हिस्सों को सक्रिय कर देता है। यह एक तरह से Brain Exercises होती है।

प्राणायाम करें

  • प्राणायाम करते समय दोनों नाक का सामान्य रूप से इस्तेमाल किया जाता है।
  • जिस वजह से दिमाग के दोनों हिस्सों में प्राणवायु का फ्लो बना रहता है।
  • इस कारण दिमाग के दोनों हिस्सों का बराबर Brain Development होता है।
  • प्राणायाम में अनुलोम-विलोम, सूर्यभेदि प्राणायाम, भ्रामरी प्राणायाम एवं उज्जयी प्राणायाम करना चाहिए।
  • ये सभी प्राणायाम मस्तिष्क को सक्रिय करने में मददगार होते है और इससे ब्रेन एक्टिवेट हो जाता है।

ध्यान जरूर करें

  • अपने दोनों तरफ के दिमाग को सक्रीय और उसके बीच तालमेल के लिए ध्यान करना फायदेमंद होता है।
  • ध्यान करने से दोनों तरफ के दिमाग का विकास अच्छी तरह होता है।
  • इससे तनाव पैदा करने वाले हॉर्मोन्स कम होते है।
  • इसी के साथ मेलाटोनीन, सायटोसीन, डोपामीन और ऑक्सीटोसिन के होर्मोनस बढ़ते है।
  • जिससे मनुष्य के अंदर क्रियाशीलता, नूतन विचार, समस्याओं का हल, प्रेमभाव, समझने की शक्ति, कार्य करने की इच्छा आदि जैसी इच्छाएं उत्पन्न होती है।

ऊपर दिए इस लेख में अपने जाना की किस तरह से मनुष्य अपने दिमाग के दोनों हिस्सों को सक्रीय कर सकता है और साथ ही इसके सक्रीय होने के बाद किस तरह के फायदे मिलते है। ब्रेन एक्टिवेशन एक तरह से मनुष्य की तीसरी आंख के तौर पर काम करता है इसमें सभी इन्द्रिय एक साथ मिलकर काम करती है। यह मनुष्य को एक सफल व्यक्ति बनाने के साथ साथ कभी प्रभावशाली भी बनाता है।

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