Chemotherapy in Hindi: कैंसर के उपचार में सहायक कीमोथेरपी

कैंसर को आमतौर पर एक असाध्य बीमारी के तौर पर जाना जाता है। इसके उपचार के लिए कई प्रकार की तकनीकों का निर्माण किया जा रहा है ताकि कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी से छुटकारा पाया जा सके।

कैंसर का उपचार समय पर न होने से व्यक्ति की मौत भी हो जाती है इसलिए इसका उपचार करने और उससे निजात पाने के लिए वैज्ञानिकों ने एक तकनीक बनायीं है जिसे कीमोथेरेपी कहते है।

कीमोथेरेपी को रसोचिकित्सा, रसायन चिकित्सा आदि नामो से भी जाना जाता है। औषधीय उपचार के रूप में कीमोथेरेपी कार्य करता है जिसके द्वारा कैंसर की कोशिकाओं को नष्ट किया जाता है। इससे कैंसर में वृद्धि नहीं हो पाती है।

व्यक्ति में कैंसर किस प्रकार का है इसे जानने के बाद कीमोथेरेपी द्वारा उपचार किया जाता है। कीमोथेरेपी के बारे में जानकारी होना आवश्यक होता है इसके लिए पढ़ें Chemotherapy in Hindi.

Chemotherapy in Hindi: कैसे करती है कार्य, इसके फायदे, उद्देश्य और नुकसान

Chemotherapy in Hindi

कीमोथेरेपी से होने वाले लाभ

  • कीमोथेरेपी के द्वारा कैंसर सेल को नष्ट कर दिया जाता है ।
  • कैंसर के सेल्स शरीर के हिस्सों में तेजी से फैलते है। कीमोथेरेपी शरीर के अन्य हिस्सों में कैंसर सेल्स को फैलने से रोकने में सहायता करती है।
  • कीमोथेरेपी दोबारा से होने वाले कैंसर के खतरे को कम करती है।
  • यह कैंसर के विकास को धीमा करके उसे नियंत्रित करती है।
  • कीमोथेरेपी सर्जरी से पूर्व कैंसर के आकार को छोटा करने में भी मदद करती है।
  • अन्य उपचारों के साथ कीमोथेरेपी का प्रयोग किया जाता है।
  • यह कैंसर की वजह से होने वाले लक्षणों को कम करती है।
  • शल्य चिकित्सा या विकिरण उपचार से पहले ट्यूमर को कम करने के लिए कीमोथेरेपी का उपयोग किया जाता है

किस तरह कीमोथेरेपी करता है कार्य?

कीमोथेरेपी द्वारा उपचार करने के कई तरीकों का इस्तेमाल किया जाता है।

  • मुँह के द्वारा गोली या फिर द्रव के रूप में दिया जाता है।
  • ड्रिप की सहायता से शरीर में प्रवेश कराया जाता है।
  • एक छोटे से पंप के द्वारा भी शरीर के भीतर पहुंचाया जाता है।
  • कीमोथेरेपी में उन कोशिकाओं को ख़त्म करने का प्रयास किया जाता है जो बढ़ने के साथ साथ विभाजित होती जाती है।

केमोथेरेपी का उद्देश्य

मोनोथेरापी

  • कैंसर कोशिकाओं के विकास को रोकने के लिए सिर्फ कीमोथेरेपी का उपयोग किया जा सकता है।
  • इस प्रक्रिया को मोनोथेरापी भी कहा जाता है।

संयोजन उपचार

  • कैंसर कोशिकाओं के विकास के इलाज के लिए अन्य चिकित्सा के साथ कीमोथेरेपी का प्रदर्शन किया जाता है जैसे रेडियो चिकित्सा और सर्जरी।

विकास को कम करना

  • इस तरह का उपचार तब किया जाता है जब कैंसर अपने अंतिम चरण में होता है।

रोकथाम

  • कीमोथेरेपी तब कार्य करती है जब शरीर से ट्यूमर को पूर्ण रूप से बाहर निकाल दिया जाता है।

केमोथेरेपी के उपयोग

  • केमोथेरेपी अक्सर सर्जरी या विकिरण चिकित्सा के बाद दिए गए एक सहायक उपचार के रूप में प्रयोग किया जाता है ताकि किसी भी कैंसर के कोशिकाओं को नष्ट कर सके।
  • ट्यूमर को सिकुड़ने के लिए सर्जरी या रेडियेशन थेरेपी से पहले दिए गए neoadjuvant थेरेपी के रूप में इसका इस्तेमाल भी किया जा सकता है।
  • रक्त कैंसर या लिम्फ प्रणाली के कैंसर, जैसे कि ल्यूकेमिया और लिंफोमा के मामलों में, केमोथेरेपी एकमात्र इलाज हो सकता है।
  • विभिन्न प्रकार की कीमोथेरेपी दवाओं का उपयोग विभिन्न प्रकार के कैंसर के इलाज के लिए किया जाता है।

कीमोथेरेपी के नुकसान

कीमोथेरेपी कैंसर के लिए उपयोगी तो होता हीं है साथ ही इसके कुछ नुकसान भी हैं जिसे जानना ज़रुरी है।

रोग प्रतिरोधक क्षमता में कमी

  • केमोथेरेपी के कारण व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है। जिसके कारण शरीर अन्य बीमारियों से लड़ नहीं पाता है।

गंजेपन की स्थिति

  • केमोथेरेपी करने के बाद कई लोगो के बाल झड़ने शुरू हो जाते है जिसके कारण गंजेपन की समस्या उत्पन्न हो जाती है। यह समस्या मुख्य रूप से लोगो में देखी जाती है।

गर्भवती महिला को हानि

  • गर्भवती महिला के लिए भी केमोथेरेपी हानिकारक होती है। गर्भ के दौरान केमोथेरेपी करने से शिशु को खतरा होता है साथ ही गर्भ के समाप्त होने की सम्भावनाये भी अधिक होती है। इसलिए गर्भावस्था के समय इस उपचार में सावधानी रखने की आवश्यकता होती है।

बांझपन की समस्या

साइड इफेक्ट

  • केमोथेरेपी से कई साइड इफेक्ट भी होते है जैसे मस्क्युलोस्केलेटल, कंस्टीट्यूशनल, गैस, आँतों की समस्या आदि ।

अन्य समस्याएं

  • रोगी में भूख ना लगना, कब्ज़, दस्त, मतली और उलटी जैसी समस्याएं भी देखने को मिलती है।
  • थकान के साथ साथ बुखार की परेशानी भी आ सकती है।
  • मुंह के गंभीर रूप से छाले भी हो जाते है।

कीमोथेरेपी के बारे में अन्य जानकारी

  • कीमोथेरेपी रोगी को उसके कैंसर की स्थिति के अनुसार दी जाती है। यह प्रतिदिन भी हो सकती है या फिर साप्ताहिक भी, प्रत्येक दो-तीन सप्ताह पर या फिर लगातार भी हो सकती है।
  • कैंसर के लिए कीमोथेरेपी एक असरकारी उपाय होता है परन्तु उपचार के बाद भी कैंसर के दोबारा होने की सम्भावनाये बनी रहती है।
  • कुछ लोगो को एक बार में कीमोथेरेपी का असर नहीं होता है ऐसे लोगो को कुछ समय के अंतराल में इसे दोबारा लेना पड़ता है।
  • कीमोथेरेपी का उपचार बहुत सस्ता नहीं होता है। यह मध्यम वर्ग या निम्न मध्यम वर्ग परिवार की जेब के लिए उपयुक्त नहीं है।
  • कीमोथेरेपी के दौरान रोगी को लम्बे समय तक बैठा या फिर लेटा रहना पड़ता है इसलिए आरामदायक कपड़ो का चुनाव करे।
  • कीमोथेरेपी उपचार के दौरान तरल पदार्थों का ज्यादा उपयोग करना चाहिए। शराब के सेवन से दूर रहना चाहिए।

इस तरह आप कीमोथेरेपी के बारे में पूरी तरह से जानकारी लेने के बाद ही इसका उपचार कराये। कीमोथेरेपी को करने से पहले अपने डॉक्टर से ज़रूर परामर्श ले ले। कीमोथेरेपी के बाद व्यायाम को नियमित रूप से करे। इससे भी शरीर को लाभ मिलेगा।

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