अब एशियाई पौधे के अर्क से हो सकता है एचआईवी का इलाज

एचआईवी एक संक्रामक बीमारी है जिसे ह्यूमन इम्यून डिफिशंसी वाइरस के नाम से जाना जाता है| यह बीमारी हमारे इम्यून सिस्टम को प्रभावित करती है। बहुत से लोग इस बीमारी को एड्स समझ लेते है| लेकिन यह एड्स नहीं है, यह उसका प्राथमिक स्तर है| एड्स को एक्वायर्ड इम्यूनोडिफिशिएंसी सिंड्रोम कहा जाता है|

एचआईवी का उपचार करवाने से बेहतर होता है की इसकी रोकथाम की जाए| क्योकि यह एक जानलेवा बीमारी है इसलिए इसकी गिरफ्त में आने से अच्छा आप इसके लक्षणों की जानकारी रखे ताकि शुरुवात में ही आप इसका इलाज करवा सके|

यदि आपको एचआईवी संक्रमण हो जाता है तो आप इसके कुछ आरंभिक लक्षण अपने अंदर देख सकते है| इन लक्षणों को जानकर आप आसानी से इसका निदान कर सकते है|

अक्सर यह देखा गया है की बहुत से लोग एचआईवी टेस्ट करवाने को लेकर काफी शरमाते हैं। पर यदि आप टेंशन फ्री लाइफ चाहते है तो इसे लेकर हिचके नहीं| हालांकि आज के समय में तो एचआईवी जांचने के कई तरीके सामने आये है| सरकारी स्वास्थ केन्द्र में भी एचआईवी की जांच आप करा सकते है| यहाँ आपके मरीज के रिकॉर्ड को भी पूरी तरह से गोपनीय रखा जाता है|

HIV Cure के लिए इसके लक्षणों तथा उपचार के बारे में जाने

Asian plant extract may help treat HIV

एचआईवी के शुरुआती लक्षण

  • एचआईवी होने पर थकान आप पर हावी होने लगती है| आपको मांसपेशियों, जोड़ों और सर में दर्द रहने लगता है|
  • आप अपने वजन में अचानक बदलाव महसूस करेंगे| आपका वजन तेजी से कम होगा|
  • सूखी खांसी भी एचआईवी का लक्षण है। इसमें खांसी सुधरने के बजाय स्थिति बदतर होती जाती है|
  • आपके नाखुनो पर भी इसका असर दिखने लगता है| या तो नाख़ून टूटने लगते हैं या फिर इसका रंग भी बदलने लगता है|

एशियाई पौधे द्वारा एचआईवी का उपचार

एशिया में एक औषधीय पौधा पाया जाता है, जिसका इस्तेमाल आर्थराइटिस का परंपरागत रूप से इलाज करने के लिए किया जाता है| इस पौधे में एक प्रभावशाली एचआईवी-रोधी यौगिक भी मौजूद है| वैज्ञानिको का कहना है कि यह एचआईवी ऐड्स की रोकथाम और उपचार के लिए इस्तेमाल की जाने वाली दवा एजिडोथिमाइडीन (एटीजेड) से भी अधिक पावरफुल है|

औषधीय पादप जस्टीसिया से निकलने वाले यौगिक पेटेंटीफ्लोरीन ए को 4500 से ज्यादा पौधों के अर्क के एचआईवी वायरस के विरद्ध उनके प्रभाव के विश्लेषण में पहचाना गया|

10 साल से अधिक समय पहले ही अमेरिका के शिकागो में यूनिवसर्टिी ऑफ इलिनोइस में डोएल सोएजार्टो नाम के प्रोफ़ेसर ने वियतनाम के हनोई में सीयूसी फुआंग नेशनल पार्क में पौधे की पत्तियों, तनों और जड़ों से अर्क निकाला था|

आपको बता दे की अनुसंधानकर्ताओं ने एचआईवी सहित टीबी, मलेरिया और कैंसर की रोकथाम के लिए भी नई दवाओं की खोज करने के तहत हजारों अन्य पौधों के अर्क का विश्लेषण किया था|

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