Causes of Weight Gain in Children: बच्चों में वजन बढ़ने के कारण क्या है?

यदि आपके बच्चे का वजन उसकी लंबाई से थोड़ा भी अधिक है तो आने वाले समय में आपके बच्चे कि मोटापे से ग्रस्त होने की संभावना अधिक बढ़ जाती है|

आधुनिक जीवनशैली और बदलते खानपान के चलते बच्‍चे तेजी से मोटापे के गिरफ्त में आ रहे है| और आज जिस गति से बच्चों में मोटापा बढ़ रहा है, उसे देखते हुए हम अन्दाजा लगा सकते है कि यदि इसे समय पर कंट्रोल नहीं किया गया तो यह बच्चों में अनेकों बिमारियों को पैदा कर सकता है।

कई पेरेंट्स को लगता है कि उनके बच्चों में मोटापे का कारण उनका जीन्स होता है, जो कि सही नहीं है। एक शोध में जरूर कहा गया है कि बच्चों में मोटापे की वजह जीन्स और हार्मोंस हैं| किन्तु वजन बढ़ने के पीछे केवल एक कारण जिम्मेदार नहीं है|

आज के लेख में हम आपको Causes of Weight Gain in Children के बारे में बता रहे है| इसके अतिरिक्त लंबाई और वजन की जानकारी के लिए आप अपने बच्चे का बीएमआई यानी बॉडी मॉस इंडेक्‍स पता करे|

Causes of Weight Gain in Children: इन कारणों से बढ़ता है बच्चों का वजन

Causes of Weight Gain in Children

खानपान की गलत आदते

  • खानपान की गलत आदतों से बच्चो में मुख्य तौर पर मोटापा बढ़ने लगता है|
  • क्योंकि आजकल के बच्चो को घर का बना कुछ नहीं भाता, उन्हें केवल बाहर की चीज़े अच्छी लगती है|
  • बाहर मिलने वाले स्नैक्स, फास्टफूड, जंक फूड, ड्रिंक्स आदि में बहुत ज्यादा मात्रा में कैलोरी होती है जो की मोटापे को बढाती है|
  • यूनिवर्सिटी ऑफ मिशिगन में हुए एक अध्ययन में यह साबित हुआ है कि जो बच्चें बाहर का खाना ज्यादा खाते है उनमे से 30% बच्चें मोटापे से ग्रसित होते है।
  • इसी के साथ इस अध्ययन में यह भी पाया गया है कि बच्चे फ़ास्ट फ़ूड आदि का ज्यादा सेवन करते है वो मोटापे का शिकार जल्दी होते है।

बहुत ज्यादा टीवी देखना

  • कुछ बच्चो को टीवी देखने और ऑनलाइन वीडियो गेम खेलने की बहुत लत लगी होती है|
  • एक सर्वे में यह साबित हो चूका है जो बच्चे रोज ढाई घंटे से ज्यादा टीवी देखते है वो दो घंटे टीवी देखने के वाले बच्चो के मुकाबले में ज्यादा मोटे होते है|
  • शोधकर्ताओं की माने तो है टीवी देखने से बच्‍चों में शारीरिक गतिविधिया कम हो जाती है जो मोटापा बढ़ाने में जिम्मेदार है|

सुबह का नाश्ता

  • छोटे बच्चे सुबह उठते ही कुछ भी खाने में नाटक करते है|
  • और यदि बच्चे सुबह कुछ नहीं खाते है तो वह बाद में दुगना खाना खा सकते है|
  • इस तरह भी मोटापे में वृद्धि होती है इसलिए बच्चो को सुबह का नाश्ता ज़रूर कराएं|

संपन्‍न परिवारों में जन्‍म लेना

  • आपने खुद ही गौर किया होगा कि गरीब परिवार के मुकाबले में संपन्‍न परिवारों में जन्‍म लेने वाले बच्चे ज्यादातर मोटापे के शिकार होते है|
  • शोध में साबित हुआ है की संपन्‍न परिवारों के बच्चो की हर जिद पूरी होती है|
  • वे बाजार में मिलने वाली चॉकलेट्स बहुत खाते है और तो और कोई काम भी नहीं करते है|
  • इस वजह से उनके शरीर पर अतिरिक्‍त चर्बी जम जाती है।

पढ़ाई में व्यस्तता

  • आजकल के बच्चो को पढ़ाई का ज्यादा की दबाव रहता है।
  • इस वजह से उनकी फिजिकल एक्टिविटी करने की इच्छा नहीं होती है।
  • ऐसे में दिनभर पढ़ाई के चक्कर में बच्चे कई बार भोजन करना भी स्किप कर देते है।
  • या फिर दूसरी प्रकार की चीज़े खाकर पेट भर लेते है।
  • बच्चो में पढ़ाई की व्यस्तता की वजह से खेलने का समय ही नहीं मिल पाता है।

गैजेट्स का इस्तेमाल

  • आज कल के बच्चो में यह ज्यादा देखा जा रहा है वो गैजेट्स का इस्तेमाल करते है।
  • अलग अलग प्रकार के गैजेट्स होने की वजह से उन का अधिकांश समय गैजेट्स के साथ निकल जाता है।
  • फॅमिली फाउंडेशन के द्वारा 2010 में किये गए एक अध्ययन में यह सामने आया है की 8 साल से 18 तक की उम्र वाले बच्चे अपना कीमती समय आई फोन या भी किसी अन्य प्रकार को गैजेट्स पर बर्बाद करते है।
  • इस वजह से उनकी फिजिकल एक्टिविटी कम हो जाती है।
  • इसी वजन से इसका सीधा असर बच्चो के वजन पर पड़ता है।

बढ़ते मोटापे के कारण बच्चों को हो रही ये बीमारियां

  • बच्चों की गलत खान पान की वजह से उन्हें कम उम्र में ही डायबिटीज जैसी खटक बीमारी हो सकती है।
  • अनियमित खानपान के कारण बच्चों ब्लड शुगर लेवल गड़बड़ा जाता है।
  • आज कल बच्चो में ब्लड प्रेशर की समस्या भी ज्यादा आम हो गयी है।
  • बच्चो में ब्लड प्रेशर कम ज्यादा होता रहता है। इसका अहम कारण फिजिकल एक्टिविटी का कम होना है।
  • खाने की ख़राब आदतों और दूसरी गतिविधियों के ना होने के कारण साँस की समस्या उत्पन्न हो जाती है।
  • अधिक समय तक दिन रात अलग अलग प्रकार के गैजेट्स का इस्तेमाल बच्चो में अनिंद्रा की समस्या को बढ़ावा देता है।
  • बच्चो में ज्यादा समय तक टीवी देखना और भोजन समय पर ना करना तनाव और चिड़चिड़ेपन को बढ़ा देता है।
  • अधिक समय तक टीवी या मोबाइल के इस्तेमाल का बुरा प्रभाव बच्चों की आँखों पर पड़ता है।
  • आजकल के बच्चे टीम में खेलना पसंद नहीं करते अकेले ज्यादा समय व्यतीत करते है जिस वजह से उन्हें डिप्रेशन की समस्या हो जाती है।  

ऐसे करे बच्चों के मोटापे को मैनेज

एक्सरसाइज करवाएं

  • बच्चों के मोटापे को कम करने के लिए उन्हें वर्कआउट करने के लिए प्रेरित करें।
  • अगर बच्चे को एक्सरसाइज करना पसंद न हो तो भी रोज़ाना थोड़ी देर रनिंग करवाएं या घर के सामान्य काम करवाए ताकि शरीर की मसल्स काम करती रहे।
  • इसकी जगह कोई हेल्थ क्लब ज्वाइन करवाए या फिर आउटडोर गेम्स खेलने को कहें।
  • चाहे तो बच्चों को वेट मैनेज प्रोग्राम ज्वाइन करवाएं।

हेल्दी डाइट

  • बच्चों को संतुलित भोजन का सेवन करवाएं।
  • नियमित भोजन में दाल, हरी सब्जियों के साथ ग्रीन सलाद और फलों को भी शामिल करें।
  • सुबह और शाम चाय की जगह दूध का सेवन करवाएं।
  • हाई कैलोरीज वाले फूड्स, स्नैक्स और चॉकलेट्स से उन्हें दूर रखें।

इस ऊपर दिए लेख में हमने बताया कि बच्चो में वेट किन कारणों की वजह से बढ़ता है। साथ ही इस बड़े हुए वेट की वजह से बच्चों को कौन-कौनसी बीमारी हो सकती है। और बच्चो को मोटापे से किस तरह डील करना चाहिए।

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