Cramps during Pregnancy: गर्भावस्था के दौरान होने वाली क्रैम्प्स की सामान्य परेशानी

माँ बनना दुनिया का सबसे बड़ा सुख होता है और इस सुख का एहसास हर स्त्री अपने जीवन में करना चाहती है। पर कहते है न कोई भी सुख इतनी आसनी से नही मिलता ऐसा ही होता है गर्भावस्था के दौरान इस समय स्त्री को एक नही बल्कि कई तरह की तकलीफ उठानी पड़ती है।

क्रेम्पिंग भी गर्भावस्था के समय होने वाली परेशानियों में से एक है जिसे हिंदी में ऐंठन या जकडन के नाम से भी जाना जाता है। ये ऐंठन आपको पैरो में, पेट में, पीठ में कहीं भी आ सकती है। जिसकी वजह से आपको गर्भावस्था के दौरान हल्का या बहुत तेज दर्द का अनुभव हो सकता है।

गर्भावस्था के समय महिलाओ को अपना अतिरिक्त ध्यान रखने की आवश्यकता होती है क्योंकि इस दौरान आप की जरा सी लापरवाही आपके गर्भ में पल रहे शिशु के लिए घातक सिद्ध हो सकती है। गर्भवस्था के दौरान महिलाओ के शरीर में बहुत से परिवर्तन होते है जो शारीरिक तो होते ही है साथ ही अंदरूनी भी होते है।

गर्भावस्था के समय बहुत बार हार्मोन्स भी असंतुलित होते रहते है जिसकी वजह से शरीर में ऐंठन कभी भी हो जाती है पर गर्भावस्था के समय अगर कभी भी महिला को ज्यादा तकलीफ हो रही हो तो उसे बिना देर किये हुए डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। ये माँ और शिशु दोनों के लिए बहुत ज़रूरी होता है। जानते है Cramps during Pregnancy.

Cramps during Pregnancy: जानिये गर्भावस्था के दौरान क्रम्पिंग की समस्या के लक्षण, कारण और इलाज

Cramps during Pregnancy गर्भावस्था के दौरान होने वाली क्रैम्प्स की सामान्य परेशानी

आइये जानते है Pregnancy Cramps के क्या लक्षण होते है और उसे कैसे कम किया जा सकता है साथ ही उसका उपचार कैसे किया जा सकता है और गर्भवती महिला को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए जिससे ऐंठन की समस्या ना हो –

Cramping early Pregnancy के लक्षण :

1. अचानक से पैरो में अत्यधिक तेज दर्द शुरू हो जाना ऐंठन का लक्षण होता है।

2. कमर में खिचाव या दर्द भी ऐंठन के कारण हो सकता है।

3. पेट में दर्द या नाभि के आस पास दर्द होना। पीठ में दर्द भी ऐंठन की वजह से हो सकता है।

4. नियमित रूप से गर्भावस्था के दौरान कब्ज की शिकायत बने रहना ऐंठन के कारण हो सकता है।

5. हल्का लोअर पेन होना ऐंठन के कारण हो सकता है पर अगर बहुत तेज लोअर पेन होता है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

ऐंठन होने के कारण :

1. गर्भावस्था के दौरान हार्मोन्स में परिवर्तन होने के कारण ऐंठन की समस्या होना आम बात है पर अगर ये बहुत ज्यादा हो रहा हो तो चिकित्सक से सलाह ज़रुर लेनी चाहिए।

2. गर्भावस्था के दौरान मांसपेशियों में आने वाली सुजन के कारण भी ऐंठन की समस्या हो जाती है।

3. गर्भावस्था के समय वजन बढने के कारण ऐंठन की परेशानी होती है।

4. गर्भावस्था के समय पैरो में सुजन बनी रहती है जिसकी वजह से भी ऐंठन की समस्या हो जाती है।

5. बहुत देर तक पैरो को क्रॉस करके बैठने से ऐंठन हो जाती है क्योंकि इस समय ब्लड सर्कुलेशन सही से नही हो पाता है।

6. गर्भावस्था के दौरान शरीर में कमजोरी होने के कारण ऐंठन हो जाती है।

7. गर्भावस्था के समय संतुलित भोजन न लेने से ऐंठन की समस्या हो सकती है।

8. कैल्शियम या आयरन की कमी के कारण भी पैरो में दर्द और ऐंठन की समस्या हो जाती है।

9. गर्भावस्था के समय रक्तचाप (ब्लड प्रेशर) के बहुत ज्यादा बढ़ने या घटने की वजह से ऐंठन की समस्या हो सकती है।

10. ज्यादा देर तक बैठे रहने से भी ऐंठन की समस्या हो जाती है।

आइये जानते है गर्भावस्था के समय अगर आपको ऐंठन की तकलीफ हो रही है तो उसका इलाज कैसे किया जा सकता है किस तरह ऐंठन को कम किया जा सकता है –

ऐंठन का इलाज :

1. गर्भावस्था के दौरान पानी की मात्रा शरीर में कम नही होना चाहिए गर्भवती महिला को पर्याप्त मात्रा में पानी पीना चाहिए जिससे शरीर में कब्ज की शिकायत नही होगी और इसके कारण ऐंठन की परेशानी का सामना भी कम करना पड़ेगा।

2. गर्भवती महिला को विटामिन और पोषक तत्वों से भरपूर आहार लेने की बहुत आवश्यकता होती है। इसलिए गर्भवती महिला को हरी सब्जियों का सेवन अधिक करना चाहिए जिससे शरीर में किसी तरह की कमी न हो साथ ही कमजोरी का सामना भी न करना पड़े।

3. गर्भवती महिला को बच्चे से सुरक्षित विकास के लिए कैल्शियम और आर्यन पर्याप्त मात्रा में लेना आवश्यक होता है, इसलिए गर्भवती महिला को दूध और दूध से बने हुए पदार्थ जैसे पनीर, दही, मावा आदि का सेवन करना चाहिए। बच्चे के मानसिक व शारीरिक विकास के लिए कैल्शियम की अत्यधिक आवश्यक है।

4. गर्भावस्था के दौरान सुबह की ताजी हवा में घूमना बहुत अच्छा रहता है गर्भवती महिला के लिए क्योंकि गर्भावस्था के समय वैसे ही महिलाओ में सांस फूलने की शिकायत रहती है ऐसे में अगर आप खुली हवा में बैठते है तो ये बहुत लाभप्रद होता है ।

5. गर्भावस्था के दौरान गर्भवती महिला को फलो का सेवन करना अत्यधिक लाभप्रद रहता है इससे उनके शरीर में सभी विटामिन्स की पूर्ति होती है।

6. यदि गर्भवती महिला संतुलित आहार लेती है तो इससे उसे कमजोरी का सामना नही करना पड़ता जिसकी वजह से ऐंठन की समस्या नही होती है।

7. गर्भावस्था के दौरान गर्भवती महिला को पैरो में आटी (क्रॉस) डालकर बैठना और लेटना नही चाहिए इससे आपको ऐठन की परेशानी का सामना नही करना पड़ेगा।

8. गर्भवती महिला को बैठते समय पीठ को टेका लगाकर बैठना चाहिए, इससे पीठ में दर्द का सामना नही करना पड़ेगा और ऐंठन की समस्या नही होगी।

9. पैरो की हल्के हाथों से मालिश करते रहना चाहिए इससे ब्लड सर्कुलेशन सही बना रहता है और पैरो में सुजन भी थोड़ी कम होती है जिससे ऐंठन की समस्या भी कम होगी।

10. गर्भवती महिला को प्रतिदिन थोड़ा थोड़ा व्यायाम करते रहना चाहिए इससे आपको ऐंठन की समस्या का सामना कम करना पड़ेगा।

गर्भावस्था के दौरान कई छोटी छोटी समस्याएं होती है जिनसे आपको घबराना नही चाहिए पर अगर आपको कुछ ज्यादा परेशानी या तकलीफ हो रही हो तो आपको डॉक्टर को तुरंत संपर्क करना चाहिए बिना किसी लापरवाही के क्योंकि गर्भवती महिला की हर तकलीफ उससे और उसके शिशु दोनों से जुड़ी हुई रहती है। इसलिए गर्भावस्था के दौरान अपना खास ख्याल रखने की आवश्यकता होती है।

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