वर्ल्ड हेपेटाइटिस डे पर जाने Hepatitis B Virus से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां

हर साल 28 जुलाई को वर्ल्ड हेपेटाइटिस डे मनाया जाता है। भारतीय स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक भारत दूसरा ऐसा देश है, जहां हेपेटाइटिस बी के रोगियों की संख्या बहुत अधिक है। इस सूचि में चीन पहले स्थान पर है।

आपको बता दें कि विश्व में हर पांच में से एक व्यक्ति किसी न किसी रूप में इसका शिकार होता है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने बताया है कि देश में वायरल हेपेटाइटिस बी एक गंभीर मसला है। आईएमए के अनुसार, दुनिया भर में लगभग 40 करोड़ लोग हेपेटाइटिस बी और सी से संक्रमित हैं। वहीं भारत में यह संख्या करीब 4 करोड़ के आसपास है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक हेपेटाइटिस-बी का इलाज और दवाएं दोनों मौजूद है। परन्तु यह तय नहीं हो पाया है कि कौन-सा इलाज और दवाएं अधिक असरकारी हो सकती है। उनके अनुसार, पिछले कुछ समय से हेपेटाइटिस-बी वायरस के लिए टीकाकरण की व्यवस्था की गई है, लेकिन उसके सकारात्मक प्रभाव अभी तक देखने को नहीं मिले हैI आइये जाने Hepatitis B virus से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां।

Hepatitis B virus: जानिए ये क्या है और इससे कैसे बचें

क्या है वायरल हेपेटाइटिस?

सामान्य शब्दों में लिवर में होने वाली सूजन को हेपेटाइटिस कहते है। इस बीमारी में 5 तरह के वायरस होते है, जो ए, बी, सी, डी और ई है। परन्तु हेपेटाइटिस बी वायरस सूजन उत्पन्न करता है। जो सबसे खतरनाक वायरस होता है।

इसका संचरण संक्रमित रक्त या शरीर के रक्त युक्त तरल पदार्थ के संपर्क में आने के कारण होता है। संचरण के संभावित रूपों में असुरक्षित यौन संपर्क, बिना लेवल वाला रक्त का उपयोग, दूषित सुइयों और सिरिंजों का दुबारा उपयोग और माँ से बच्चे को प्रसव के दौरान हेपेटाइटिस होने का खतरा ज्यादा होता हैं। यह वायरस HIV और N1H1 से भी अधिक तेजी से फैलता है।

जानिए हेपेटाइटिस को रोकने के उपाय 

हेपेटाइटिस से बचने के कई ऐसे तरीके है, जो बहुत सामान्य है। अगर हम इनका ध्यान रखें तो इस बीमारी से बचा जा सकता है।

टीका लगवाना अनिवार्य: हेपेटाइटिस ए और बी टीके बहुत असरदायक होते हैं। इन्हें अलग-अलग इंजेक्शन से लगाना चाहिएI अपने चिकित्सक से मशवरा करना और किसी भी संक्रमण के बचाव के लिए समय पर टीकाकरण करना लाभकारी होता है।

हाथ धोने की आदत डाले: ध्यान रहे कि घर का हर सदस्य बाथरूम जाने के बाद अपने हांथो को अच्छी तरह धोये। साथ ही खाना खाने से पहले ही हांथो को अच्छी तरह से धोना चाहिए या अन्य किसी भी प्रकार से यदि हाथ सक्रमित होते है तो हांथो को धो ले। ऐसा करने से किसी भी तरह का संक्रमण हमारे शरीर के अंदर नहीं पहुंचता है।

अन्य के रक्त संपर्क से बचें: रक्त का कोई भी संपर्क हेपेटाइटिस बी और सी को फैला सकता है। इस कारण यदि आप इसके संपर्क में आते हैं तो अच्छी तरह से हाथ धो लें रखें, किसी भी अन्य व्यक्ति के रक्त से सीधे संपर्क में आने से बचें।

टैटू से रहें सावधान: ध्यान रहे कि आप जब भी किसी से टेटू गुदवाते है तो किसी लाइसेंसधारी पेशेवर द्वारा ही टैटू गुदवाएं, क्योंकि सुइयों और टैटू से हेपेटाइटिस होने का खतरा रहता है।

यह भी जाने

  • आपको बता दे की हर साल 33% असुरक्षित इंजेक्शन हेपेटाइटिस बी के 2.7 करोड़ मरीजों को बढ़ाते है।
  • 800 करोड़ इंजेक्शन ऐसे होते है जो की अकारण ही मरीजों को लगा दिए जाते है। जिनमें से 70% तो डॉक्टर तक पर्ची में लिखकर भी नहीं देते है।
  • 40 प्रतिशत से ज्यादा सिरिंज का इस्तेमाल वैश्विक तौर पर उनका होता है जो पहले से अनुपयोगी होती है।
  • हर साल 42% असुरक्षित इंजेक्शन से 20 लाख लोगो को हेपेटाइटिस सी का मरीज बना रहे है।
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