Herbal Poultice: हर्ब पुल्टिस क्या है? जाने इस प्रक्रिया से कैसे किया जाता है उपचार

पुल्टिस लगाना एक एसी पद्धति है जो कि प्राचीन काल से चली आ रही है। यह एक असरकारी घरेलु चिकित्सा प्रक्रिया है जो पुराने जमाने में बहुत ज्यादा प्रचलित थी और आज के जमाने में भी इसका उपयोग किया जाता है ।

इस पद्धति में हर्ब को पीस कर या फिर लेप बनाकर त्वचा पर प्रयोग किया जाता है, जिससे कि कई रोगों से निजात दिलाने में मदद मिल जाती है। इस प्रक्रिया के अंतर्गत अलग अलग प्रकार की समस्याओं से राहत पाने हेतु अलग अलग पोटली काम में ली जाती है।

इस प्रक्रिया में हर्ब कि एक पोटली तैयार कि जाती है। इसे जड़ी बूटियों से तैयार पुल्टिस द्वारा ही शरीर कि मालिश कि जाती है। पुल्टिस को चिकनी मिट्टी, हर्ब्स, चारकोल या फिर अन्य लाभकारी पदार्थ को पीस कर अथवा कपड़े में रखकर बनाया जाता है।

इलाज के लिए इस्तेमाल किये जाने वाले पुल्टिस को त्वचा पर रखा जाता है। ऐसा करने से मांसपेशियों की अकडन, जोड़ों में दर्द, वात में होने वाले दर्द आदि समस्याओं से राहत मिल जाती है। आइये आज के इस लेख में Herbal Poultice प्रक्रिया के बारे में जानते हैं विस्तार से।

Herbal Poultice: जानिए किन किन रोगों में है सहायक होती है यह उपचार विधि

Herbal Poultice

हर्ब पुल्टिस क्या है: What is Herbal Poultice?

हर्ब पुल्टिस एक बहुत ही अच्छा और असरकारी तरीका होता है कई घातक रोगों को दूर करने का।
इस विधि में हर्ब की एक पोटली बनायीं जाती है और पोटली में कई प्रकार की चीजों का उपयोग किया जाता है। जिससे शरीर को लाभ मिल सके।
पोटली को अलग अलग प्रकार की जड़ी बूटियों से भरा जाता है और फिर शरीर के उस स्थान पर रखा जाता है जहाँ दर्द या फिर सूजन हो।
इसकी सेंक से दर्द और सूजन जैसी समस्याएं दूर हो जाती है।

कैसे बनाये हर्ब पुल्टिस?

जैसे की आपको बताया है की इसके लिए एक पोटली तैयार की जाती है जिसमे कई प्रकार की जड़ी बूटियां रहती है तो आइये जानते है इसे आप किस प्रकार बना सकते है।

आवश्यक सामग्री

  • एक्टिवेटेड चारकोल
  • मिटटी – 2-3 चम्मच
  • ताजा या सूखे जड़ी बूटियां -2-3 चम्मच
  • पेस्ट बनाने के लिए गर्म पानी
  • कवर करने के लिए कपड़ा

बनाने की विधि

  • एक बर्तन में जड़ी बूटी को मिट्टी या फिर चारकोल और पानी के साथ मिला ले और इसका मोटा पेस्ट तैयार कर ले।
  • इसके बाद इस पेस्ट को कपड़े में रखे और उसकी पोटली बना ले। पोटली को प्रभावित स्थान पर रखे। इसे कुछ देर रखने पर राहत मिलती है।
  • आप चाहे तो कपड़ों की दो परत बना कर पेस्ट को घाव के बीच में रख कर उस पर कपडा लगा सकते है, यह भी असरकारी होता है।

हर्ब पुल्टिस के प्रकार

हर्ब पुल्टिस को परिस्थिति के अनुसार तैयार किया जाता है। जानते है किस तरह की समस्या में कौन सी पुल्टिस बनायी जाती है।

मकड़ी के कटाने पर

  • मकड़ी के कटाने पर एक्टिवेटेड चारकोल और बेकिंग सोडा वाली पोटली तैयार की जाती है।
  • इस पोटली को मकड़ी काटने के 24 घंटे के भीतर 2 से 3 बार प्रभावित स्थान पर रखा जाता है।

दर्द, घाव और सूजन के लिए

  • इसके लिए राई की पुल्टिस बना ले और उसे गर्म करके दर्द और सुजन वाले स्थान पर रख ले।
  • इसके सेंक से तुरंत राहत प्राप्त होती है।
  • इसे बनाने के लिए राई को पीसकर अरंडी के पत्तों पर लेप कर ले।
  • इसके बाद इसे दर्द वाले अंगो पर लगा ले।

इसकी अन्य विधि

  • अलसी के तेल में हल्दी और नमक मिला ले व उसकी पुल्टिस बना ले।
  • इसे दर्द या फिर सूजन वाली जगह पर रखे।
  • इसके अतिरिक्त अजवायन को पीस कर उसका लेप भी सूजन वाली जगह पर लगा सकते है।

लहसुन पुल्टिस के फायदे

  • इस विधि में लहसुन पीसकर पुल्टिस बनायी जाती है।
  • यह गठिया, सायटिका, दमा व कई तरह के चर्म रोगों से छुटकारा दिलाता है।
  • इस पुल्टिस को चोट, दर्द या सूजन पर लगाने से दर्द दूर हो जाता है।
  • इसके द्वारा कुष्ठ रोग को भी दूर किया जाता है।

दर्द दूर करने और विषाक्त बाहर करने हेतु

  • इसमें जड़ी बूटियों द्वारा पोटली निर्मित कि जाती है।
  • इसके द्वारा दर्द तो दूर होता है ही साथ ही मांसपेशियों कि ऐंठन, जोड़ो में दर्द, स्पॉन्डिलाइटिस, वात और ऑस्टियोआर्थराइटिस आदि समस्या से भी छुटकारा मिलता है।
  • इस विधि में जड़ी-बूटियों के चूर्ण या रस को रोगी प्रकृति के अनुसार उचित मात्रा में ले और एक लेनन के कपड़े में भर ले।
  • इसकी एक पोटली बना ले, इसे औषधीय तेल में गर्म करके त्वचा पर रख ले।

कीट के काटने के पर

  • लाल, हरी या सफेद मिट्टी का उपयोग कर कीड़ों के काटने से होने वाली समस्या को दूर किया जा सकता है।
  • कीड़ो के कटाने से यदि सूजन होती है तो यह भी इस प्रकार की पुल्टिस से दूर हो जाती है।
  • मिट्टी का पेस्ट बनाने के लिए एक कंटेनर में थोड़ी मिट्टी ले लें और उसे पानी की सहायता से गीला कर ले ध्यान रहे की पेस्ट ज्यादा पतला नहीं होना चाहिए, इसे गाढ़ा ही रखे।
  • इस पेस्ट को आप डायरेक्ट भी प्रभावित स्थान पर लगा सकते है और उसपर कपडा बांध सकते है या फिर इसकी पोटली बना कर भी रख सकते है।

फोड़े के लिए

  • प्याज में एंटीसेप्टिक गुण होते हैं जो की फोड़ो को सही करने में मदद करते है। फोड़े पर इसका उपयोग करने के लिए प्याज की स्लाइस कर ले।
  • इसके टुकड़ो को फोड़ो पर रखे और फिर उस स्थान को कपड़े की सहायता से बांध ले।
  • 3 से 4 घंटो के बीच में इसे चेंज करते रहे। ऐसा करने से आपके फोड़े ठीक होने लगते है।

पुल्टिस हर्ब से शरीर को फायदे तो मिलते है परन्तु यह प्राकृतिक तेल या टिंचर आदि की तरह उतना अधिक कंसन्ट्रेट नहीं होता है।
इस तरह आप कई तरह की समस्या के निदान के लिए इसका उपयोग कर सकते है साथ ही इससे कोई नुकसान भी नहीं होता है क्योंकि यह एक प्राकृतिक उपचार है। इसका असर देर से हो सकता है परन्तु यह पूरी तरह से रोगों को दूर कर देता है।

पुराने तरीकों से किये जाने वाले उपचार को नजरअंदाज करना सही नहीं होगा। हमारे पूर्वज जड़ी बूटियों का उपयोग सदियों से करते आ रहे है जो सभी के लिए लाभकारी रहती है। आधुनिक दवाओं के ज्यादा सेवन से हम उनके आदि बन जाते है परन्तु जड़ी बूटियों के साथ ऐसा नहीं होता है।

नोट – वैसे तो पुल्टिस कि प्रक्रिया में थोड़ा समय लगता है। इसे करने के बाद भी यदि आपकी समस्या का निदान नही हो पा रहा है तो आप डॉक्टर से संपर्क कर सकते है।

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