How does Tobacco Harm your Eyes: आपको अंधा बना सकता है तंबाकू का सेवन

कई लोगो को तम्बाकू के सेवन की लत लग जाती है| कभी दूसरों की देखा देखी तो कभी खुद को उम्र मेँ बडा दिखाने की चाहत में लोग सिगरेट के धुँए के छ्ल्ले उडाने लगते है|

कभी कबार तो लोग फिल्मों मे अपने प्रिय अभिनेता को धूम्रपान करते हुए देखकर भी इसे लेना शुरू कर देते है| हम सभी जानते है कि तंबाकू सेहत के लिए बेहद हानिकारक है, इसके बावजूद दुनिया में होने वाली हर 5 मौतों में से एक मौत की वजह तंबाकू है।

भारतीय चिकित्सा अनुसंधान के रिपोर्ट अनुसार पुरुषों में 50% और स्त्रियों में 25% कैंसर की वजह तम्बाकू है। और इन सब में से 90% मुंह के कैंसर हैं। आपको बतादे की मुंह के कैंसर के रोगियों की सबसे अधिक संख्या हमारे देश भारत में है।

गुटका, सिगरेट आदि से मुंह का कैंसर हो सकता है। लेकिन हाल ही में एम्स के डॉक्टरों ने शुक्रवार को कहा कि तंबाकू से सिर्फ कैंसर का ही खतरा नहीं है बल्कि लंबे समय तक इसका सेवन करने वालो की आँखों की रोशनी भी जा सकती है| आइये जानते है How does Tobacco harm your Eyes.

How does Tobacco Harm your Eyes: नजर के लिए नुकसानदायक है तम्बाकू

 

क्या कहना है डॉक्टरों का

डॉक्टरों का कहना है इस विषय काफी अध्यन हुए है जो साबित करते है कि जो लोग धूम्रपान करते हैं उनमें धूम्रपान ना करने वालों की तुलना में मोतियाबिंद होने की संभावना बढ़ जाती है।

साथ ही अध्यन की माने तो पांच या 10 साल तंबाकू खाने वालो की आँखों की नसें प्रभावित होती हैं, जिससे की आँखों की रोशनी जा सकती है।

चली जाती है आँखों की रौशनी

एम्स के नेत्र विज्ञान केंद्र के प्रमुख डॉ. अतुल कुमार ने यह भी जानकारी दी है की ऐसे मामलों में यदि आँखों की रोशनी चली जाती है तो वापस नहीं आती है।

अधिकतर लोगो को यह तो मालुम होता है कि धूम्रपान और तंबाकू चबाने से हृदय रोग और कैंसर हो सकता है किन्तु तंबाकू से आँखों की समस्याए हो सकती है, साथ ही आँखों की रौशनी जा सकती है इस बारे में लोगो को व्यापक जानकारी नहीं है|

डॉ. अतुल ने यह भी बताया कि एम्स में सालाना आँखों की रोशनी जाने से जुड़े कई मामले आते है और कुल मामलों में करीब पांच फीसदी मामले तंबाकू से जुड़े हुए होते है|

आँखों की नमी खत्‍म होना

सिगरेट में निकोटीन युक्‍त तंबाकू मौजूद होता है| निकोटीन युक्‍त तंबाकू में ऐसे तत्व होते है जो आँखों को नुकसान पहुंचाते हैं। इसलिए केवल धूम्रपान करने वाले ही नहीं इन लोगो के संपर्क में  रहने वाले लोगों को भी यह खतरा होता है।

तंबाकू के जहरीले धुएं में रसायन मौजूद होता है जिससे कंजक्टिवा के ग्लोबलेट सेल्स क्षतिग्रस्त हो जाते हैं| और इसी तरह धुएं में मौजूद कार्बन पार्टिकल्‍स से आँखों की नमी और गीलापन खत्म हो जाता है| जो की यदि लंबे समय तक बना रहे तो आँखों में खुजली तथा धुंदलेपन की शिकायत हो सकती है|

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