Papaya Side Effects In Hindi: पपीते के अधिक सेवन से हो सकता है दुष्प्रभाव

हम सभी जानते है की पपीता हमें कई सारे स्वास्थ्य लाभ देता है। पपीते को लोग कई तरह से घरेलू नुस्खे के रूप में भी इस्तेमाल करते हैं। पपीते के पेड़ से लेकर बीज तक सब कुछ किसी न किसी तरह से फ़ायदेमंद होता है। इसके कई फायदे है जैसे की पीरियड्स के दौरान होने वाले दर्द में इससे राहत मिलती है और पपीते में कई पाचक एंजाइम्स होते हैं जिसके कारण पाचन क्रिया सही रहती है।

Papaya Fruit एक ऐसा फल है जिसका स्वाद मीठा होता है और यह आम तौर पर सभी जगह मिल जाता है. यह एक बीमार व्यक्ति के लिए बहुत फ़ायदेमंद होता है। इसका सेवन करने से विटामिन, कैरोटीन, प्रोटीन बहुत ज्यादा मात्रा में प्राप्त होते है। यह मध्य अमेरिका और दक्षिण मैक्सिको में पाया जाने वाला फल है और इसे कच्चा या अधपक्का भी खा सकते है।

आपको बता दे की पपीते को कम मात्रा में खाने से ही यह बीमारियों से हमारी रक्षा करता है I यदि आपने पपीते की मात्रा अधिक खा ली है तो यह आपको Side Effects of Papaya का भी सामना करना पड़ सकता है जिससे आपको नुकसान भी पहुंचा सकता है। पपीते में मौजूद पपाइन और बीटा कैरोटीन अस्थमा और पीलिया को बढ़ाते हैं। पपीता ज्यादा खा लेने से हमारा खून पतला होने लगता है। यदि आपकी कोई सर्जरी हुई है तो कुछ हफ्तों तक पपीते के सेवन से बचे क्योंकि पपीता खाने से घाव जल्दी नहीं भर पाता है।

पपीता में विटामिन ए और विटामिन सी के साथ साथ मैगनीशियम, पोटेशियम, प्रोटीन, कैरोटीन और फाइबर की मात्रा भी पायी जाती है। पपीता प्रकृति की तरफ से मनुष्य को एक वरदान की तरह है, जहाँ पपीता खाने के कई फायदे होते हैं वही पपीते को अधिक मात्रा में सेवन करने से कई नुकसान भी होते हैं, जो हमारे शरीर के लिए बहुत ही नुकसानदायक होते है। आइये जाने और भी कई Papaya Side Effects In Hindi.

Papaya Side Effects In Hindi: पपीते के सेवन से हो सकते है दुष्प्रभाव, जाने इसके बारे विस्तार से

Papaya Side Effects

पपीता में विभिन्न प्रकार के पोषक तत्व और यौगिक होते हैं जो पकने की प्रक्रिया के साथ बदलते हैं। इनमें से कई पुरुषों और महिलाओं के गर्भाशय और प्रजनन क्षमता को प्रभावित कर सकते हैं। इनमें लेटेक्स जैसे रसायन शामिल होते हैं जो हमारे शरीर के लिए हानिकारक साबित हो सकते हैं। आइये जानते है पपीता से कौन कौन से साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं।

पीलिया का खतरा

  • पीलिया एक ऐसी बीमारी है जो कि हमारे शरीर पर बहुत बुरा प्रभाव डालती है। यदि आप Papaya का ज्यादा सेवन करते है तो आपको पीलिया की समस्या हो सकती है।
  • पपीता में बीटा कैरोटिन पाया जाता है और इसके अधिक सेवन से त्वचा भद्दे रंग की होने लगती है। साथ ही आँखे और हथेली पीली पड़ने लगती है और आप पीलिया का शिकार हो सकते है।

पाचन समस्याओं के लिए

  • पपीता में फाइबर होता है जो पाचन के लिए अच्छा होता है लेकिन इसका ज्यादा सेवन करना पाचन को परेशान कर सकता है।
  • इस फल की त्वचा में लेटेक्स होता है जो पेट में जलन पैदा कर सकता है और दर्द का कारण बन सकता है। इसके अलावा यदि फाइबर अच्छे से नहीं पचता है तो यह गैस व कब्ज की समस्या खड़ी कर सकता है।

मधुमेह रोगियों के लिए

  • यदि आप डायबिटीज के मरीज़ है तो ज्यादा मात्रा में पपीता का सेवन करने से बचे क्योंकि एक शोध से पता चला है की पपीता ब्लड शुगर लेवल को काफी हद तक कम कर देता है।
  • ज्यादा शुगर का कम हो जाना भी सेहत के लिये बहुत नुकसानदायक हैं।

पथरी की सम्भावना

  • पपीता एक अच्छे एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम करता है जो की कैंसर से बचाने में मदद करता है।
  • पपीता में विटामिन सी की मात्रा बहुत ज्यादा होती है जिसके कारण पपीते के अधिक सेवन से किडनी में पथरी की आशंका ज्यादा हो जाती है।
  • खासकर जो पपीता आकार में बड़ा होता है उनमे विटामिन सी ज्यादा होता है।

फूड पाइप पर दुष्प्रभाव

  • यह फल अच्छे रूप में जाना जाता है लेकिन इसका मतलब यह नहीं की ज्यादा मात्रा में खाया जाए।
  • अधिक पपीता खाने से आपके भोजन की नली में रुकावट आती है और नली को नुकसान पहुंच सकता है।
  • इसलिए हमेशा एक कप से ज्यादा पपीता का सेवन न करें।

श्वास की समस्या

  • पपीता में पेपाइन पाया जाता है। इसके ज्यादा सेवन से श्वास संबंधित समस्या उत्पन्न हो सकती है,
  • साथ ही दिल की धड़कन की रफ़्तार भी धीमी होती है।
  • यदि आपको किसी प्रकार का रोग है और पपीते का ज्यादा सेवन कर रहे है तो अस्थमा के शिकार हो सकते है।

गर्भ गिरने का संकट

  • ज्यादातर हेल्‍थ एक्सपर्ट गर्भवती महिलाओं को पपीता खाने से बचने की सलाह देते हैं।
  • पपीता में पाया जाने वाला पेपाइन एंजाइम, ऑक्सीटोसिन और प्रोस्टाग्लैंडीन का काम करता है।
  • इन दोनों के द्वारा हॉर्मोन का संकुचन और प्रसारण होता है जिसके कारण गर्भवती महिला को मिसकैरेज यानी की गर्भपात हो सकता है।
  • इससे गर्भ गिरने की आशंका बनी रहती है या फिर समय से पहले प्रसव दर्द होने लग जाता है।
  • इसके अलावा इसे खाने पर शिशु में कई तरह की असमानताएं भी होने लग जाती है।

शिशु के लिए है नुकसानदायक

  • कई अध्यनों से यह ज्ञात हुआ है की शिशु को दूध पिलाने वाली महिला यदि पपीते का सेवन करती है।
  • तो उसमे उपस्थित एंजाइम से शिशु को कष्ट हो सकता है।
  • इस फल में मौजूद अतिरिक्त फाइबर इसके दोषी हो सकते है। इससे शिशु को दस्त हो सकते है और यहां तक कि कब्ज का शिकार भी सकता है।
  • कृपया किसी भी फल को देने से पहले बच्चे के बाल रोग विशेषज्ञ से जाँच करें।

एलर्जी की आशंका

  • पपीता में मौजूद लेटेक्स और पेपाइन की वजह से कुछ लोगों में ऐलर्जी भी हो सकती है।
  • इसके अधिक सेवन से रिएक्‍शन के तौर पर सूजन, चक्कर आना, सिरदर्द और खुजली जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
  • खासकर कच्चे पपीते के सेवन से दूर रहे क्योंकि इसमें लेटेक्स ज्यादा मात्रा में पाया जाता है।

प्रजनन क्षमता पर असर

  • पपीते के बीज का अर्क पुरुषों में प्रजनन क्षमता को कम कर सकता है।
  • ऐसा कहा जाता है कि यह शुक्राणुओं की संख्या को कम करता है।
  • यहां तक की यह शुक्राणुओं की गतिशीलता को भी प्रभावित कर देता है।
  • पपीते के लंबे समय तक सेवन से स्पर्म काउंट कम हो सकते हैं और इनफर्टिलिटी भी हो सकती है।

आज के लेख में आपने Papaya Fruit Side Effects के बारे में जाना, साथ ही आपने जाना की कैसे पपीते का ज्यादा सेवन आपको नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए प्रेग्नेंसी के दौरान आपको खासकर पपीते का ज्यादा सेवन नहीं करना चाहिए।

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