Type 3C Diabetes क्या है और इससे बचने के लिए कैसे लाये जीवन शैली में बदलाव

लोगो में डायबिटीज़ की बीमारी का होना एक सामान्य समस्या है जो की किसी भी उम्र के लोगो को अपनी चपेट में ले लेती है। अधिकतर लोग डायबिटीज़ के केवल दो 2 प्रकारो के बारे में जानते है – डायबिटीज़ टाइप 1 और डायबिटीज़ टाइप 2.

आपको बता दे की शोधकर्ताओं के द्वारा डायबिटीज़ के तीसरे प्रकार की भी खोज की गयी है जिसे डायबिटीज़ टाइप 3C कहते है।

टाइप 1 और टाइप 2 डायबिटीज़ के साथ साथ टाइप 3-सी डायबिटीज़ भी आजकल काफी आम समस्या हो गयी है। जिन लोगो को डायबिटीज़ टाइप 3-सी है वह भी जानकारी न होने के कारण डायबिटीज़ टाइप 2 का ही उपचार ले रहे है।

एक अध्ययन में पता चला है कि डायबिटीज़ टाइप 3-सी के रोगी में केवल 3 प्रतिशत लोगों की पहचान हो पाती है। इस बीमारी की अधिक जानकारी के लिए जानते है Type 3C Diabetes के बारे में।

Type 3C Diabetes: ऐसा रोग जिसमे पांच से दस गुना ज्यादा होती है इंसुलिन की जरुरत

डायबिटीज़ टाइप 3-सी क्या है?

  • डायबिटीज़ टाइप 3-सी को Pancreatogenic Diabetes के नाम से भी जाना जाता है।
  • रिसर्च के दौरान यह बात सामने आयी है की जिन लोगो का ब्लड शुगर कंट्रोल ज्यादा ख़राब होता है उन्हें डायबिटीज़ 3 सी की बीमारी होती है।
  • यदि किसी व्यक्ति ने पैन्क्रियाज की सर्जरी कराई है और पैन्क्रियाज में ट्यूमर हो या फिर पैन्क्रियाज कार्य करना बंद कर दें तो भी डायबिटीज़ 3 सी होने का खतरा रहता है।
  • रिसर्च के अनुसार यह पाया गया है कि डायबिटीज़ 3-सी का इलाज बहुत कठिनाई से होता है।
  • डायबिटीज़ 3-सी में इंसुलिन की मात्रा में कमी हो जाती है। इसलिए डायबिटीज़ थ्री सी के रोगियों को पांच से दस गुना अधिक मात्रा में इन्सुलिन की आवश्यकता पड़ती है।
  • हार्मोन की मात्रा कम होने के साथ साथ वह प्रोटीन जो खाने को पचाने में सहायक होता है उसकी मात्रा में भी कमी आने लगती है।

डायबिटीज़ टाइप 3-सी से जुडी अन्य जानकारियां

  • डायबिटीज़ टाइप 1 की तुलना में टाइप 3-सी होने की सम्भावना युवाओं में अधिक होती है।
  • अध्ययन में यह पाया गया है की टाइप 1 और टाइप 2 के समान ही टाइप 3-सी डायबिटीज़ में इंसुलिन के साथ साथ शरीर को डायजेस्टीव एंजाइम की बहुत आवश्यकता होती है।
  • टाइप-2 के अपेक्षा टाइप 3-सी डायबिटीज़ में शुगर लेवल को नियंत्रण रखना अधिक कठिन होता है।
  • टाइप 3 सी डायबिटीज़, डायबिटीज़ का वह रूप होता है जो की बहिःस्त्रावी और अग्न्याशय के पाचन कार्यों से संबंधित होता है।

डायबिटीज़ टाइप 3-सी के उपचार

  • रक्त शर्करा को कम करने के लिए इंसुलिन जैसे दवाएं दी जा सकती हैं।
  • जिनकी रक्त शर्करा ज्यादा नहीं होती है, उन्हें गोली या कैप्सूल के रूप में मौखिक उपचार नहीं दिया जा सकता है।

इसके बचाव के लिए जीवन शैली में बदलाव

  • शराब और धूम्रपान के सेवन से बचे।
  • फाइबर से समृद्ध आहार खाने और सामान्य मात्रा में वसा खाने से भी इसमें मदद मिल सकती है।
  • विटामिन डी के पर्याप्त स्तर को बनाए रखने से लक्षण कम हो सकते हैं।
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