Yoga for Thyroid in Hindi: थाइरोइड की समस्या होने पर करें ये योगासन

आज कल थाइरोइड की समस्या काफी ज्यादा आम गई है। थाइरोइड की समस्या एंडोक्राइन ग्लैंड में होती है जो गले में स्थित होता है। इस ग्रंथि का आकार तितली के समान होता है और यह थाइरोइड हॉर्मोन्स से बनती है।

इस हॉर्मोन के असंतुलित होने के कारण शरीर में कुछ कुछ समस्या उत्पन्न हो जाती है। यह थाइरोइड ग्रंथि शरीर में मेटाबोलिज्म को संतुलित रखने का काम करती है।

इस रोग में शरीर में एकदम से वजन घटने लगता है या फिर बढ़ने लग जाता है। अगर थाइरोइड की इस समस्या को सही समय पर पहचान लिया जाए तो इसे बढ़ने से रोका जा सकता है। वैसे इस बीमारी को दूर करने के लिए योग का सहारा लेना काफी असरकारी और लाभदायक हो सकता है ।

इस लेख में हम आज आपको बता रहे हैं कुछ ऐसे योगासनों के बारे में जिन को करने से थाइरोइड के रोग में फायदा होगा। इन योगासनों का प्रतिदिन अभ्यास थाइरोइड की समस्या को कम करने में मदद करता है। पढ़े Yoga for Thyroid in Hindi.

Yoga for Thyroid in Hindi: निम्नलिखित योगासनों को करे और थाइरोइड में राहत पाए

Yoga for Thyroid in Hindi

उष्ट्रासन (Camel Pose)

उष्ट्रासन करने की विधि

  • इस आसन को करने के लिए पहले अपने मैट पर वज्रासन में बैठ जाए।
  • अब अपने घुटनो के बल खड़े हो जाए।
  • अब धीरे धीरे पीछे की ओर झुकने की कोशिश करें।
  • अपने दोनों हाथों से अपने दोनों पैरों की ऐड़ियो को स्पर्श करने की कोशिश करें।
  • अब अपने सर और मेरुदंड को पीछे की ओर ज्यादा से ज्यादा झुकाने की कोशिश करें।
  • ऐड़ियो को पकड़ते समय साँस लें।
  • इसके आलावा सामान्य तौर पर साँस लें।
  • अब इस स्थिति को 8 से 10 सेकंड तक के लिए बनाए रखे।
  • इसके बाद धीरे धीरे फिर से पहले वाली अवस्था में आ जाए।
  • Yoga asanas for thyroid के लिये यह असरकारी है।

उष्ट्रासन के फायदे

  • उष्ट्रासन करने से मोटापा कम होता है।  
  • यह शरीर में श्वसन-तंत्र को मजबूती प्रदान करता है।
  • यह थाइरोइड के साथ साथ डायबिटीज के मरीजों के लिए भी काफी फायदेमंद होता है।
  • इसी के साथ इसका नियमित अभ्यास नेत्र ज्योति भी बढ़ाता है।
  • यह गले के रोग के लिए काफी ज्यादा लाभदायक होता है।
  • यह पेट की सभी समस्याओ को दूर करने में काफी हद तक फायदेमंद होता है।
  • साथ ही यह कमर को भी काफी लचीला बनाता है।
  • Thyroid Treatment in Hindi में इस योगासन का अभ्यास लाभदायक होगा।

सर्वांगासन (Shoulder Stand Pose)

सर्वांगासन करने की विधि

  • इस आसन को करने के लिए पहले आप पीठ के बल लेट जाए
  • इसके बाद अपने पैरों के बीच कुछ दूरी बना लें।
  • साथ ही अपने दोनों हाथो को अपने शरीर के पास रखे।
  • अपने पुरे शरीर को ढीला छोड़े।
  • अब गहरी साँस लें और साथ ही अपने पैरों को ऊपर की ओर उठाए।
  • ध्यान रखे की आपके पैर घुटनो से मुड़े नहीं और सीधे रहे।
  • अब धीरे धीरे अपनी कमर को भी ऊपर की ओर उठाने की कोशिश करें।
  • फिर धीरे धीरे अपनी पीठ को भी उठाने की कोशिश करे।
  • अपने दोनों हाथो से अपनी कमर और पीठ को ऊपर की ओर उठाने के लिए सहारा दें।  
  • कुछ देर के लिए इस स्थिति में रहें ।
  • मूल स्थिति में अपनी सांसो को क्षमता अनुसार रोके रखें ।
  • Yoga for Thyroid Problem में यह आसन मददगार साबित होता है।

सर्वांगासन के फायदे

  • यह आसन करने से गले से संबंधित सभी प्रकार की समस्या और बीमारियों से छुटकारा पाने में मदद मिलेगी।
  • अनायास होने वाले सर के दर्द की समस्या को दूर करने में भी यह काफी फायदेमंद साबित होगा।
  • इस आसन का नियमित अभ्यास नेत्र ज्योति बढाने में भी काफी मददगार होगा।
  • Yoga for Hypothyroidism हाइपर थाइरोइड दोनों में लाभदायक होता है।
  • यह थायराइड की ग्रंथियों को क्रियाशील बनाता है।
  • यह मनोविकार को भी दूर करता है।
  • इस आसन के अभ्यास से थकान और दुर्बलता को भी दूर किया जा सकता है।
  • यह आसन वजन कम करने में भी काफी हद तक सक्षम होता है।
  • इस आसन को करने से पीठ और कंधे मजबूत होते है।
  • साथ ही पाचन संबंधित रोगो से मुक्ति मिलती है।

अर्ध-चंद्रासन (Half Moon Pose)

अर्ध-चंद्रासन करने की विधि

  • इस आसन को करने के लिए पहले अपनी मैट पर अपने घुटनो के बल खड़े हो जाए।
  • इसके बाद अपने एक पैर को थोड़ा आगे लें जाए और पंजो को ज़मीन पर अच्छी तरह टिकाए।
  • अब अपने दूसरे पैर को पीछे की ओर ले जाए और इस पैर को लम्बा रखे सिर्फ पैर का पंजा ही जमीन पर स्पर्श करवाए।
  • अब अपने दोनों हाथो को सर के ऊपर ले जाते हुए जोड़े।
  • अब अपनी अपर बॉडी को पीछे की ओर झुकाए और सर को भी पीछे की ओर ले जाए।
  • अपनी बॉडी को पीछे की  ओर ले जाते हुए साँस लें और मूल स्थिति में साँस छोड़े।
  • इस क्रिया को कम स कम 3 से 5 बार करने की कोशिश करें।

अर्ध-चंद्रासन करने के फायदे

  • इस आसन का नियमित रूप से अभ्यास करना चाहिए इससे बॉडी ब्लड फ्लो ठीक रहता है।
  • मेरुदंड मजबूत बनाने के लिए यह एक अच्छा आसन माना जाता है।
  • यह गले की सभी समस्याओ से निजात पाने के लिए एक बहुत अच्छा आसन है।
  • इस आसन को करने से पैरो, पंजो और घुटनो को मजबूती मिल जाती है।
  • इससे छाती और कंधो को एक बहुत अच्छी स्ट्रेचिंग मिलती है।
  • पाचन तंत्र सही रहता है और कमर दर्द से भी राहत मिलती है।  

हलासन (Plow Pose)

हलासन करने की विधि

  • इस आसन को करने के लिए पहले शवासन की स्थिति में लेट जाए।
  • अब अपने पैरों को उठाते हुए अपने सर के ऊपर से पीछे की ओर लें जाए।
  • ध्यान रखे की पैर घुटनो से मुड़े ना।
  • अपने हाथो को जमीन पर जमाए रखे।
  • इस आसन को करते समय सामान्य सांस लें।
  • इस स्थिति को अपने क्षमता अनुसार बनाए रखे।
  • इसे कम से कम 2 से 3 मिनट तक करने की कोशिश करे।

हलासन करने के फायदे

  • इस आसन को करने से बॉडी में ब्लड फ्लो सही रहता है।
  • इस आसन का नियमित रूप से अभ्यास करने से मोटापा कम होता है।
  • यह आसन बॉडी में ऊर्जा का स्तर बढ़ाता है और साथ ही कार्य क्षमता को बढ़ाता है।
  • यह थाइरोइड की समस्या में मददगार होता है और साथ ही मेटाबोलिज्म को कंट्रोल करता है।
  • इसके अलावा वजन पर भी कंट्रोल रखता है।

इस ऊपर दिए लेख में आज हमने आपको बताया की थाइरोइड की समस्या होने पर कौन से योगासन को करने से लाभ होगा। ऊपर दिए सभी योगासनों को नियमित रूप से करने से थाइरोइड की बीमारी में फायदा मिलता है और इससे होने वाली अन्य परेशानियों से छुटकारा मिलता है।

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