अपेंडिक्स शरीर का हिस्सा होता है जो पेट के राइट साइड में बड़ी आंत और छोटी अंत के बीच में होता है। अगर इस में किसी प्रकार की कोई समस्या आ जाये तो उसे अपेंडिसाइटिस बोलते है। अपेंडिक्स की समस्या पहले पेट दर्द से शुरू होती है। अपेंडिक्स के पेट दर्द में लोगो को नाभि के नीचे राइट साइड में दर्द की शिकायत रहती है। कभी दर्द ज्यादा और कभी कम रहता है इसका मतलब की उन्हें अपेंडिक्स में कुछ प्रॉब्लम है। इस प्रॉब्लम को नज़र अंदाज़ नहीं करना चाहिए वरना दर्द काफी बढ़कर एक बड़ी और गंभीर समस्या का रूप ले लेता है।
अपेंडिक्स की बीमारी के दो प्रकार होते है पहला एक्यूट (Acute ) जिसका मतलब तीव्र और दूसरा क्रोनिक (chronic) जिसका मतलब स्थायी होता है। एक्यूट अपेंडिक्स जल्दी ही ठीक हो जाता है.. लगभग कुछ घंटो में या फिर कुछ दिनों में लेकिन इसके मुकाबले क्रोनिक अपेंडिक्स एक सूजन की तरह होता है जिसे ठीक होने में काफी समय लगता है।
अगर कोई अपेंडिक्स की बीमारी से ग्रसित है तो उन लोगो को जी मचलाना, भूख कम लगना, बुखार रहना और चेहरा लाल हो जाने जैसी तकलीफ़ रहती है। किसी में ये सभी लक्षण दिखाई दे तो हो सकता है की उन लोगो को अपेंडिक्स की समस्या हो। अपेंडिक्स से पीड़ित व्यक्ति को मुख्य रूप से सर्जरी की सलाह दी जाती है और इसकी सर्जरी सही समय पर ही करवा लेनी चाहिए वरना समस्या बढ जाती है।
इस लेख में आप जान सकते की अपेंडिक्स की बीमारी के क्या लक्षण होते और अगर ऐसे लक्षणों से कोई ग्रसित हो तो उसे किस तरह की सावधानियां बरतनी चाहिए।
Appendix Symptoms: अपेंडिक्स होने के लक्षण और इसके घरेलू उपचार
अपेंडिक्स होने के लक्षण
पेट दर्द होना
- अपेंडिक्स की समस्या होने पर शुरुआत में नाभि के आस पास और निचले भाग में दर्द होता है ।
- ये दर्द धीरे धीरे बढ़ता है। ये दर्द अपने आप कभी घटता और बढ़ता रहता है।
- जहाँ पर अपेंडिक्स होती है उस जगह पर टच करने पर बहुत तेज़ दर्द महसूस होता है।
जी मचलाना
- अपेंडिक्स होने पर आमतौर पर कुछ खाने के बाद या फिर खाने के पहले भी जी मिचलाने की समस्या उत्पन्न हो जाती है ।
- इस समस्या के होने पर कुछ भी खाने की इच्छा नहीं होती है।
- बार-बार उल्टी करने जैसा मन होने लगता है ।
भूख न लगना
- अपेंडिक्स हो जाने के बाद इस से ग्रसित लोगो को भूख नहीं लगने की समस्या भी हो जाती है।
- अत्यधिक पेट में दर्द की वजह से इस दौरान कुछ भी खाने का मन नहीं करता।
लूज मोशन
- अपेंडिक्स की समस्या से पीड़ित लोगो किसी भी तरह का खाना डाइजेस्ट नहीं कर पाते है।
- इसी वजह से पीड़ित को लूज मोशन की समस्या उत्पन्न हो जाती है।
बुखार आना
- अपेंडिक्स होने के कुछ समय के बाद जब पेट में इन्फेक्शन ज्यादा बढ़ जाता है तो बुखार की समस्या भी बढ़ जाती है।
- इस दौरान बुखार 99 – 102 डिग्री फेरनहाइट तक भी हो जाता है ।
उल्टी होना
- अपेंडिक्स रोगी को पेट दर्द की समस्या के साथ साथ कई बार उल्टियों की समस्या से भी दो चार होना पड़ता है ।
- पेट की समस्याओं के कारण जीभ पर एक सफ़ेद परत जम जाती है साथ ही मुँह में से बदबू भी आने लगती है।
कब्ज होना
- अपेंडिक्स होने पर हमेशा पेट में कब्जियत रहती है।
- इस दौरान खाना अच्छे से डाइजेस्ट भी नहीं हो पाता ।
पेट का फूलना
- कब्ज की परेशानी के कारण खाना डाइजेस्ट नहीं हो पाता है।
- इसी कारण हमेशा पेट में गैस की समस्या बनी रहती है जिससे पेट फूल जाता है।
- पेट दर्द के साथ साथ पेट में ऐठन वाला दर्द भी उठ जाता है ।
अपेंडिक्स की बीमारी में क्या खाना चाहिए
- अपेंडिक्स की बीमारी से ग्रसित लोगो को सम्पूर्ण पोषक तत्वों का सेवन करना चाहिए।
- अपेंडिक्स के मरीजों को अपने भोजन में फाइबर युक्त आहारों की मात्रा ज्यादा रखनी चाहिए जिससे उनकी पाचन क्रिया में सुधार होता है और पेट से जुड़ी हर तरह की तकलीफों से राहत मिलती है ।
- अपेंडिक्स के मरीजों को हर प्रकार के फल और सब्जियों का सेवन करना चाहिए क्योंकि उनके शरीर को हर तरह के पोषक तत्वों की जरुरत होती है।
- अपेंडिक्स के मरीजों को कोशिश करनी चाहिए की वो ज्यादातर उबला हुआ भोजन ही खाये और मसालेदार खाने को भूल कर भी न खाये।
- अपेंडिक्स के मरीजों को कम मात्रा में भोजन करना चाहिए या फिर खाने में वो ही आहार लेने चाहिए जो आसानी से पचाया जा सके।
- इस बीमारी से ग्रसित लोगो को पालक का साग ज़रूर खाना चाहिए क्योंकि इसमें कैल्शियम, सोडियम, क्लोरीन, फास्फोरस, लोहा, खनिज लवण और प्रोटीन जैसे तत्व भरपुर मात्रा में होते है ।
अपेंडिक्स की बीमारी के लिए घरेलु उपचार
- चौलाई का साग को लेकर उसे पीस ले फिर लेप के रूप में इस्तेमाल करे। रक्त विकार, पेट और कब्ज के लिए चौलाई का साग बहुत ही फायदेमंद माना गया है।
- अपेंडिक्स की बीमारी से ग्रसित लोगो को टमाटर में सेंधा नमक और अदरक डाल कर खाना चाहिए। इसे खाना खाने के पहले खाने से काफी हद तक फायदा मिलता है।
- अपेंडिक्स के दर्द से राहत के लिए राई को पीस कर उसका लेप बना ले और नाभि के निचले भाग पर दाँये ओर लगा ले।
- अपेंडिक्स के रोगियों के लिए रोज़ाना 2 – 3 कच्ची लहसुन का सेवन करना काफी फ़ायदेमंद साबित होता है।
- अपेंडिक्स में होने वाले बुखार से राहत के लिए ½ गिलास पानी में 10 से 15 तुलसी के पत्ते डाल ले और साथ ही थोड़ी अदरक भी डाले और 15 मिनट तक उबाले और छान कर चाय की तरह पिए, दिन में 2 बार ।
- अपेंडिक्स के रोगियों को पेट के दर्द और सूजन में आराम के लिए रोज़ाना ½ गिलास पानी में 1 चम्मच अदरक डाल कर 10 मिनट तक उबाले और फिर दिन में 2 से 3 बार पिए।
- अगर आपको अदरक नहीं पसंद तो आप पेट के दर्द और सूजन से राहत पाने के लिए, ये भी कर सकते है की 1/2 गिलास पानी में 2 चम्मच मेथीदाने डाले फिर 15 मिनट तक उसे उबाले और फिर छान कर दिन में एक बार जरूर पिए।
- अपेंडिक्स में होने वाली उल्टी, कब्ज और जी मचलाने आदि की समस्या से राहत के लिए ½ गिलास पानी में एक चम्मच पुदीने के पत्तो को डाले और कम से कम 10 से 15 मिनट तक के लिए उबाले फिर उसे छान कर उसमे 1 चम्मच शहद डाले और दिन में 3 -4 बार पिए।
अगर आप भी अपने अंदर ऊपर दिए हुए अपेंडिक्स की बीमारी के लक्षण देखे तो देर न करे डॉक्टर को दिखाए और ऊपर दिए हुए घरेलु उपचार भी करे साथ ही ध्यान रखे की कैसा भोजन करना आपके लिए फायदेमंद होगा और इससे आप जल्दी ही सेहतमंद हो जायेंगे ।