भगवान शिव को भोलेनाथ कहा जाता है इसके अलावा भी उनके और भी कई नाम है। भगवान शिव सादगी पसंद भगवान है।
भगवान भोलेनाथ को कच्चा फल बहुत प्रिय है। महादेव भगवान को सिर्फ एक लोटा जल चढाने से भी वे खुश हो जाते है। यदि आप अपनी जिंदगी से निराश या हताश हो गए है तो आपको भगवान शिव की पूजा अर्चना जरूर करना चाहिए।
लेकिन ध्यान रहे जितने जल्दी भगवान महादेव खुश होते है उतने ही जल्दी वे नाराज़ भी होते है। शिव पुराण में कार्य, बात-व्यवहार और सोच के द्वारा किए गए कुछ पापों का वर्णन किया गया है।
यहाँ बताये गए पापों को शिवजी कभी भी माफ़ नहीं करते है। आइये जानते है Sins that Lord Shiva Never Forgives.
Sins that Lord Shiva Never Forgives: इन गलतियों पर आपको मिल सकता है शिव से दंड
पैसों की धोखेबाजी
- आप लोग कभी भी धन की लालच में किसी के साथ भी पैसो में धोखेबाजी न करे|
- इसके अतिरिक्त पैसो की हेराफेरी और व् किसी की धन सम्पति को लूटना भी पाप की श्रेणी में आता है।
- भगवान शिव इस अपराध के लिए किसी को भी क्षमा नहीं करते है|
कष्ट देना
- भगवान शिव ऐसे इंसान से कभी खुश नहीं होते है जो दूसरे लोगो को कष्ट देते है|
- इसके साथ ही बुरा व्यवहार करना या फिर किसी को नुकसान पहुँचाना भी पाप है|
- इस प्रकार की सोच को रखने वाला व्यक्ति भगवान शिव के नज़र में माफ़ी के योग्य नहीं है।
शादी तोड़ने की कोशिश
- भगवान भोलेनाथ उन लोगो से बहुत नाराज़ होते है जो लोग अपने रिश्ते में ईमानदारी नहीं रखते है।
- इसके साथ वो लोग भी जो दूसरे के पति या पत्नी पर बुरी नज़र रखते है या फिर उनको पाने की इच्छा रखते हो।
- किसी दूसरे की शादीशुदा जिंदगी को ख़राब करने या फिर उनके रिश्ते को तोड़ने पर भोलेनाथ नाराज़ होते है।
- भगवान शिव इस पाप को कभी नहीं माफ़ करते है।
नुकसान पहुंचाने के लिए झूठ बोलना
- किसी भी व्यक्ति के सम्मान को हानि देने की निति से झूठ बोलने वाला व्यक्ति छल की श्रेणी में आता है|
- वह व्यक्ति क्षमा पाने योग्य नहीं रहता है| भगवान शिव इस पाप को कभी माफ़ नहीं करते है।
गलत रास्ता अपनाना
- कई बार आप लोग पैसा कमाने के लिए या अपनी लाइफ में जल्द से जल्द सफल होने के लिए कुछ ऐसे रास्ते का प्रयोग करते है जो बिलकुल सही नहीं होता है।
- कुछ व्यक्ति ऐसे भी होते है जिनको सही सुझाव मिलने पर भी बुराई का साथ नहीं छोड़ते और खुद ही बुरी राह को चुनते है।
- इन लोगो के पाप माफ़ी के लायक नहीं है|
बुरी सोच
- हिन्दू धर्म के शिव पुराण में लिखा गया है कि यदि आप किसी भी व्यक्ति का बुरा करते है।
- या फिर किसी के प्रति अपनी बुरी सोच को रखते है तो यह पाप के खाते में आता है।
- इसका मतलब यह है कि आप अपने काम से भले ही किसी व्यक्ति का बुरा ना किए हो परन्तु आपकी बोली से वह अक्षम्य पाप का हकदार बन सकता है|