Benefits of Cooking With Cast Iron: जानिए लोहे के बर्तन में बना खाना क्यों है फायदेमंद

हर कोई स्वस्थ रहना चाहता है। स्वस्थ रहने के लिए लोग छोटी से लेकर बड़ी हर चीज़ का ध्यान रखते है। इसके लिए वे व्यायाम करते है साथ ही साथ संतुलित खानपान को भी अपनी लाइफस्टाइल में शामिल करते है।

कुछ लोग तो बहुत सी सब्जिया जैसे पत्तागोभी, टमाटर को कच्चा ही खाते है ताकि इसमें मौजूद पोषक तत्व वैसे के वैसे ही रहे। लेकिन हर चीज़ को तो कच्चा नहीं खाया जा सकता। कुछ चीज़ो को पकाना भी होता है।

पर क्या आप जानते है सिर्फ हेल्दी खाना ही काफी नहीं होता बल्कि उसे हेल्दी तरीके से बनाना भी उतना ही जरूरी है। और लोग इस बारे में ज्यादा ध्यान नहीं देते है।

आप खाना पकाने के कौन से बर्तन इस्तेमाल कर रहे है यह भी महत्व रखता है। आज हम आपको लोहे के बर्तन में खाना बनाने के फ़ायदों के बारे में बता रहे है। नीचे देखिये Benefits of Cooking with Cast Iron.

Benefits of Cooking With Cast Iron: इसके सेवन से नहीं होगी एनीमिया की शिकायत

बहुत से घर की महिलाएं लोहे की कढ़ाई में खाना बनाती हैं। इसे कुछ लोग परंपरा का हिस्सा मानते हैं किंतु हम आपको बता दे की यह सेहत की दृष्टि से भी फ़ायदेमंद है।

एनीमिया में फ़ायदेमंद

  • जब लोहे के बर्तन में खाना बनाया जाता हैं तो यह धातु की सतह के साथ प्रतिक्रिया करता है।
  • परिणामस्वरूप कुछ लोह तत्व आपके भोजन में भी मिल जाते हैं।
  • यह लोह तत्व आपके भोजन में मिलकर शरीर में पहुंचते हैं जिससे रक्त में हीमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ती है।
  • यदि चार महीने तक लगातार लोहे के बर्तनो में बना खाना खाया जाता है तो खून की कमी जैसी समस्या दूर होती है।

आयरन की भरपूर मात्रा है उपलब्ध

  • जब भी आप भोजन को लोहे के बर्तन में पकाते है तो उस भोजन में आयरन के तत्व भी शामिल हो जाते है।
  • शोध में पाया गया है कि जिन एसिडिक पदार्थो में नमी अधिक रहती है वह आयरन का अवशोषण अधिक करते है जैसे टमाटर।
  • लोहे के पात्र में भोजन पकाने से शरीर में आयरन की पूर्ति हो जाती है।

शारीरिक शक्ति को बढ़ाये

  • लोहे के बर्तन में बने भोजन को खाने से शरीर की शक्ति में वृद्धि होती है। इसमें उपस्थित तत्व शरीर के पोषक तत्वों को बढ़ाते है। जिसके कारण शरीर से कई रोग दूर हो जाते है।
  • यह शरीर की सूजन को दूर करता है साथ ही शरीर में पीलापन की समस्या नहीं आती है जिससे पीलिया रोग को दूर किया जा सकता है।

धोने में भी है आसान

  • लोहे के बर्तन एक नॉन स्टिकी बर्तन की तरह ही होते है जिन्हे धोने के लिए ज्यादा मेहनत करने की आवश्यकता नहीं होती है यह आसानी से साफ़ हो जाते है।
  • आप देखेंगे की लोहे के बर्तनों को धोकर रखने पर उनमें पानी के कारण जंग लग जाती है।
  • जंग लगने पर यदि जंग की परत हलकी है तो इन बर्तनों को कपड़े की सहायता से पोछकर उपयोग करना चाहिए। ऐसा करने से बर्तन में मौजूद लोह तत्व के कुछ अंश शरीर में पहुंच जाते है जो की खून को बढ़ाने में मदद करते है।
  • परन्तु इस बात का भी ध्यान रखे कि यदि जंग की मोटी परत है तो उसे दोबारा दे धो ले, क्योंकि जंग की ज्यादा मात्रा नुकसानदायक हो सकती है।

पकाते समय तापमान हो बराबर

  • यह भी देखा गया है कि जब भी लोहे के बर्तन में भोजन को पकाया जाता है तो सम्पूर्ण बर्तन का तापमान एक जैसा ही रहता है।
  • जिसके कारण भोजन का प्रत्येक भाग सही मात्रा में पक जाता है और यह भोजन को जलाने से भी बचाता है।

इसके अतिरिक्त लोहे के बर्तन के अन्य फायदे

  • लोहे के बर्तनों को बाजार से आसानी से ख़रीदा जा सकता है और यह अन्य बर्तनों की अपेक्षा सस्ता भी होता है।
  • यह बेहद टिकाऊ होता है साथ ही इसके क्षतिग्रस्त होने पर मरम्मत की जा सकती है।
  • लोहे का बर्तन पूरी तरह से प्राकृतिक होता है जिसे बनाने के लिए किसी अन्य धातु का उपयोग नहीं किया जाता है।

किन आहारों को लोहे की कढ़ाई में पकाये?

  • यदि आप आयरन वाली चीजों को लोहे के बर्तन में बनाते है तो इनके पोषक तत्व और भी ज्यादा बढ़ जाते है।
  • पालक, आंवला, टमाटर के अलावा सेव की सब्जी भी आप इसमें पका सकते है।
  • लोहे के बर्तन में बनाए गए खाने को खाने से शरीर में सूजन नहीं आती।

क्या लोहे के बर्तन में खाना बनाना सुरक्षित है?

हां, Iron Utensils का इस्तेमाल अच्छा है लेकिन आपको कुछ बातों का ध्यान रखना होगा –

  • आपको बता दे कि खट्टे या एसिड युक्त भोज्य पदार्थ लोहे के साथ मिलकर प्रतिक्रिया कर लेते है जिसके कारण भोजन के स्वाद में भी परिवर्तन आ सकता है। इसलिए कढ़ी, रसम, सांभर उन्हें इसमें ना बनाये।
  • प्रतिदिन लोहे के बर्तन में भोजन को पकाया लाभकारी नहीं होता है इसलिए आप हफ्ते में केवल दो से तीन बार ही लोहे के बर्तनों में खाना बनाएं।
  • लोहे के बर्तनों में पानी या अन्य पेय पदार्थो को ज्यादा देर तक ना रखे और यदि कोई पदार्थ इसमें ज्यादा देर तक रखा गया है तो उसका सेवन भी नहीं करना चाहिए। यह स्वास्थ के लिए हानिकारक हो सकता है।
  • लोहे के बर्तनों में खाने को पकाने के बाद तुरंत किसी अन्य बर्तन में निकालकर रख दे।
  • लोहे के बर्तन को हल्के डिटर्जेंट या फिर साबुन से धो सकते है उसके बाद लोहे के बर्तनों को किसी कपड़े से पोछ दे ताकि उस पर जंग ना लग सके।
  • दूध को आप लोहे के बर्तन में गर्म कर सकते है परन्तु दूध को ज्यादा देर तक लोहे के बर्तन में नहीं रखना चाहिए क्योंकि इससे दूध में बैक्टीरिया उत्पन्न हो सकते है।

उपरोक्त जानकारी को ध्यान में रखकर आप लोहे के बर्तन का उपयोग करे। ताकि आपको लोहे के बर्तन का सही लाभ मिल सके।

नोट– पुरुष और महिला दोनों में हीमोग्लोबिन की मात्रा अलग अलग होती है इसलिए अपने डॉक्टर से इसकी जाँच करवा ले ताकि आपको जितनी हीमोग्लोबिन की आवश्यकता है उतने का ही सेवन कर सके, क्योंकि हीमोग्लोबिन की ज्यादा मात्रा भी शरीर के लिए हानिकारक हो सकती है।

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