सूरज की किरणें मानव शरीर के लिए काफी जरूरी होती है लेकिन लोगो को अभी तक सिर्फ इतना ही पता है की सूरज की रोशनी में ज्यादा देर रहने से कई प्रकार की समस्या हो जाती है जैसे सनबर्न, कैंसर, और स्किन एजिंग। इस कारण से लोगो को लगता है की उन्हें धुप में कहीं नहीं जाना चाहिए। धुप से बचने के लिए लोग घरो से निकलते ही नहीं है।
लेकिन बहुत कम लोग जानते है की धुप से हमे विटामिन डी मिलता है और धुप एक मात्र ऐसा तरीका है जिससे हम अपने शरीर में विटामिन डी की कमी को सबसे जल्दी और आसानी से पूरा कर सकते है। इस के लिए सिर्फ रोज़ाना 10 मिनट सूरज की किरणों के समक्ष बैठे। रोज़ थोड़ी देर धुप में बैठने से हम कई तरह की बीमारियों से बच सकते है।
नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी फेनबर्ग की रिसर्च में यह पाया गया है की रोज़ थोड़ी देर सुबह धुप में बैठने से बॉडी मास इंडेक्स (BMI) कम होता है। मात्र 10 मिनट रोज़ धुप में बैठने से हमे विटामिन डी एक सही मात्रा में मिल जाता है और साथ ही ये शरीर में विटामिन की तरह नहीं बल्कि हार्मोन की तरह काम करता है। यह शरीर में हॉर्मोन को बैलेंस करने के साथ साथ इम्युनिटी को भी मैनेज करता है। धुप से मिलने वाला विटामिन डी PCOD से ग्रस्त महिलाओं के लिए भी काफी फ़ायदेमंद है।
सूरज की किरणों से और भी कई प्रकार के फायदे होते है। तो आए इस लेख में हम और विस्तार में पढ़े धुप से मिलने वाले विटामिन डी और ऊर्जा से होने वाले फ़ायदों के बारे में जो कि हर तरह से शरीर के लिए फ़ायदेमंद है साथ ही बीमारियों से दूर रखने में भी सक्षम है।
Health Benefits of Sunlight: जानिए सनलाइट में रहने के फायदे
इम्युनिटी सिस्टम के लिए
- सूरज की रौशनी शरीर में इम्युनिटी बढ़ाने में काफी फ़ायदेमंद होती है।
- सूरज की किरणों से मिलने वाला विटामिन डी टी-सेल्स के उचित कामकाज का समर्थन करता है।
- टी-सेल्स इम्युनिटी को बढ़ाने के साथ साथ इम्युनिटी को सुरक्षित रखने में भी सहायक होते है।
- शरीर में मजबूत इम्युनिटी सिस्टम होने से यह बाहरी जीवों के हमले से शरीर को सुरक्षित रखता है।
- धुप से मिला विटामिन डी इम्युनिटी सिस्टम को सही करने में सहायक होती है।
- विटामिन डी की कमी संक्रमण की बढ़ती संवेदनशीलता और कई प्रकार की ऑटोइम्म्यून को बढ़ावा देती है।
हड्डियों के लिए
- हड्डियों की मजबूत बनाने के लिए भी सूरज की रोशनी अति-आवश्यक होती है।
- सूरज की रोशनी शरीर में विटामिन डी के उत्पादन में मदद करती है।
- ये विटामिन डी हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए उत्तेजित करता है।
- रोज़ाना धुप में बैठ कर सूरज की रोशनी का आनंद लेने से हड्डियों की बीमारी, फ्रेक्चर और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी समस्या नहीं होती है।
- जर्नल अमेरिकन सोसाइटी फॉर क्लिनिकल नुट्रिशन में प्रकाशित 2004 के एक अध्ययन में यह पाया गया है की बच्चों में विटामिन डी की कमी सूखा रोग (रिकेट्स) का कारण बनती है।
- विटामिन डी की कमी ऑस्टियोपोरोसिस को बढ़ाती है और साथ ही ऑस्टीयोमलेशिया (osteomalacia) को ओर भी दर्दनाक बनाने का कारण होती है।
आँखों के लिए
- सूरज की रोशनी में रहना आँखों को भी फायदा पहुँचता है।
- जर्नल न्यूरो बायोलॉजी ऑफ़ एजिंग में प्रकाशित 2012 के एक अध्ययन में पाया गया है की विटामिन डी3 ऐज रिलेटेड मैकुलर डीजनरेशन को रोकने में काफी हद तक सूरज की किरणें फ़ायदेमंद होती है।
- ऐज रिलेटेड मैकुलर डीजनरेशन बुजुर्गो में होने वाले अंधेपन का सबसे बड़ा कारण है।
- रोज़ाना थोड़ी देर सूरज की रोशनी में बैठना आँखों की सूजन कम करता है
- सनलाइट विजुअल फंक्शन को सुधार कर आँखों की उम्र बढ़ाता है।
आँखों के स्वास्थ्य के लिए सीधे सूरज को नहीं देख सकते इसके लिए नीचे दी गयी स्टेप का पालन करे –
- सुबह एक सूरज की रौशनी वाले जगह पर खड़े हो जाए और चश्मा या लेंस न पहने।
- अब अपनी आँखों को बंद कर ले और आँखों पर धुप आने दे।
- अपनी आँखों पर सूर्योदय की गर्मी महसूस करे और अपनी आँखों को ऊपर नीचे दांए बांए करे।
- इसे सिर्फ 5 मिनट के लिए करे और 5 मिनट के लिए हाथों की हथेलियों को आँखों पर रखे।
- इसे दिन में एक बार ज़रूर करे।
मेटाबॉलिज्म बढ़ाने के लिए
- सूरज की रौशनी मेटाबॉलिज्म बढ़ाती है और साथ ही वजन का नियंत्रण बनाए रखने में भी सहायक होती है।
- जर्नल डायबिटीस में पब्लिश एक 2014 के अध्ययन में साबित हुआ है की युवी किरणे विटामिन डी के कारण मोटापे और मेटाबॉलिज्म सिंड्रोम के लक्षणों को दबा देती है।
- शोधकर्ताओं का मानना है की शरीर में मेटाबॉलिज्म अगर नियंत्रित रहता है, तो उस पर नाइट्रिक ऑक्साइड फ़ायदेमंद है।
- विटामिन डी की कमी वसा संचय करने में सहायक होती है।
नींद के लिए
- सूरज का प्रकृतिक उजाला आपके सोने और उठने की प्रक्रिया को बनाए रखता है।
- सूरज की रौशनी के सम्पर्क में आते ही ऑप्टिक दिमाग में एक ग्रंथि को एक संदेश भेजती है जो मेलाटोनिन पैदा करता है।
- मेलाटोनिन नींद को लेने वाला एक हॉर्मोन है।
- ग्रंथि का स्राव दिन में कम मेलाटोनिन पैदा करता है और जैसे ही अँधेरा होता है यह ज्यादा मात्रा में मेलाटोनिन के उत्पादन को शुरू कर देता है।
- सूरज की रोशनी सर्केडियन लेय (circadian rhythms) को नियमित करने में मदद करती है।
- सर्केडियन लेय 24 घंटे का एक चक्र है जो शारारिक और व्यवाहरिक प्रक्रिया को नियंत्रित रखता है जिससे आपकी नींद भी नियंत्रित रहती है।
हार्ट की समस्या के लिए
- सूरज की रोशनी हृदय रोग वालो के लिए फ़ायदेमंद होती है और साथ हीं इस की गर्मी प्रवाह परिसंचरण में सुधार करती है।
- सूरज की रोशनी विटामिन डी का स्तर शरीर में बढ़ाती है जिससे की ह्रदय स्वस्थ रहता है।
- लंदन में यूरोपीय सोसाइटी ऑफ़ हाइपरटेंशन मीटिंग 2012 के एक अध्ययन में यह बताया गया है की विटामिन डी सर्दियों में हाई ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद करता है।
- शरीर युवी किरणों के सम्पर्क में आने पर नाइट्रिक ऑक्साइड रिलीज़ करता है जो हाई ब्लड प्रेशर को कम करने में लाभदायक होता है।
- सूरज की रौशनी से हार्ट अटैक, अन्य हार्ट से जुड़ी समस्या, कोलेस्ट्रॉल और स्ट्रोक का जोखिम कम हो जाता है।
आप भी रोज़ाना कम से कम 10 मिनट के लिए सूरज की रोशनी में बैठे जिससे आपको भी कई फायदे तो होंगे और साथ ही अगर आप भी ऊपर दी गयी किसी बीमारी से ग्रसित है तो उसका जोखिम कम करने में सनलाइट आपके लिए फ़ायदेमंद साबित होगी।