Marjariasana Yoga: रीढ़ की हड्डी लचीली बनाये तथा पीठ दर्द दूर करे

आधुनिक युग में हम सभी का जीवन बहुत व्यस्त हो गया हैं| व्यस्तता के चलते अधिकतर लोग व्यायाम, सही खान पान आदि पर ध्यान नहीं देते जिसका असर शरीर पर भी पढता है|

फिजिकल एक्टिविटी की कमी के चलते थोड़ी सा भी काम करने से आये दिन हमारे शरीर में दर्द होता रहता हैं| कभी सिर में दर्द, कभी हाथ में दर्द तो कभी पीठ और कमर में दर्द|

जिन लोगो की जॉब बैठकर करने वाली होती है उन लोगो को पीठ दर्द और कमर दर्द ज्यादा प्रभावित करते है| यदि आपको हमेशा पीठ दर्द बना रहता है तो आपके लिये मार्जारी आसन बहुत फायदेमंद होगा|

इसे करने से आपकी रीढ़ की हड्डी लचीली बनी रहती है| आपको बतादे की रीढ़ हमारे शरीर का स्‍तंभ होता है| पीठ दर्द की वजह से शरीर के अन्‍य भागो में जैसे कंधे, गर्दन आदि जगहों में दर्द होता है| साथ ही इसकी वजह से सर दर्द भी होता है| आइये जाने Marjariasana  के बारे में और विस्तार से जानते है|

Marjariasana Steps and Benefits: मार्जरी आसन कैसे करे और इसके क्या फायदे है

मार्जरी आसन की विधि:-

  • आपको बता दें कि इस आसन को Cat pose भी कहा जाता है
  • घुटनो के बल बैठ जाये और हाथों को जमीन पर रखकर शरीर को एक मेज़ की तरह बना लें|
  • अपने हाथो को कन्धों के ठीक नीचे रखे, हथेलियां ज़मीन की और होना चाहिए तथा घुटनो मेँ थोड़ा अंतर होना चाहिए|
  • गर्दन सीधी रखे तथा नज़रें सामने की और होना चाहिए|
  • अब सास लेते हुए अपनी ठोड़ी को ऊपर कि और उठाये तथा सर को पीछे की और ले जाएँ|
  • अपने पेट को जमीन की और दबाने की कोशिश करे और अपनी कमर के निचे के हिस्से को ऊपर की और उठाये|
  • अपने हिप्स को सिकोड़ ले जब तक की आप तनाव महसूस नहीं करते है|
  • अब लंबी गहरी सांस ले और इस स्थिति में बने रहे|
  • इसके पश्चात सांस को छोड़ते हुए ठोड़ी को छाती से लगाएं|
  • अपनी पीठ को धनुष आकार मेँ जितना उपर हो सके उतना उठाले और हिप्स को ढीला छोड़दें|
  • कुछ देर इसी स्तिथि में बने रहे फिर सामान्य अवस्था में आ जाये|
  • इस प्रक्रिया को कम से कम 5 बार दोहराये|

मार्जरी आसन के फायदे:-

  1. इसे करने से पाचन प्रक्रिया सुधरती है|
  2. जो लोग पेट को कम करना चाहते है उनके लिए भी यह अच्छा है|
  3. इसे कंधे और कलाई मजबूत होती है साथ ही टोन भी होती है|
  4. महिलाओ को इसे करने से मासिक धर्म से सम्बंधित समस्याओ में छुटकारा मिलता है|
  5. इससे पीठ और कमर की मांसपेशियों का तनाव कम होता है साथ ही दर्द में भी राहत मिलती है|
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