आजकल की व्यस्त दिनचर्या के चलते अधिकतर लोग अपने शरीर पर ध्यान ही नहीं देते है| जिसके चलते शरीर को कुछ न कुछ बीमारी हो जाती है| शरीर को बीमारियों से दूर रखने के लिए व्यायाम, योग, प्राणायाम आदि का अभ्यास जरुरी है|
इससे आपके शरीर का इम्युनिटी सिस्टम मजबूत बनता है और आप मोटापे से भी दूर रहते है| पिछले कुछ आर्टिकल में हमने आपको कई तरह के व्यायाम और योग आसनो के बारे में बताया है| आज हम आपको प्राणायाम से सम्बंधित जानकारी देंगे|
योग के आठ अंगों में से चौथा अंग है प्राणायाम है| इसके कई प्रकार है जैसे अग्नि प्रदीप्त प्राणायाम, एकांड स्तम्भ प्राणायाम, सीत्कारी प्राणायाम, अग्नि प्रसारण प्राणायाम आदि| यह सब नाम आपने नहीं सुने होंगे लेकिन इसके एक और प्रकार अनुलोम-विलोम प्राणायाम का नाम आपने जरूर सुना होगा|
प्राणायाम का अभ्यास आपको शक्तिशाली और उत्साहपूर्ण बनाता है । इसे नियमित रूप से करने पर मन में स्पष्टता आती है अच्छी सेहत बनती है| इसलिए हमें नियमित इसे करना चाहिए, लेकिन इसे करने से पहले एक बार Rules of Pranayam जान लेते है|
Rules of Pranayam: इसका अभ्यास करने से पहले जरूर जान ले
सुबह के वक्त करे
- प्राणायाम करने के लिए सबसे अच्छा समय सुबह का होता है| इस समय यह विशेष लाभ देता है|
- सुबह जब भी आप प्राणायाम का अभ्यास करे, तो आपका पेट पूरी तरह साफ होना चाहिए|
साफ़ सुथरी जगह पर करे
- प्राणायाम करने के लिए हमेशा साफ़ सुथरी और समतल जगह का चुनाव करे|
- इसे कभी भी खाली जमीन पर ना करे, इसे करने से पहले जमीन पर चटाई, योगा मैट या फिर दरी बिछाना जरुरी है|
खाली पेट करे
- सिर्फ योग ही नहीं प्राणायाम का अभ्यास भी खाली पेट करना चाहिए| Yoga and Pranayama के नियम लगभग एक जैसे है
- प्राणायाम करने के 2 घंटे पहले और 2 घंटे बाद तक खाना नहीं खाना चाहिए| और पानी के लिए भी आधे घंटे का गैप रखना चाहिए|
बिमारी होने पर मन से करे
- प्राणायम का अभ्यास करके आप कई तरह की बीमारियों से दूर रह सकते है|
- लेकिन यदि आपको किसी तरह की बिमारी है तो चिकित्सक से निष्कर्ष करके ही इसे करे|
- क्योंकि कुछ बीमारियों में इसे करना मना होता है|
स्ट्रेस फ्री शरीर के साथ करे
- प्राणायम करते वक्त आपका शरीर बिलकुल ढीला होना चाहिए| इसमें किसी भी तरह का तनाव नहीं होना चाहिए|
- इसे करते वक्त रीढ़ की हड्डी सीधी रखे, झुककर बैठने पर यह गलत होगा|
- आपका चेहरा भी सीधा होना चाहिए और मन में कोई विचार नहीं होना चाहिए|
ऊपर आपने जाना Rules of Pranayam in Hindi. इन नियमो से आप इस बात से संतुष्ट रहेंगे की आप जो कर रहे है वो सही है और इसका फायदा आपको जरूर मिलेगा|