हार्ट अटैक जिसे ह्रदय आघात भी कहते है, यह जानलेवा बिमारियों में से एक है। आजकल की तनाव भरी लाइफ में हार्टअटैक की समस्या काफी लोगो में देखने को मिल रही है| सालभर में भारत में 30 लाख से भी ज्यादा लोग इस बीमारी का शिकार होते है। 2016 की रिपोर्ट्स के मुताबित हर 33 सेकंड में हार्ट अटैक के कारण इंसान की मृत्यु हो जाती है|
शरीर में नियमित रक्त संचार के लिए हमारा दिल पंप की तरह काम करता है। इस पंप को सदैव चालू रखने के लिये इसमे खून की सप्लाई एक अलग रक्त वाहिका के द्वारा होती हैं जिसे कोरोनरी आरटेरी (Coronary Artery) कहते हैं।
कोलेस्ट्रॉल बढ़ने या फिर किसी अन्य कारणों से धीरे धीरे कोरोनरी आरटेरी पर चिकनाई जमने लगती है| जब यह धमनी ब्लॉक हो जाती है तो दिल में खून की सप्लाय बंद हो जाती है और हार्ट अटैक आ जाता है|
कई केसेस में इसके चलते मृत्यु तक हो जाती है| लेकिन इसके लक्षणों को पहचानकर जैसे सीने में दर्द शुरू होना, सांस लेने में तकलीफ होने पर आप तुरंत हॉस्पिटल जा सकते है|
लेकिन यदि किसी को हार्ट अटैक तो आने वाला है, लेकिन उसे सीने में दर्द ही ना हो तब क्या?? आज हम आपको जानकारी दे रहे है Silent Heart Attack के बारे में|
Silent Heart Attack: इसके लक्षण और बचाव की जानकारी
क्या है साइलेंट हार्ट अटैक?
साइलेंट हार्ट अटैक का मतलब होता है की किसी व्यक्ति को हार्ट अटैक आया है लेकिन उसे सीने में दर्द की कोई शिकायत नहीं हुई हो| इसमें उसे पता ही नहीं चलता की हार्ट अटैक कब आया था।
अब आप सोच रहे होंगे की फिर इस अटैक को कैसे पहचान सकते है। इस स्थिति में आप रोगी के कुछ अन्य लक्षण देख सकते है या उन्हें मह्सूस कर सकते है। जिससे आपको साइलेंट हार्ट अटैक के बारे में पता चल सकता है।
Silent Heart Attack Symptoms: साइलेंट हार्ट अटैक के लक्षण
पेट में गैस की समस्या
- साइलेंट हार्ट अटैक में पेट खराब होने के साथ साथ उलटी और जी मचलाने जैसी समस्या भी होती है।
- ऐसे में लापरवाही न बरतें और डॉक्टर से परामर्श लें।
थकान होना
- हार्ट अटैक का यह एक बहुत ही आम लक्षण है।
- रिपोर्ट्स को देखे तो यह साबित हुआ है जिन लोगो को भी हार्ट अटैक आता है उसके पहले वे अपने आप को काफी थका हुआ महसूस करते है।
- जब दिल का दौरा आता है तो खून का दिल तक पहुंचना कम हो जाता है जिससे दबाव ज्यादा बढ़ जाता है।
- इस कारण थकान ज्यादा महसूस होती है।
सांस फूलना
- साँस लेने में तकलीफ होना, सांसो का फूलना जैसी समस्या उत्पन्न होना।
- ऐसा इसलिए होता है क्योंकि हार्ट अटैक के पहले ब्लड सर्कुलेशन स्लो हो जाता है।
- जिस वजह से पर्याप्त मात्रा में हार्ट को ऑक्सीजन नहीं मिल पाता है।
- साथ ही सही तरीके से मांसपेशियों में भी ऑक्सीजन नहीं पहुँच पाता है।
- और इसके फलस्वरूप साँस फूलने लगती है।
हाथों, कंधों, कमर या जबड़े में दर्द होना
- पीठ, चेस्ट, हाथों, कंधों, कमर या जबड़े में दर्द होना भी हार्ट अटैक का संदेश देते है।
- अगर पहले कभी भी इस तरह का दर्द न हुआ हो तो यह चिंता का विषय हो सकता है। इसलिए डॉक्टर को जरूर दिखाएं।
उच्च रक्तचाप
- हाई ब्लड प्रेशर से भी दिल पर दबाव बढ़ता है जो हार्ट अटैक का कारण होता है।
- हाई बीपी के कारण दिल तक पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन नहीं पहुँच पाता है।
- साथ ही मांसपेशियों में भी सही प्रकार से ब्लड सर्कुलेट नहीं हो पाता है।
- यह सभी चीज़े हार्ट अटैक को बढ़ावा देती है।
अन्य लक्षण
- शारीरिक क्रियाकलाप में सुस्ती
- सामान्य स्थितियों में पसीना आना, साथ ही ठंडा पसीना आना।
- बढ़ा हुआ कोलेस्ट्रॉल
- धूम्रपान व नशे का सेवन
यदि आपको उपरोक्त लक्षण अपने अंदर लम्बे समय से दिखाई दे रहे है तो इन चीज़ो को तुरंत छोड़ दें –
- अगर आप धूम्रपान व नशे का सेवन करते है तो इसे बंद कर दें।
- अधिक वसा वाला भोजन न करें।
- कॉफी और हाई कैफीन की चीजें न लें।
- अधिक फिजिकल एक्टिविटी ना करें।
- अगर आप अधिक मोटे हैं तो इसे कम करने का प्रयास करें।
- स्ट्रेस और टेंशन कम लें।
इस तरह रख सकते है खुद का ख्याल
- रोजाना सैर पर जाएं।
- अपने भोजन में कम से कम नमक का प्रयोग करें।
- रोजाना 8 से 10 गिलास पानी जरूर पिएं।
- कम से कम 7 घंटे नींद जरूर लें।
- अगर चाय पीने का मन हो तो हर्बल या ग्रीन टी ही पियें।
- अपनी डाइट में सलाद को शामिल करें और ज्यादा से ज्यादा सब्जियों का सेवन करें।
दौरा पड़ने की स्तिथि में क्या करें?
- अगर किसी को दिल का दौरा पड़ा हो तो उसे तुरंत अस्पताल ले जाएं। अगर ये पॉसिबल नहीं है तो उस व्यक्ति को हर दस सेकंड में खांसने को कहिये। जिससे उसके दिल पर दवाब पड़ता है और खून का प्रवाह दिल की ओर तेज हो जाता है।
- खांसने के बाद गहरी और लम्बी साँस लेनी चाहिए क्योंकि दिल की धड़कन बढ़ने और बेहोशी आने में केवल दस सेकेंड का वक्त लगता है। उपरोक्त प्रकिया के द्वारा आपको काफी राहत मिलती है।
शुगर के मरीज रहे सतर्क
शोधो से पता चला है कि शुगर के मरीज को साइलेंट हार्ट अटैक के ज्यादा खतरे होते है। इसके मरीजों को बिना दर्द हुए अटैक आ जाता है। क्योंकि लंबे समय तक शुगर होने से दर्द महसूस करने वाली कोशिकाएं कमजोर हो जाती हैं। जिस वजह से उन्हें दर्द महसूस नहीं होता। दर्द होने की जगह उनकी सांसें फूलने लगती हैं और पसीना आने लगता है।
यहां दी गई जानकारी से आपको पता चल ही गया होगा कि साइलेंट हार्ट अटैक क्या होता है और किस प्रकार से यह धीरे धीरे मनुष्य के शरीर को घेरता है। वैसे साइलेंट हार्ट अटैक में 33 सेकण्ड्स में व्यक्ति अपनी जान खो देता है। इसलिए इसके लक्षणों को पहचाने और सही समय पर इसका उपचार करें।