Utkatasana Yoga – शारीरिक संतुलन सुधारे, पैरो को मजबूत बनाये

स्वस्थ शरीर के लिए योग बहुत जरुरी है| योग के अलग अलग आसन हमारे शरीर को कई तरह के फायदे पहुचाते है| इसलिए योग को हमें अपनी जिंदगी का हिस्सा जरुर बना लेना चाहिए| यह जरुरी नहीं है की आप योग के हर आसन को करे| आप अपनी जरुरत के अनुसार अपने पसंदीदा आसन चुन सकते है|

आज हम आपको उत्कटासन के बारे में बता रहे है| अंग्रेजी में इस आसन को चेयर पोस कहा जाता है| यह आसन आपको कई फायदे देता है| इसे करने से आप आजकल की कई समस्याओ से छुटकारा पा सकते है| यह आपके पैरो को मजबूत बनाता है| इसके अलावा यह आपके पेट और कमर की चर्बी को भी दूर करता है| यह आसन करने से आपका शरीर, खासकर पैर सुढोल होते है|

इस आसन में आपको ठीक वैसे ही बैठना होता है जैसे आप कुर्सी पर बैठते है| लेकिन यहाँ मामला थोडा अलग है आपको कुर्सी पर तो बैठना है लेकिन आपकी कुर्सी काल्पनिक होगी| इस आसन को देखकर सभी लोग सोचते है कि यह आसन करने में बेहद आसान है| लेकिन ऐसा नहीं है काल्पनिक कुर्सी पर बैठना थोडा मुश्किल होता है| आइये विस्तार से जानते है Utkatasana Yoga के बारे में|

Utkatasana Yoga – जानिए उत्कटासन को करने की विधि, लाभ और सावधानिया

उत्कटासन को करने की विधि:-

  • Chair Yoga Pose को करने के लिए सबसे पहले ताड़ासन में खड़े हो जाये| अपने दोनों पैरो के बीच थोडा फासला रखे|
  • चित्र में दिखाए अनुसार अपने दोनों हाथो को आगे की और फैलाले, हथेली ज़मीन की ओर, कुहनियां सीधी रहे। इस दौरान आपकी पीठ बिलकुल सीधी होनी चाहिए|
  • अपने घुटनो को निचे की और झुकाए, और इस तरह करे जैसे की आप एक काल्पनिक कुर्सी पर बैठे हैं। इस दौरान सांस ले|
  • कई बार हमें इसे करना थोडा मुश्किल होता है, ऐसे समय में आप कल्पना करें कि बैठे बैठे आप अखबार पढ़ रहे हैं तो आपके लिए इसे करना थोडा आसन हो जायेगा|
  • आपको बिलकुल सीधा बैठना है, आपके हाथ बिलकुल जमीन के समानान्तर रहना चाहिए| कुछ देर तक अपनी सांस रोक कर रखे|
  • अब सांस छोड़ते हुए धीरे धीरे पहले की अवस्था में आ जाये|
  • इस आसन को 20 से 25 बार करे| शुरुवात में इसे केवल 10 बार करे|
  • यदि आप अपने हाथो को जमीन के सामानांतर नहीं रखना चाहती है तो इन्हें ऊपर भी रख सकती है|

उत्कटासन के फायदे:-

  1. यह आसन आपका शारीरिक संतुलन बनाने में मददगार है| इसके अलावा यह फ्लैट फीट की समस्या में भी मदद करता है|
  2. इससे ध्यान रखने की क्षमता बढती है| यह आपके मन को दृढ़ बनाता है|
  3. यह वजन कम करता है| इससे आप जांघ, कमर और पेट की चर्बी कम कर सकते है, जहा चर्बी घटाना मुश्किल होता है|
  4. महिलाओ के लिए तो यह आसन बहुत ही फायदेमंद है| इससे मासिक धर्म के वक्त होने वाली समस्या से निजात मिलती है|
  5. जिन लोगो को गैस, कब्ज और एसिडिटी की समस्या होती है| उन्हें इस आसन को जरुर करना चाहिए|
  6. यह आपके पैरो को मजबूत बनाता है| और घुटनों को शक्ति प्रदान करता है।
  7. यह छाती की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है। यह पाचन तंत्र में भी सुधार लाता है|
  8. जिन भी लोगो को पाइल्स की दिक्कत है उनको प्रायः इस आसन का अभ्यास जरुर करना चाहिए|

उत्कटासन में सावधानिया:-

  • गंभीर गठिया रोग होने पर या फिर टखने में चोट लगने की स्तिथि में इसे ना करे|
  • यदि आपको चक्कर आने की समस्या हो या फिर इसके वजह से चक्कर आ रहे हो तो इस आसन का अभ्यास ना करे|
  • चोट या फिर किसी अन्य कारणवश घुटने का दर्द हो तब भी इसका अभ्यास नहीं करना चाहिए|
  • इस आसन को केवल खाली पेट करना चाहिए, यदि आपने कुछ खाया हो तो २-३ घंटे बाद ही इस व्यायाम को करे|
  • यदि सिर दर्द हो रहा हो या फिर नींद आ रही हो तो इस स्तिथि में कुर्सी आसन का अभ्यास ना करें।
  • जिन लोगो को ह्रदय रोग हो, उन लोगो को यह डॉक्टर की राय लेकर और विशेषज्ञ की निगरानी में ही करना चाहिए|

शुरुवाती के लिए टिप:

यदि आप इस आसन को करने के लिए शुरुवाती है तो आप इसे करने के लिए दिवार का सहारा ले सकते है| इससे आपको पोज में बने रहने में मदद मिलेगी| आप अपनी पीठ को टिकाने के लिए दिवार का सहारा ले सकते है| दिवार से उपयुक्त दुरी रखे, ताकि आप इस पोस को मेन्टेन रख सके|

उत्कटासन के पहले किये जाने वाले पोस

उत्कटासन के बाद किये जाने वाले पोस

पोस टाइप

  • स्टैंडिंग
  • कोर

ऊपर आपने जाना Utkatasana in Hindi. इस योग को अपनी दैनिक दिनचर्या में शामिल कर आप भी इसका लाभ उठा सकते है| लेकिन एक बार इसकी सावधानियो को जरुर पढ़ ले| इसके अलावा इस आसन को करते समय अपनी शारीरिक क्षमता से अधिक जोर न लगाए|

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