कभी कभी सीने में दर्द होना सामान्य बात होती है लेकिन यदि यह लगातार बना रहे तो यह दिल का दौरा आने का संकेत भी हो सकता है। सामान्यतः सीने में दर्द की समस्या सांस लेने में तकलीफ़ और सीने में असहजता के कारण भी हो सकती है।
साथ ही प्रतिदिन होने वाले एसिड इनडाइजेशन या एसिडिटी भी इसका एक कारण हो सकते हैं । इन सब कारणों से कभी कभार हम सही समस्या को पहचानने में लापरवाही कर देते है और आगे चल के इसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ जाते हैं।
सीने में दर्द की परेशानी दरअसल दिल की समस्याएं, हार्ट स्ट्रोक, हार्ट अटैक और हार्ट फेल के शुरूआती लक्षण होते हैं । इसलिए सीने के दर्द को कभी भी अनदेखा नहीं करना चाहिए। इसकी जानकारी रखने की जरुरत होती है। जानकारी होने पर ऐसी समस्याओं को वक़्त रहते पहचान लिया जाता है और परेशानी का इलाज शुरू हो जाता है।
जब हार्ट प्रॉब्लम्स के कारण सीने में दर्द होता है तो उसे एनजाइना कहते है। इसमें रोगी को दर्द थोड़ी देर के लिए होता है और यदि परिस्थिति बिगड़ गयी है तो दर्द अधिक समय के लिए भी हो सकता है। एनजाइना का दर्द मधुमेह, हाई कोलेस्ट्रॉल, आनुवंशिकता के कारण या फिर पहले से हृदय संबंधित रोग से ग्रस्त होने के फलस्वरूप होता है। आज के लेख में हम आपको Chest Pain Reasons In Hindi बताने जा रहे हैं।
Chest Pain Reasons In Hindi: दिल में दर्द के कारणों को पहचानें
सीने में दर्द होने की वजह
तनाव के कारण सीने में दर्द
- तनाव होने से दिल की धड़कन की गति तीव्र हो जाती है। जिसके कारण साँस लेने में दिक्कत होने लगती है।
- रक्त चाप बढ़ जाने के कारण भी हृदय में रक्त संचार की गति बाधित होती है। इससे भी सीने में दर्द होने लगता है।
डर के कारण
- अचानक कोई सदमा लगने या ज्यादा डर जाने से दिल की धड़कन अचानक बढ़ जाती है और इसके कारण भी सीने में दर्द होने लग जाता है।
फेफड़ों में रोग होने के कारण
- रक्त धमनियों में थक्का जमने के कारण फेफड़ों के टिशु में रक्त का प्रवाह रुकने लगता है।
- ऐसा होने से बेचैनी होने लगती है और साँस लेने में परेशानी होती है।
- छाती में दर्द का एक कारण फेफड़े से संबंधित बीमारी भी हो सकते हैं। इसकी वजह से भी छाती में असहनीय दर्द हो सकता है।
- ऐसे में छाती के मध्य में दर्द होने के बदले बगल में दर्द होता है। कभी Right Chest Pain तो कभी लेफ्ट बढ़ जाता है।
- आपके सांस लेने पर या फिर खांसने पर छाती का दर्द और ज्यादा बढ़ जाता है।
- तपेदिक या फिर निमोनिया जैसे रोग हो जाने पर भी छाती में दर्द बढ़ सकता है।
उच्च रक्तचाप की समस्या
- जो धमनियाँ फेफड़ों तक रक्त को ले जाती है उसमें जब रक्तचाप में वृद्धि हो जाती है तब सीने में दर्द होता है।
- इस स्थिति को हाइपरटेंशन कहते है।
पेट की परेशानी के कारण
- कभी कभी पेट संबंधित कोई बीमारी या परेशानी हो जाने के वजह से भी छाती में दर्द उठ सकता है।
- जब पित्ताशय के अंदर गैस बनती है और जब ये गैस सीने के ओर जाती है तो सीने में दर्द होने लगता है।
- इस वजह से छाती में जलन और दर्द होने पर जब हम एंटी एसिड खाते हैं तो दर्द कम हो जाता है।
- अगर आपको सोते समय छाती में दर्द होने लग जाए तो हो सकता है की ये ये पेट की समस्याओं के कारण भी हो रहा हो।
टीबी हो जाने पर
- छाती में दर्द का एक मुख्य कारण टीबी की बीमारी भी हो सकती है।
- टीबी या फिर निमोनिया के कारण फेफड़ों की झिल्ली के अंदर सूजन हो जाती है जिसके कारण रोगी के सांस लेते समय हवा उस सूजी हुई सतह से रगड़ खा जाती है।
- इसी कारण से छाती में दर्द होने लग जाता है। इस अवस्था को हीं प्ल्यूराइटिस के नाम से जाना जाता है।
एंजाइना पेक्टोरिस के कारण
- ज्यादातर ऐसा देखा जाता है की Right Chest Pain होने पर हो सकता है की यह हार्ट अटैक की वजह से हो रहा हो।
- वहीं सीने में बार-बार दर्द होते रहना एंजाइना पेक्टोरिस का एक लक्षण माना जाता है, जो आगे चल के दिल की एक बीमारी का रूप ले लेता है।
- इसके कारण हार्ट तक पहुंचने वाले खून की मात्रा घट जाती है।
- ऐसे में हार्ट को सही मात्रा में ऑक्सीजन नहीं मिल पाटा है और इसी वजह से छाती में दर्द होता है और साथ हीं साथ सांस लेने में भी परेशानी होने लग जाती है।
कोरोनरी धमनी विच्छेदन के कारण
- जब हमारे शरीर में मौजूद कोरोनरी धमनी के अंदर किसी प्रकार का छिद्र या फ़ी खरोंच हो जाता है तो इसे हीं कोरोनरी धमनी विच्छेदन कहा जाता है।
- ऐसा होने के पीछे कई प्रकार के कारक होते हैं।
- इसके हो जाने पर अचानक से सनसनी के साथ छाती में एक गंभीर प्रकार का दर्द हो सकता है जिससे छाती के साथ साथ गर्दन, पीठ और पेट भी परेशान हो सकता है।
सीने के दर्द से बचने के लिए करें उपचार (Chest Pain Treatment)
- धूम्रपान से हृदय संबंधित बीमारियाँ होती है। इसलिए निम्नलिखित पदार्थों के सेवन से बचे।
- अपने खाने में नमक की मात्रा को जितना हो सके कम कर दे अगर संभव हो तो नमक का सेवन छोड़ देंI
- अपने दैनिक आहार में कैलोरी की मात्रा को कम करे और फाइबर की मात्रा को बढ़ा दे।
- व्यायाम को अपने दैनिक क्रिया में शामिल करे और जो व्यायाम आपको उपयुक्त लगे उसे प्रतिदिन करे।
- अपने खान पान को नियमित और व्यवस्थित रखे और पौष्टिक आहार ले।
- मुलेठी के जड़ का सेवन करने से भी सीने का दर्द काफी कम हो जाता है।
- अनार के जूस से भी सीने का दर्द कम होता है। इसके अलावा रोज अखरोठ का सेवन भी फ़ायदेमंद होता है।
इसके अतिरिक्त आप खाने में लहसुन, अदरक, हल्दी और तुलसी का उपयोग भी कर सकते है। क्योंकि इनमें भी सीने के दर्द को कम करने के भरपूर गुण पाए जाते है।
इस लेख में आपने पढ़ा छाती में दर्द के बहुत सारे वजहों के बारे में। इस लेख को पढ़ने के बाद आप अपने छाती में होने वाले दर्द से कन्फ्यूज नहीं होंगे और सही इलाज करवाएंगे।