Saraswati Mantra in Hindi: विद्या, बुद्धिमत्ता और भय निवारण के लिए करें इन मंत्रो का जाप

Saraswati Mantra: माँ सरस्वती को ज्ञान, साहित्य, कला और स्वर की देवी कहा जाता है। माँ सरस्वती को सफ़ेद रंग बहुत ही प्रिय है। माँ सरस्वती ब्रह्मा की मानसपुत्री हैं। जो विद्या की अधिष्ठात्री देवी कही जाती हैं।

इनका नामांतर ‘शतरूपा’ भी है। माँ सरस्वती के अन्य नाम भी हैं जैसे कि वाणी, वाग्देवी, भारती, शारदा और वागेश्वरी इत्यादि। हर वर्ष माघ माह की शुक्ल पंचमी के दिन माँ सरस्वती की पूजा अर्चना की जाती है।

हिन्दू धर्म में एक कथा के अनुसार जगत के रचियता परम ब्रह्मा जी ने जब सृष्टि की रचना की थी।उस समय धरती पर चारों तरफ उदासी का वातावरण छाया हुआ था। इस वातावरण को मंगलमय बनाने के लिए जगत के रचियता ब्रह्मा जी ने अपने मुख से माँ सरस्वती को जन्म दिया था।

जैसे ही माँ सरस्वती ने वीणा बजाना शुरू किया उसी समय पूरी धरती पर लहलहा उठी थी। ज्ञान और वाणी के बिना संसार की कल्पना करना असंभव है। इन सब की एक ही देवी है; माँ सरस्वती। यदि आप भी अपने जीवन को सुखमय बनाना चाहते है तो Maa Saraswati Mantra का जाप कर सकते है।

Saraswati Mantra in Hindi: जानिए मां सरस्वती के अद्भुत मंत्र

Saraswati Mantra

maa saraswati mantra  aur माँ सरस्वती की पूजन

माँ सरस्वती की पूजा अर्चना इंसान के साथ ही देवता और असुर भी बड़े ही श्रद्धा भाव के साथ करते है। माँ सरस्वती की पूजा के दौरान सभी लोग अपने अपने घरों में माँ सरस्वती की प्रतिमा को रखते हुए उनकी पूजा अर्चना करते हैं।

सरस्वती पूजन करते समय सबसे पहले माँ सरस्वती की प्रतिमा या फिर उनकी तस्वीर को सामने रखना चाहिए। इसके बाद कलश स्थापित करके भगवान गणेश और नवग्रह की विधिवत् पूजा करना चाहिए। इसके बाद माँ सरस्वती की पूजा अर्चना करना चाहिए।

माँ सरस्वती की पूजा करते समय उन्हें सबसे पहले आचमन और स्नान कराए। इसके बाद माता को फूल, माला चढ़ाएं। माँ सरस्वती को सिन्दूर और अन्य श्रृंगार की वस्तुएँ भी अर्पित करना चाहिए। इसके बाद आरती करने के बाद माँ सरस्वती के मंत्र का जाप एवं उच्चारण करना चाहिए।

Saraswathi Mantra

देवी सरस्वती का मूल मंत्र निम्न है: ॐ ऐं सरस्वत्यै ऐं नमः।
संपूर्ण सरस्वती मंत्र: ॐ ऐं ह्रीं क्लीं महासरस्वती देव्यै नमः।

01: परीक्षा से भय निकालने के लिए माँ सरस्वती के इस मंत्र का जाप करना चाहिए –
ॐ ऐं ह्रीं श्रीं वीणा पुस्तक धारिणीम् मम् भय निवारय निवारय अभयम् देहि देहि स्वाहा।

02: स्मरण शक्ति बढाने के लिए इस मंत्र का जाप करना चाहिए –
ऐं नमः भगवति वद वद वाग्देवि स्वाहा।

03: उच्च शिक्षा और बुद्धिमत्ता के लिए माँ सरस्वती के इन मंत्रों का जाप करना चाहिए –
शारदा शारदाभौम्वदना। वदनाम्बुजे।
सर्वदा सर्वदास्माकमं सन्निधिमं सन्निधिमं क्रिया तू।
श्रीं ह्रीं सरस्वत्यै स्वाहा।
ॐ ह्रीं ऐं ह्रीं सरस्वत्यै नमः।

04: कला और साहित्य के क्षेत्र में सफलता के लिए माँ सरस्वती के इस मंत्र का जाप करना चाहिए –
शुक्लां ब्रह्मविचार सार परमां आद्यां जगद्व्यापिनीं
वीणा पुस्तक धारिणीं अभयदां जाड्यान्धकारापाहां।
हस्ते स्फाटिक मालीकां विदधतीं पद्मासने संस्थितां
वन्दे तां परमेश्वरीं भगवतीं बुद्धि प्रदां शारदां।।

05: सभी प्रकार की बाधाओं से निवारण प्राप्त करने के लिए माँ सरस्वती के इस मंत्र का जाप करना चाहिए –
ऐं ह्रीं श्रीं अंतरिक्ष सरस्वती परम रक्षिणी
मम सर्व विघ्न बाधा निवारय निवारय स्वाहा।

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