शरीर को स्वस्थ बनाये रखने के लिए व्यायाम करना हमेशा अच्छा माना जाता है। प्रेगनेंसी में भी व्यायाम करना महिलाओ के लिए फ़ायदेमंद होता है।
प्रेग्नेंसी के दौरान अधिक मोटापा अच्छा नहीं होता है। व्यायाम इस दौरान आपके वजन को तो नियंत्रित रखता ही है साथ ही अन्य समस्याओं से भी राहत दिलाता है।
गर्भावस्था के दौरान प्रत्येक महिला के लिए अपनी सही देखभाल करना ज़रुरी होता है, जिससे की माँ और बच्चा दोनों स्वस्थ और तंदरुस्त रहे। गर्भावस्था के दौरान व्यायाम करना मां और बच्चे दोनों के लिए ही बहुत फ़ायदेमंद होता है।
साथ ही आपको यह भी बता दें की व्यायाम करते रहने से नॉर्मल डिलीवरी होने की सम्भावनाये भी बढ़ जाती हैं। लेकिन गर्भावस्था के दौरान कोई भी व्यायाम करने से पहले डॉक्टर की राय ज़रूर ले। आज के लेख में हम आपको बता रहे है Pregnancy Me Exercise In Hindi.
Pregnancy Me Exercise In Hindi: गर्भावस्था में व्यायाम के फायदे
मितली, उलटी की समस्या से निजात
- गर्भावस्था के दौरान कई महिलाओ को उलटी और मितली की समस्या होने लगती है।
- जो महिलाएं गर्भावस्था में व्यायाम करती है उनको मितली, उलटी और जी घबराने की शिकायत नहीं होती है।
थकान को दूर करे
- गर्भावस्था के दौरान गर्भवती महिलाओं को थकान और आलस की समस्या भी उत्पन्न हो जाती है जिसके कारण शरीर में सुस्ती बनी रहती है।
- अधिकतर महिलाओं को यह समस्या शुरुआत के तीन महीनों में ज्यादा होती है।
- गर्भावस्था में यदि आप नियमित रूप से व्यायाम करते है तो थकान महसूस नहीं होती है।
प्रसव में आसानी
- गर्भावस्था में प्रसव के दौरान असहनीय दर्द होता है ।
- यदि आप गर्भावस्था में नियमित व्यायाम करती हैं तो इससे प्रसव आसानी से हो जाता है। साथ ही दर्द भी कम होता है।
- व्यायाम के जरिये आप गर्भावस्था में भी अपने आप को और बच्चे को फिट रख सकती है।
- गर्भावस्था के दौरान होने वाली तकलीफों से भी छुटकारा मिल जाता है।
तनाव से निजात
- गर्भावस्था के दौरान महिलाओं के हार्मोन्स में परिवर्तन होते है जिसके कारण कभी कभी उनमे तनाव, चिंता और अवसाद की स्थिति बन जाती है। साथ ही गर्भावस्था से जुड़ी सावधानियों की भी चिंता हर वक़्त होती रहती है । ऐसे में व्यायाम ही एक साधन होता है जो की इन समस्याओं से मुक्ति दिलाने में सहायक होता है।
- व्यायाम गर्भवती महिला को चिंतामुक्त रखता है। जिससे इसका असर शिशु पर नहीं पड़ पाता है।
- इसलिए गर्भावस्था में व्यायाम करना तनाव से दूर रखने के लिए बहुत ही आवश्यक होता है।
ताजगी का अनुभव
- गर्भावस्था में यदि आप थोड़ा भी व्यायाम करते है तो आपको तरोताजा महसूस होता है।
- व्यायाम करने से आपका मन हमेशा प्रसन्न रहता है जो आपके होने वाले शिशु के लिए भी बहुत फ़ायदेमंद होता है ।
- व्यायाम करने से शरीर में एंडोमॉर्फिन नामक हार्मोन उत्पन्न होता है जो की गर्भावस्था में होने वाले मूड स्विंग को रोकने में भी सहायक होता है। जिसके कारण आप फ्रेश फील कर सकती है।
ऊर्जा का संचार
- व्यायाम करने से ऊर्जा का संचार होता है। इस दौरान हल्के-फुल्के व्यायाम करना ही अच्छा होता है।
- व्यायाम आपके कार्डियोवास्कुलर सिस्टम को मजबूत करता है।
शिशु को स्वस्थ रखे
- व्यायाम करने से गर्भवती महिला फिट और स्वस्थ रहती हैं, साथ ही गर्भ में पल रहा शिशु भी स्वस्थ और फिट रहता है।
- व्यायाम करने से शरीर में रक्त का संचार अच्छे से हो पाता है। जिसके कारण फेफड़ों को भी उचित मात्रा में ऑक्सीजन मिलती है जो शिशु के लिए भी फ़ायदेमंद होती है।
इसके अतिरिक्त अन्य फायदे
मोटापे को दूर करने में सहायक
- गर्भावस्था के दौरान कई महिलाओ को मोटापे की समस्या भी हो जाती है जिसके कारण महिला और शिशु दोनों को हानि पहुंच सकती है।
- व्यायाम के माध्यम से मोटापे को संतुलित रखा जा सकता है। ताकि माँ और शिशु दोनों सुरक्षित रह सकते है।
नींद न आना
- अक्सर ये देखा गया है की गर्भावस्था के दौरान गर्भवती महिलाओं को नींद न आने की समस्या पेश आती है।
- इस समस्या में भी व्यायाम बहुत लाभ पहुंचाता है, व्यायाम करने से नींद अच्छी आती है और अनिंद्रा की समस्या भी दूर हो जाती है।
कब्ज से छुटकारा
- ऐसा देखा गया है की गर्भावस्था के दौरान कई महिलाओं को कब्ज की भी शिकायत हो जाती है।
- कब्ज को दूर करने के लिए व्यायम करना बहुत फ़ायदेमंद होता है।
- अगर आप प्रतिदिन आधा घंटा टहलती है तो भी यह आपके लिए लाभकारी हो सकता है।
- प्रतिदिन टहलने या व्यायाम आदि करने से पाचन क्रिया अच्छी रहती है और पेट से जुड़ी कोई भी समस्या नहीं होती है।
ऊर्जा का संचार
- व्यायाम करने से ऊर्जा का संचार होता है जिससे आपके शरीर में जमा अतिरिक्त चर्बी भी दूर हो जाती है।
- गर्भावस्था के दौरान हल्के-फुल्के व्यायाम करना ही अच्छा होता है।
मधुमेह से छुटकारा
- कुछ महिलाओ को गर्भावस्था के समय मधुमेह की समस्या भी पेश आ जाती है।
- यदि आप नियमित रूप से व्यायाम करती है तो गर्भावस्था के दौरान होने वाली मधुमेह की समस्या से भी आपको निजात मिल जाता है।
आवश्यक जानकारी
- गर्भावस्था के दौरान व्यायाम को शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर से ज़रूर सलाह मशवरा करे।
- व्यायाम करने के साथ साथ इस बात का भी ध्यान रखे की आपको कितनी कैलोरी की आवश्यकता है उसके अनुसार अपने आहार का भी ध्यान रखें ।
- इस दौरान भारी व्यायामों को नहीं करना चाहिए, इससे आपको और आपके शिशु को नुकसान पहुंच सकता है।
- अपनी क्षमता से अधिक व्यायम न करे जितना हो सके हल्का पुलका व्यायाम करे। आप चाहे तो वॉक को प्रतिदिन अपने व्यायाम में शामिल कर सकती है । यह आसान और असरकारी होता है।
- गर्भावस्था के समय महिला को नार्मल से अधिक पानी पीना चाहिए क्योंकि इस समय महिला को ज्यादा पानी की आवश्यकता होती है। इसलिए व्यायाम के दौरान भी बीच बीच में पानी पीती रहे।
सावधानियां
गर्भवती महिला को व्यायाम करना लाभकारी होता है पर कुछ ऐसी परिस्थितियां भी होती है जिस समय महिला को व्यायाम करने की सलाह नहीं दी जाती है जैसे –
- यदि गर्भ में एक से अधिक बच्चे है तो व्यायाम नहीं करना चाहिए। यह घातक भी हो सकता है इसके लिए डॉक्टर से ज़रूर सलाह ले।
- यदि पहले भी आपको समय से पहले डिलीवरी की समस्या हुयी है तो इस गर्भवस्था के दौरान व्यायाम को नहीं करना चाहिए।
- यदि महिला को अत्यधिक उच्च रक्तचाप की समस्या है तो उसे भी व्यायाम को नहीं करना चाहिए।
उपरोक्त फ़ायदों और सावधानियों का ध्यान रखने से आप एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दे सकती है।