Kali Haldi Ke Fayde – काली हल्दी है गुणकारी, जाने इसके लाभकारी फायदे

हमारे प्रकृति में कई ऐसी औषधियां है जिनके बारे में हम नहीं जानते है। इन औषधियों का उपयोग पुराने ज़माने से किया जाता आ रहा है। हम अपने खाने में भी इनका व्यापक तौर पर इस्तेमाल करते है और यह बहुत प्रकार से हमें लाभ पहुँचाती है पर इसके बारे में हमें जानकारी नहीं होती है।

आपने हल्दी के बारे में तो सुना ही होगा। हल्दी खाने का स्वाद तो बढ़ाती है ही साथ ही इससे कई रोगों को भी दूर किया जा सकता है।आपने पीली हल्दी देखी होगी पर क्या आपने काली हल्दी के बारे में कभी सुना है ?

जी हां पीली हल्दी की तरह ही काली हल्दी भी होती है और ये भी स्वास्थ्य के लिए बहुत ही गुणकारी होती है। इसके उपयोग से कई समस्याओं को दूर किया जाता है।

काली हल्दी दिखने में भीतर से हल्के काले रंग की होती है व उसका पौधा केले के आकार का होता है। तो चलिए आज के लेख में जानते है Kali Haldi Ke Fayde के बारे में।

Kali Haldi Ke Fayde: काली हल्दी कई औषधीय गुणों से है भरपूर

दर्द निवारक

  • काली हल्दी एक उत्कृष्ट दर्द निवारक है।
  • यह दांत दर्द और पेट की समस्याओं में राहत देने में मदद करती है।
  • इसके लिए इसे नियंत्रित या इसकी उचित खुराक में लिया जाना चाहिए।
  • आप किस बीमारी के इलाज के लिए कोशिश कर रहे हैं या आप कितना दर्द महसूस कर रहे हैं इसके आधार पर आप इसे ले सकते है।

जोड़ों में दर्द से बचाव

  • ऑस्टियोआर्थराइटिस एक ऐसी समस्या है जो की जोड़ों में दर्द और जकड़न उत्पन्न करती है।
  • इस बीमारी में मुख्यतः जोड़ों की हड्डियों के बीच रहने वाली आर्टिकुलर कार्टिलेज को नुकसान होता है।
  • काली हल्दी में इबुप्रोफेन होता है जिससे पुराने ऑस्टियोआर्थराइटिस के दर्द का उपचार किया जा सकता है ।

फेफड़ों की बीमारियों में लाभकारी

  • ब्लैक हल्दी का उपयोग अस्थमा, ब्रोंकाइटिस, न्यूमोनिया आदि जैसी फेफड़ों की बीमारियों में सुधार या इलाज के लिए किया जा सकता है।
  • काली हल्दी में कुरकुमिन पाया जाया है जो फेफड़ों के कैंसर का कारण बनने वाले तत्त्व को हटाता है।
  • काली हल्दी के इस्तेमाल से फेफड़ो में आई सूजन भी कम हो जाती है।

त्वचा संबंधी रोगों के लिए

  • काली हल्दी त्वचा के लिए भी बहुत लाभकारी होती है।
  • त्वचा रोग जैसे खुजली का होना आदि इसके उपयोग से ठीक हो जाता है।
  • त्वचा में खुजली रोग अधिकतर खून की खराबी के कारण होता हैं।
  • काली हल्दी में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जिससे त्वचा की खुजली ठीक हो जाती है।
  • इसके अतिरिक्त यदि त्वचा पर लाल चकत्ते हो जाते है तो हल्दी के उपयोग से उसे भी दूर किया जा सकता है।

कैंसर से बचाव के लिए

  • वैज्ञानिक रूप से यह साबित हो चुका है कि काली हल्दी के कर्क्यूमिन से कैंसर की कोशिकाओं को बढ़ने से रोकने में मदद मिलती है।
  • शोध में यह भी साबित हुआ है की इसके सेवन से कैंसर के पूर्व लक्षणों को भी दूर किया जा सकता है।
  • काली हल्दी कर्क्यूमिन कोलन कैंसर से बचाने में ज्यादा फ़ायदेमंद होते है।
  • कई शोधकर्ताओं के अनुसार सूजन दूर करने वाली दवाइयों के साथ मरीजों को कर्क्यूमिन भी देना चाहिए इससे कैंसर में लाभ होता है।

स्वेलिंग से राहत

  • काली हल्दी में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण मौजूद रहते हैं जिसमें कुरकुमिन नामक तत्व उपस्थित होता है।
  • यह तत्त्व मालक्यूल को ब्लॉक कर सूजन होने से रोकता है।
  • सूजन की समस्या में आपको काली हल्दी का सेवन करना चाहिए। इससे बचाव के लिए 500 मिलीग्राम की मात्रा में का सेवन किया जाना चाहिए। चाहे तो इससे कम मात्रा में भी सेवन कर सकते है पर ज्यादा मात्रा में ना करे।
  • इससे ज्यादा क्वांटिटी में सेवन करने से गॉल ब्लैडर को नुकसान पहुँचाता है।

पेट की समस्या में लाभकारी

  • काली हल्दी का सेवन आंतो में अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ावा देता है।
  • साथ ही यह पेट में एसिड की मात्रा को बढ़ने नहीं देता है और पेट के बल्क हेड को भी सुरक्षित रखता है।
  • इस के अलावा यह अल्सर जैसी समस्या में भी फायदा पहुंचाता है और पेप्टिक अलसर से भी राहत दिलाता है।

स्टैमिना बढ़ाने में मददगार

  • काली हल्दी भी एक प्रकार की औषधीय जड़ी बूटी की तरह है।
  • काली हल्दी का सेवन आपकी बॉडी में सहनशक्ति बढ़ाती है।
  • आपको काली हल्दी का सेवन कम मात्रा में करना चाहिए वरना इसके शरीर में उलटे प्रभाव होते है।

वजन घटाने में मददगार

  • आपको अपने आहार में थोड़ी काली हल्दी को भी शामिल करना चाहिए।
  • यह आपका वजन घटाने में मदद करती है।
  • इसका सेवन धीरे धीरे आपके आहार से फैट को कम करता है।
  • साथ ही आपकी पाचन क्रिया को भी सुधारता है जिससे की आप सही मात्रा में भोजन कर पाए।

डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद

  • काली हल्दी का सेवन शरीर में इंसुलिन का भी स्तर सही रखता है।
  • इस वजह से यह आपकी बॉडी में शुगर लेवल को कंट्रोल करता है।

इसकी पत्तियाँ एंटी फंगल है

  • काली हल्दी के पौधे की पत्तियाँ भी काफी फायदेमंद होती है।
  • इसकी पत्तियों में भी एंटी फंगल और एंटी माइक्रोबियल गुण होते है।
  • इसकी पत्तियों का इस्तेमाल करने से भी आप कई प्रकार के इन्फेक्शन से बच सकते है।

फर्टिलिटी बढ़ाता है

  • काली हल्दी नपुंसकता का इलाज करने में काफी हद तक सक्षम है।
  • जो लोग भी इस प्रकार की समस्या जैसे पीसीओएस, एन्डोमेट्र्रिओसिस, गर्भाशय फाइब्रॉएड, डिम्बग्रंथि अल्सर, प्रीमेन्स्ट्रायल दर्द, रक्तस्राव की कमी या रक्त ठहराव से ग्रसित है उन के लिए यह काफी फ़ायदेमंद है।
  • काली हल्दी का उपयोग इन सब समस्या में करने से आपको लाभ होगा।

खुजली से राहत

  • काली हल्दी में एंटी बैक्टीरियल कैरेक्टर होता है जो खुजली होने की समस्या से राहत दिलाता है।
  • खुजली शरीर में खासकर के बैक्टीरिया के कारण होती है।

माहवारी में लाभकारी

  • काली हल्दी प्राकृतिक रूप से माहवारी में लाभकारी होती है।
  • इसका उपयोग आपको माहवारी में होने वाले दर्द से भी राहत दिलाता है।
  • इसका सेवन आपको दूध के साथ करना चाहिए। इससे आपको जरूर फायदा होगा।

इस ऊपर दिए लेख में अाप ने जाना की काली हल्दी हमारे लिए उतनी की लाभदायक होती है जितनी पीली हल्दी होती है। ऊपर दिए लेख में हम ने आपको बताया की काली हल्दी के सेवन के आपको कितने फायदे होते है।

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