अक्सर व्रत उपवास के दौरान व्रतियों को यह समस्या आती है की आखिर वो व्रत के दौरान क्या खाएं। चुकी वो एक हीं प्रकार का फलाहार कर कर के बोर हो चुके होते हैं इसलिए वो कुछ अलग खाना चाहते हैं जिससे उनका मन भी भरे और हेल्थ के लिए भी अच्छा हो। इसी कड़ी में आइये आज जानते हैं कुछ स्वादिष्ट और हेल्दी Vrat ka Khana Recipe in Hindi.
पहले केले को धो कर दो टुकड़े कर के उसे उबाले।
अगर आप चाहे तो केले को एक सिटी आने तक कुकर में उबाल सकते है।
अब उबलने के बाद केले को ठंडा होने दे।
हरी मिर्च बारीक काट ले।
उबले केले के छिलके निकाल कर उसे मसल ले।
अब इस मसले हुए केले में हरी मिर्च, धनिया, और नमक डाल दे ।
अब इस मिश्रण को 16 बराबर हिस्सों में बाट ले और इसे टिक्की का आकार दे दें।
आप टिक्की के आकार को अपने हिसाब से बड़ा या छोटा बना सकती है।
अब इन कच्ची केले की टिक्की को 10 मिनट के लिए फ्रिज में रख दे, इससे टिक्की फटेगी नहीं।
आप टिक्की को तल भी सकते है और चाहे तो सेक सकते है।
सेकने के लिए तवा गर्म करें थोड़ा तेल लगाए फिर इस पर टिक्की रख दे और दोनों तरफ से लाल होने तक सेकें।
तलने के लिए तेल गर्म कर ले फिर टिक्की डाल दे और लाल होने तक तले।
अब आपकी टिक्की तैयार है इसे आप फलाहारी चटनी के साथ खा सकते है।
कच्चे केले में कार्बोहाइड्रेट, विटामिन सी और विटामिन बी 6 जैसे तत्व होते है।
केले में पोटैशियम भी भरपूर मात्रा में पाया जाता है।
कच्चे केले में पके हुए केले के मुकाबले कम शुगर होती है। यह पूरी तरह सेहत के लिए फ़ायदेमंद है।
यह बेहद स्वादिष्ट एवं स्वास्थ के लिए अच्छा Fast Recipes माना जाता है।
केले को उबालने के बाद ठंडे होने का इंतज़ार करे वरना टिक्की को बांधने में प्रॉब्लम आएगी।
अगर फिर भी केले की टिक्की बांधने में प्रॉब्लम आ रही है तो उसमे उबले आलू मसल कर मिला ले।
अगर आपको तीखा खाना पसंद है तो मिर्ची की मात्रा बढ़ा दें ।
पहले साबूदाने को धो ले और भिगो के कम से कम 2 – 3 घंटे के लिए रख दे।
भिगोने के बाद साबूदाने मुलायम हो जायेंगे और अगर मुलयाम ना हुए हों तो थोड़ा और पानी डाल कर रख दे फिर मुलायम होने के बाद इसे छान कर एक पात्र में निकाल ले।
हरी मिर्च बारीक बारीक काट ले।
उबले आलू को छील कर मसल ले।
भुनी मूंगफली को दरदरा कूट ले।
अब भीगे साबूदाने में हरी मिर्च, धनिया, नमक, मसले आलू, सिघाड़े का आटा और दरदरी मूंगफली डाल कर मिलाये।
अब इस मिश्रण में निम्बू का रस डाले और अच्छी तरह मिलाये।
अब इस मिश्रण को 10 बराबर हिस्सों में बाँट ले और लोई बना ले।
अब तवा गर्म होने के लिए रख दे और जब तक तवा गर्म हो तब तक लोई 3 – 4 इंच बड़ा बेल ले।
ध्यान रखे की मोटा ही बेले क्योकि थालीपीठ मोटे होते है।
अब तवे पर थोड़ा तेल लगा दे और बेला हुआ थालीपीठ तवे पर डाले।
कम से कम 40 सेकण्ड्स तक इंतज़ार करे फिर इसी दूसरी साइड सेके।
थालीपीठ की दोनों साइड को धीमी आँच पर सेके।
थाली पीठ को सिकने में कम से कम 3 मिनट लगते है।
जब दोनों साइड अच्छी तरह सेक जाये उसके बाद थालीपीठ को फलाहारी चटनी या दही के साथ परोस सकते है।
थालीपीठ एक प्रसिद्ध महाराष्ट्रियन डिश है।
यह कई प्रकार के आहार को मिला कर बनाया जाता है जो सेहत के लिए काफी फ़ायदेमंद होता है।
Thalipeeth Recipe को आप रायते या दही और फलाहारी चटनी के साथ भी खा सकते हैं।
अगर आपका तवा बड़ा है तो आप एक साथ 2 – 3 थालीपीठ भी सेक सकते है।
अगर आप चाहे तो सिघाड़े के आटे की जगह कुट्टू के आटे का भी इस्तेमाल कर सकते है।
पहले एक कढ़ाई ले उसमे 1½ चम्मच घी या तेल गर्म कर ले फिर उसमे मूंगफली डाल दे और उसे 10 मिनट तक के लिए भुने। जब उसका रंग बदल जाये तब उसे दूसरे पात्र में निकाल लें ।
अब उसी कढ़ाई में 1 चम्मच तेल या घी रख दे और मखाने करारे कर ले, 2 – 3 मिनट में मखाने तैयार हो जायेंगे।
उबले हुए आलू को छील ले और छोटे छोटे टुकड़े काट ले।
हरी मिर्च को बारीक़ काट ले।
अब एक पात्र में कटे आलू, मूंगफली, हरी मिर्च, धनिया, मखाने डाल कर मिलाये।
अब इस मिश्रण पर निम्बू का रस डाल दे और अच्छी तरह मिक्स कर के खाये।
भेल मूंगफली से बनी होती है और मूंगफली में भरपूर मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है।
हम भेल में मखाने भी डालते हैं जिससे हमे कार्बोहाइड्रेट मिलता है।
इसे ख़ास तौर पर आप Upvas Recipes में बना सकते हैं और अपना स्वाद बदल सकते हैं।
अगर आप चाहे तो मखाने और मूंगफली को पहले से भूनकर एक एयरटाइट डिब्बे में रख ले।
फिर बाद में जब कभी भी इसे खाना हो तो बाकि सब चीज़े मिला कर भेल बनाये और खा लें ।
आज के लेख में आपने कई सारी Fast Recipes in Hindi के बारे में जाना। अगर आप भी व्रत रखते है और समझ नहीं आता की व्रत के दौरान क्या खाएं या फिर ज्यादातर फलाहारी चीज़े खा कर आप बोर हो गए हैं तो ऊपर बताई गयी किसी भी Vrat Recipes को बनाये और इन स्वादिष्ट तथा पौष्टिक आहारों का मज़ा ले।