जानिए भोजन के पहले ही क्यों चढ़ाना चाहिए सूर्य देव को जल
हमारे देश में कई ऐसी परम्पराएं है, जिनके पीछे कोई न कोई वैज्ञानिक तर्क भी जुड़ा हुआ है। जैसे कि सूर्य भगवान् को जल चढ़ाना।
यह तो आप भी जानते होंगे कि भारतीय परम्परा के अनुसार सुबह-सुबह स्नान के बाद भगवान सूर्य नारायण को जल चढ़ाकर ही भोजन करना चाहिए। यह परंपरा सदियों से हमारे यहाँ चली आ रही है। जिसे हमारी आज की जनरेशन ने भी कायम रखा है।
आपको यह जानकर बहुत आश्चर्य होगा कि विज्ञान की नजर में भी इसके कई फायदे है। यहाँ हम आपको सूर्य नारायण को जल चढ़ाने के धार्मिक और वैज्ञानिक तर्क के बारे में बता रहे है। साथ ही जाने Surya Jal Arpan Mantra.
Surya Jal Arpan Mantra: जानिए धार्मिक और वैज्ञानिक तर्क
धार्मिक तर्क
भगवान सूर्य नारायण को जल चढ़ाने की परम्परा पुराने समय से चली आ रही है। हिन्दू धर्म शास्त्रों में बताया गया है कि भगवान सूर्य को जल चढ़ाने से वे प्रसन्न होते है। साथ ही ऐसा करने से मनुष्य पर भगवान सूर्य का प्रकोप नहीं होता है और मनुष्य की राशि के दोष भी खत्म हो जाते है।
वैज्ञानिक तर्क
सूर्य उदय के समय सूर्य की किरणें अधिक तेज नहीं होती है। जो हमारे शरीर के लिए एक तरह की औषधि का काम करती है। जब आप सूर्य भगवान को जल चढ़ाते है तो जल चढ़ाते समय जल में से सूर्य की किरण छनकर हमारी आंखों और शरीर पर पड़ती है। जिससे हमारी आँखों की रौशनी तेज होती है।
साथ ही पीलिया, क्षय रोग और दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा भी कम होता है। इसके अलावा सूर्य की किरणों में विटामिन डी होता है। जो हमारी हड्डियों को मजबूत बनाता है। सुबह के समय वातावरण शुद्ध होता है। जिससे हमें फ्रेश ऑक्सीजन मिलती है। वहीं सूर्य को जल चढ़ाने के बाद भोजन करने को धार्मिक दृष्टि से बहुत अहम माना गया है। यह हमारी भारतीय संस्कृति से बहुत पुराने समय से जुडी हुई है।
स्नान के बाद करें भोजन
धार्मिक तर्क
हिन्दू धर्म शास्त्र के अनुसार भगवान सूर्य को बिना जल चढ़ाये भोजन करना प्रतिबंधक माना गया है। शास्त्रों में कहा गया है कि स्नान करके पवित्र होकर ही भोजन करना चाहिए। बिना स्नान करे भोजन को करना पशुओं के सामान माना जाता है और इसे अपवित्र माना गया है। इन सभी नियमों का पालन ना करने से देवी देवता खुश नहीं होते है।
वैज्ञानिक तर्क
अगर वैज्ञानिक दृस्टि से देखें तो स्नान करने से हमारे शरीर की सारी गन्दगी निकल जाती है। स्नान करने से हमारे शरीर में उत्साह और नई ताजगी पैदा होती है। जिससे हमें भूख ओर ज्यादा लगाती है और ऐसा करने से भोजन का रस हमारे शरीर के लिए पुष्टिवर्धक साबित होता है।
Surya Beej Mantra: इस मंत्र का करें जाप
जब भी आप सूर्य भगवन को जल अर्पण करें तो उनके बीज मंत्र का जाप जरूर करना चाहिए। ये है Surya Beej Mantra
ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं सः सूर्याय नमः