How To Take Care Of Pregnant Wife In Hindi: कैसे गर्भवती पत्नी का ख्याल रखें
जब भी घर में नन्हा मेहमान आने वाला होता है तो पति और पत्नी दोनों का जीवन बदलने लगता है। हालांकि एक महिला गर्भवती होती है, लेकिन उसके पति को भी उतना ही तनाव और घबराहट होती है और ऐसा होने में कोई बुराई भी नहीं है क्योंकि बेबी के आने को लेकर पिता भी बहुत एक्साइटेड रहते है।
खासकर जब यह आपका पहला बच्चा होता है तब तो यह उत्साह डबल रहता है। First Pregnancy में माता और पिता दोनों के लिए यह अनुभव नया ही होता है और उन्हें अपने पहले बच्चे के नए अनुभव का आनंद लेना चाहिए।
लेकिन इस उत्साह में आपको यह नहीं भूलना है कि आपको इस वक्त अपनी पत्नी का बहुत ख्याल रखना है और ख्याल रखने का मतलब सिर्फ उसे डॉक्टर के पास नहीं ले जाना है। आपको उसकी जरुरत का ख्याल भी रखना होता है।
गर्भावस्था के दौरान महिलाओ के मूड में बहुत परिवर्तन आते हैं तो आपको उसको समझ कर ही अपनी पत्नी का ख्याल रखना है। आइये जानते है How To Take Care Of Pregnant Wife In Hindi.
How to Take Care of Pregnant Wife In Hindi: पत्नी की गर्भावस्था को उनके लिए सहज बनाये
Pregnancy Care करना बहुत ही ज़रुरी होता है इससे माँ और बच्चा दोनों ही स्वस्थ रहते है। आईये जानते है आप अपनी पत्नी को गर्भावस्था के दौरान किस तरह से मदद कर सकते है।ऐसा करने से भी Healthy Pregnancy होती है और आपके सम्बन्धो में भी मिठास बनी रहती है।
उनकी हर बात सुने
- अपनी पत्नी को अहसास दिलाएं कि आप इस दौरान होने वाले उनके हर अहसास के बारे में जानना चाहते हैं।
- इस दौरान पत्नियों में आने वाले मूड स्विंग्स के बारे में पूछे, उनसे उनकी हर परेशानी डिसकस करे।
- इससे वो अपनी हर परेशानी आपको खुलकर बताएगी जिससे आप जरुरत पड़ने पर उसे डॉक्टर के पास ले जा सकते है।
गर्भावस्था के बारे में थोड़ी जानकारी हासिल करे
- प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं के शरीर में ही नहीं बल्कि उनके व्यवहार में भी बहुत परिवर्तन आते है।
- ऐसे में आप गर्भावस्था से जुड़ी किताबें पढ़ सकते है जिसमे आपको गर्भधारण से लेकर प्रसव तक महिलाओ में क्या परिवर्तन आते है की पूरी जानकारी मिलेगी।
- इस तरह से आप उनकी मुश्किलों को और बेहतर तरीके से समझ पाएंगें।
- आप इंटरनेट पर भी इस बारे में जानकारी हासिल कर सकते है। इसके अतिरिक्त आप प्रेग्नेंसी की किताब भी पढ़ सकते है जो आपको प्रेग्नेंसी से सम्बंधित जानकारी दे सकते है। इससे भी आपको मदद मिल सकती है।
डॉक्टर के पास लेकर जाए
- आपको प्रेग्नेंसी के पूरे नौ महीने तक आपकी वाइफ का साथ देना है उसका ख्याल रखना है।
- हो सकता है की आपकी वाइफ आलस, थकान या अन्य कारणों से डॉक्टर के पास जाना स्किप कर दे और दवाई ना ले।
- तो यह आपकी रिस्पॉन्सिबिलिटी है की आप उन्हें याद से डॉक्टर के पास चेकअप के लिए ले जाएं।
- डॉक्टर आपको प्रेग्नेंसी के दौरान कई टेस्ट के लिए भी बुला सकता है इसलिए उनका भी ध्यान रखे और समय पर अपनी वाइफ को डॉक्टर के पास ज़रूर ले जाए।
उसे रोमांटिक डेट पर ले जाए
- सारे पति शुरुआत में तो पत्नी को बहुत घुमाने ले जाते है, लेकिन बाद में सब बंद कर देते है।
- आपकी पत्नी रोज़-रोज़ घर पर बैठकर बोर हो गई होंगी।
- इसलिए आप उसे खुश करने के लिए रोमांटिक डेट पर बाहर ले जाएं।
- इससे उसका मूड बेहतर होगा, जो आपकी वाइफ और बच्चे दोनों के लिए अच्छी बात है।
- इसके लिए आप अपनी वाइफ को उनकी पसंदीदा जगहों पर भी ले जा सकते है।
- इससे उनकी ख़ुशी दोगुनी हो जाएगी। साथ ही यदि आपकी पत्नी खुश रहती है तो उसका असर आपके शिशु पर भी होता है और वह स्वस्थ रहता है।
मसाज द्वारा करे मदद
- प्रेग्नेंसी के दौरान महिला को पीठ दर्द जैसी समस्याएं आने लगती है। पूरे शरीर में भी दर्द और थकान की स्थिति बन जाती है।
- ऐसे में आप उनका साथ दे कर उनके इस दर्द को कम कर सकते है।
- हलके हाथों से आप प्रभावित स्थान पर मसाज कर सकते है ऐसा करने से उन्हें राहत मिलेगी साथ ही आप उनके लिए फुट मसाज भी कर सकते है।
- यह उनके दर्द को कम करने के लिए बहुत ही असरकारी होता है।
- इसके अलावा आप अपने डॉक्टर से भी इसके बारे में सलाह ले सकते है।
सोने में करे सहायता
- इसके अतिरिक्त आप अपनी पत्नी को सोने में भी मदद कर सकते है क्योंकि जैसे जैसे प्रेग्नेंसी का समय नजदीक आता है गर्भाशय का आकार भी बढ़ता जिसके कारण महिला को सोने में परेशानी का सामना करना पड़ता है।
- इसके लिए आप उन्हें सोने में मदद कर सकते है। उन्हें तकिये की मदद से सही पोजीसन में लेटने में भी सहायता कर सकते है।
उनकी इच्छाओं को पूरा करने की कोशिश करें
- गर्भावस्था के दौरान महिला को कई चीजों को खाने का मन करता है।
- कुछ ऐसी चीजों को भी खाने का मन करने लगता है जो उन्हें पहले पसंद नहीं हुआ करती है। इसलिए यदि आपकी पत्नी कुछ खाने की इच्छा रखे तो उन्हें आपको पूरा करने की कोशिश करे।
- ऐसा कहा जाता है की प्रेग्नेंसी में महिलाओ को खट्टा खाने की इच्छा होती है लेकिन ऐसा नहीं है उन्हें शरीर में हार्मोन्स के कारण भी कई अन्य चीजों को खाने की इच्छा हो सकती है।
- इसलिए ऐसे में घबराये नहीं और अपनी पत्नी के इच्छानुसार चीजे लाकर देने की कोशिश करे।
आहार पर भी ध्यान दे: Pregnancy Diet
- प्रेग्नेंसी के दौरान महिला को पौष्टिक खाना खाने की सलाह दी जाती है ताकि विटामिन और मिनरल्स बच्चे और माँ दोनों को सही मात्रा में मिल सके।
- इसके लिए कभी कभी महिलाएं पौष्टिक आहार को खाने में आलस कर जाती है। आपको अपनी पत्नी के लिए इन बातों का भी ख्याल रखना चाहिए।
- इस बात की पुष्टि करनी चाहिए की वह समय पर सही आहार ले रही है या नहीं। साथ ही बाहर के बने भोजन को कम से कम खाना चाहिए क्योंकि यह माँ और बच्चे दोनों के स्वस्थ के लिए सही नहीं होता है।
इस तरह आप उपरोक्त छोटी छोटी बातों को कर के अपनी पत्नी का ख्याल रख सकते है। प्रेग्नेंसी के दौरान यदि आप अपनी पत्नी का सही से ख्याल रखते है तो आप एक स्वस्थ और हष्ट पुष्ट बच्चे के पिता बन पाएंगे साथ ही आपके पति पत्नी के रिश्ते को भी मजबूत कर सकेंगे।