Susti की समस्या से हैं परेशान? जाने कैसे करवा सकते हैं Susti Ka Ilaj
अगर आपको कभी कभी बहुत ज्यादा थकान महसूस होने लगता है। आपका कोई भी काम करने में मन नहीं लगता है साथ ही बहुत ज्यादा कमजोरी भी महसूस होती रहती है तो इसी शारीरिक अवस्था को सुस्ती के नाम से जाना जाता हैं। सुस्ती आने के कई कारण हो सकते हैं, यह अनिद्रा, तनाव, शारीरिक समस्याओं की वजह से भी हो सकते हैं।
सुस्ती आने से शरीर में स्फूर्ति और ताज़गी बनी नहीं रहती है। जिस कारण से नींद भी आने लगती है। इसे Lethargy के नाम से भी जाना जाता है। सुस्ती आने के कई कारण हो सकते है जैसे की यदि रात को नींद अच्छे से नहीं हो पायी है तो दूसरे दिन सुस्ती आने लगती है।
सुस्ती आने के अन्य कारणों में हो सकता है की आप किसी कारण वश तनाव से ग्रसित हों। तनाव पूर्ण माहौल होने से भी सुस्ती उत्पन्न होती है। कभी कभी सुस्ती पोषण की कमी के कारण भी हो जाती है। आपको बता दे की ज्यादा सुस्ती आना शरीर के लिए बहुत ज्यादा हानिकारक भी हो सकता है। इसकी वजह से बहुत सारी शारीरिक परेशानियां उत्पन्न हो सकती हैं।
सुस्ती की वजह से शारीरिक परेशानियों के साथ साथ कभी कभी तो इसकी वजह से व्यक्ति की मौत भी हो सकती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि ज्यादा सुस्ती आ जाने से ब्रेन के सेल्स भी बहुत ज्यादा सुस्त होना प्रारम्भ हो जाते है और फिर यह धीरे धीरे काम करना बंद करने लग जाते हैं। इसलिए ऐसा प्रयास करना चाहिए की आपका शरीर हमेशा एक्टिव बना रहे। इस सुस्ती की समस्या से बचने के लिए आज के लेख में हम आपको कुछ Home Remedies for Lethargy भी बता रहे है जिससे आपकी Susti दूर हो जाएगी।
Susti: सुस्ती क्यों होती है? जाने इसके लक्षण, नुकसान एवं बचाव के उपाय
बहुत बार आपने लोगों के साथ ऐसा होते हुए देखा होगा कि उन्हें बिना किसी काम के भी बहुत ज्यादा थकान हो जाती है। कई बार तो ऐसा होता है की लोग सुबह सुबह जागने के बाद भी बहुत ज्यादा सुस्ती महसूस करते हैं और इसके बाद पूरे दिन भर उन्हें आलस आता रहता है। ज्यादातर लोग ऐसी स्थिति में अपने दैनिक कार्य भी अच्छे से नहीं कर पाते हैं, पर क्या इस बारे में आपने कभी सोचा है की यह सब आपको आखिर क्यों हो रहा है और आखिर इस समस्या का उपचार क्या है? चलिए आज जानते हैं इसी विषय पर कुछ महत्वपूर्ण बातें एवं Fatigue Treatment के लिए कुछ घरेलू उपाय जिसकी मदद से आप अपनी सुस्ती को दूर करने में कामयाब हो सकते हैं।
अदरक की चाय
- अदरक की चाय सेहत के लिए अच्छी होती है यह एक प्रकार से प्राकृतिक पेनकिलर के रूप में काम करती है।
- इसे पीने से ताजगी का एहसास होता है। आप चाहे तो तुलसी के काढ़े में अदरक मिला कर भी पी सकते है।
ग्रीन टी
- एक कप ग्रीन टी पीने से सुस्ती दूर हो जाती है साथ ही इसे नियमित रूप से पीने से मोटापा भी कम होता है।
- यदि आपको कभी मांसपेशियों में दर्द हो तो आप इस टी का सेवन कर सकते है।
लाल मिर्च
- लाल मिर्च भी थकान को दूर करती है।
- यह दिमाग को एक्टिव रखने के लिए बहुत अच्छी होती है। इसके सेवन से दिमाग तरो ताजा होने लगता है।
सौंफ
- ज्यादातर सौंफ का प्रयोग सांस में ताजग़ी लाने के लिए किया जाता है।
- इसके अलावा खाने में स्वाद लाने के लिए भी सौंफ का उपयोग किया जाता है।
- आपको बता दे की सौंफ खाने से पेट साफ़ हो जाता है, जिससे आप अच्छा महसूस करते है।
अजवायन का सेवन
- अजवायन भी सुस्ती के लिए लाभदायक होती है।
- बता दे की अजवायन के पत्ते भी दर्द निवारक दवा की तरह कार्य करते हैं।
- यह पत्ते शरीर के टूटे-फुटे अंग को दुरुस्त करने और जोड़ों के दर्द में बहुत फ़ायदेमंद होते है।
दही
- दही में उपस्थित अच्छे बैक्टीरिया पाचन तंत्र को अच्छा रखते हैं।
- यदि 4 सप्ताह तक दिन में दो बार दही का सेवन करा जाए तो शारीरिक और मानसिक सेहत सुधरती है।
- साथ ही इससे रोग प्रतिरोधक क्षमता में भी वृद्धि होती है और यह थकान को भी दूर करता है।
अखरोट
- अखरोट भी सुस्ती और थकान को दूर करता है। अखरोट में ओमेगा 3 फैटी एसिड होता है।
- क्योंकि ओमेगा 3 फैटी एसिड थकान और आलस से राहत प्रदान करता है।
- इसे खाने से झपकियों की समस्या ख़त्म होती है।
कद्दू के बीज
- कद्दू के बीज में मैग्नीशियम पाया जाता है, जो आलस व थकावट से लड़ने में सहायता करता है।
- यदि आप आधे घंटे की एक्सरसाइज में थका हुआ अनुभव करती हैं तो इसका तात्पर्य यह होता है कि आप में मैग्नीशियम की कमी है।
अनाज
- अनाज में फाइबर अधिक मात्रा में पाया जाता है इसलिए यह थकान को दूर करता है।
- साथ ही अनाज में कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट भी होते हैं जो की थकान से लड़ने में सहायक होते हैं।
इसके अलावा अपने जीवन में कुछ अन्य बदलाव कर के भी आप सुस्ती को भगा सकते हैं।
ये बदलाव करें
- रोज थोड़ा वर्कआउट तथा योग का अभ्यास करना ।
- प्रातःकाल की ताजी एवं स्वच्छ हवा में टहलना।
- खुश रहना और तनाव से दूर रहने की कोशिश करना।
- अपने आहार में विटामिन की मात्रा को बढ़ा देना।
- रोजाना कम से कम आठ घंटे की नींद अवश्य लें।
- आंवले के मुरब्बे का सेवन करें, यह आपकी शरीर में स्फूर्ति लाएगा।
- लाइट म्यूजिक सुने वो भी कम आवाज़ में। ऐसा करने से मानसिक तौर पर शांति मिलती है और सुस्ती खत्म होती है।
- सुगंधित तेलों का इस्तेमाल मालिश के दौरान कर के भी शरीर की सुस्ती को खत्म करने में मदद मिल जाती है।
- संतुलित तथा पौष्टिक आहार का सेवन करें, ध्यान रखें की आपके आहार में हरी सब्ज़ियाँ, दालें, दही तथा मौसमी फल भी मौजूद हों।
- अपनी हाथों की उंगलियों के सभी पोरों से अपने फेस की हल्की हल्की मसाज करें। इससे रक्त संचार बढ़ जाता है जिसकी मदद से सुस्त व्यक्ति भी खुद को एक्टिव महसूस करने लगता है।
आज के लेख में आपने सुस्ती की समस्या के बारे में जाना। आजकल के व्यस्त जीवनशैली में अगर आप सुस्ती से परेशान रहेंगे तो आप अपने सहकर्मियों से बहुत पीछे रह जाएंगे इसलिए इस समस्या से निजात पा कर आपको एक्टिव होने की जरुरत पड़ती है जो आप इस लेख में बताये गए उपायों के माध्यम से कर सकते हैं।