Home Remedies for Sinus Infection: साइनस को जड़ से खत्म करे ये घेरलू उपचार
आज के वक़्त में व्यक्ति कई तरह की बीमारियों का शिकार हो रहा है। आज की भागदौड़ भरी लाइफ में व्यक्ति इतना बजी है की खुद की हेल्थ का ख्याल नहीं रख पाता। बहुत सी बीमारियाँ तो ऐसी होती है जिनके लक्षण जल्दी नहीं पता चल पाते हैं।यदि कई बार इसके लक्षण दिखाई भी देते है तो व्यक्ति उस पर ध्यान नहीं देता है और बाद में यह लक्षण गंभीर बीमारी रूप ले लेते है। ऐसी बहुत सी बीमारियाँ जिनके लक्षण लगभग एक जैसे होते है।
आज इस आर्टिकल में बात करेंगे साइनस इन्फेक्शन या साइनस बीमारी की। साइनस ऐसी ही एक समस्या है, जिससे आज एक बड़ी आबादी ग्रसित है। चिकित्सा जगत में इसे ‘साइनोसाइटिस’ (Sinusitis) का नाम दिया गया है। साइनस नाक में होने वाला एक रोग है। खासकर सर्दियों के मौसम में नाक का बंद हो जाना, सर में दर्द होना, आधे सर में बहुत तेज दर्द होना, नाक से पानी आना व कफ निकलना जैसी समस्याएं आम बात होती है। यह सब मौसम में बदलाव के कारण हो सकती है। लेकिन यह जब बढ़ जाती है तो यह साइनस की समस्या हो सकती है।
सबसे पहले यह जानना ज़रुरी है की साइनस होता क्या है? साइनस नाक से जुड़ा एक रोग है जो सर्दियों के मौसम में ज्यादा प्रभावित करता है। साइनस होने पर हल्का बुखार आता है और आँखों में दर्द होने लगता है। इसके अलावा साइनस होने पर मरीज के नाक और गले में कफ जमता रहता है। जो व्यक्ति साइनस की चपेट में आ जाता है वो धूल और धुंए को बर्दाश्त नहीं कर पता है। इस प्रकार का व्यक्ति धूल से बहुत ज्यादा परेशान होता है। धीरे धीरे यह Sinus बीमारी अस्थमा और माइग्रेन जैसी गंभीर बीमारी में बदल सकती है। यदि समय पर इसका इलाज नहीं किया जाए तो यह खतरनाक बीमारी बन सकता है।
कई लोगों की इस रोग में नाक की हड्डी भी बढ़ जाती है या तिरछी हो जाती है, जिसकी वजह से सांस लेने में परेशानी होती है। साइनस हमारे नाक के आसपास, गाल व माथे की हड्डी के पीछे तथा आँखों के बीच के भाग में पैदा होती है। आइये आज इस लेख में जानते है की साइनस कैसे होता है ? और इसके कारण क्या है साथ ही यदि आपको साइनस को गया है तो इसके लिए घरेलू उपचार क्या क्या है। आइये जानते है Home Remedies for Sinus Infection.
Home Remedies for Sinus Infection: साइनस से छुटकारा दिलाये घरेलू उपाय
साइनस कैसे होता है और इसका क्या कारण है?
- हमारी खोपड़ी में बहुत सारी कैविटी यानी खोखले छेद होते है। यही हमारे सर को हल्का बनाये रखने और सांस लेने में मदद करते है। इन छोटे छेदों को साइनस कहते है।
- ये छेद कई कारणों से प्रभावित हो सकते हैं और बैक्टीरिया, फंगल व वायरल हमले इसे गंभीर बना देते हैं।
- यदि इनमे बलगम भर जाए और सांस लेने में दिक्कत आये तो इस समस्या को साइनोसाइटिस या साइनस की बीमारी के नाम से जानते हैं।
साइनस संक्रमण के लक्षण: Sinus Infection Symptoms
साइनस संक्रमण को अलग-अलग श्रेणियों में विभाजित किया जा सकता है। साइनसाइटिस और साइनस संक्रमण के कई लक्षण होते है। आइये जानते है इस बारे में
सिरदर्द: Sinus Headache
- सिरदर्द होना साइनस का सबसे मुख्य लक्षणों में से एक होता है।
- साइनस कैविटी बंद होने की वजह से नाक बंद हो जाती और सूजन आ जाती है।
- जिसके कारण सांस लेने में जोर लगाना पड़ता है।
- जिसके कारण सर में दर्द होने लगता है। जब व्यक्ति झुकता है तो यह दर्द बढ़ सकता है।
इसके अलावा जाने अन्य लक्षण
- साइनस के कारण हल्का बुखार आना और बेचैनी होना जैसी समस्या उत्पन्न हो सकती है ।
- आंखों के ऊपर दर्द भीसाइनस की वजह से होता है।
- साइनस के कारण नाक से पानी निकलने जैसी समस्या भी हो सकती है।
- इसके कारण कभी कभी आवाज में बदलाव भी आ जाता है।
- इसकी वजह से सूंघने की शक्ति कमजोर हो जाती है।
- दांतो में दर्द और खांसी भी इसके कारण हो सकता है।
घरेलू उपाय: Home Remedies for Sinus Infection
साइनस कई तरह के होते है। जैसे- एक्यूट साइनस, सब-एक्यूट साइनस, रीक्यूरेंट साइनस आदि।
आज जानते है साइनस को ठीक करने के लिए घेरलू उपचार क्या क्या है?
सेब का सिरका
- सेब के सिरके में एंटी-फंगल और एंटी-बैक्टीरियल को गुण होते है।
- ये उन छिद्रों में मौजूद संक्रमण के तत्वों को बाहर निकालकर सांस लेने में आसानी पैदा करते हैं।
- इसके लिए 2 चम्मच सेब के सिरका में शहद मिलाकर सेवन करें। आपको जल्दी आराम मिलेगा।
मेथी के दाने
- मेथी साइनस के दर्द और सूजन को कम करता है। इसके इस्तेमाल के लिए एक कप पानी में एक चम्मच मेथी दाना डालकर उबालें।
- इसके बाद इसे ठंडा करके छानकर पी लें। नियमित तौर पर इसका सेवन करने से आपको साइनस की बीमारी में आराम मिल सकता है।
टमाटर का रस
- टमाटर में विटामिन ए पाया जाता है। यह नाक में सूजन को कम करता है और बलगम को नाक से निकालने में मदद करता है।
- इसलिए टमाटर के रस में नींबू और नमक मिलाकर उबालें और ठंडा होने पर सेवन करें।
हल्दी का सेवन
- हल्दी एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती है। इससे इन्फेक्शन और जख्म दोनों ठीक हो जाते है।
- हल्दी को दूध में मिलकर पीने से साइनस में जमा हुए कफ की समस्या से आराम मिलता है और यह कैविटी को भी साफ़ रखती है।
भाप लें
- Sinus Infection से छुटकारा पाने के लिए भाप लेने का नुस्खा बहुत उपयोगी होता है।
- इससे नाक और गले में जमे धूल और मिट्टी के कणों को बाहर निकालने में मदद मिलती है और बलगम को ढीला करने में मदद मिलती है।
- इसके लिए बड़े पतीले में पानी गर्म करके भाप लें, यदि आप भाप लेने से पहले पानी में थोड़ा सा कपूर या पिपरमिंट का तेल मिला लें तो ये तेल ना सिर्फ एंटीबैक्टीरियल हैं बल्कि इससे फंगल इंफेक्शन भी दूर होता है।
चिकन सूप
- साइनस के मरीजों के लिए गरम चिकन सूप फ़ायदेमंद होता है। इसके लिए आप चिकन सूप का सेवन कर सकते है।
- चिकन सूप गर्म होता है और इसमें एंटीऑक्सीडेंट के साथ साथ ऐमिनो एसिड पाए जाते है।
- यह हमारी कैविटी में जमा संक्रमण को बाहर निकलने में मदद करते है। जिससे नाक की सूजन कम होगी और बंद ना खुल जायेगी।
जीरा
- साइनस एक सांस संबंधी बीमारी है। इसके राहत पाने के लिए जीरा लेकर किसी कपड़े में बांध लें।
- इसके बाद इसे नाक के करीब ले जाकर तेज-तेज सांस लें। इससे आपका दर्द काम हो जाएगा।
इसके अलावा भी कई घरेलू उपचार है जो साइनस इन्फेक्शन से छुटकारा दिलाने में मदद करते है। यदि आपका साइनस का दर्द जल्दी ठीक नहीं हो रहा है तो एक बार डॉक्टर से ज़रूर सलाह लें। इसको ठीक करने के लिए कई बार सर्जरी या ऑपेरशन भी करना पड़ता है। साइनस मरीजों को कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। जैसे- धूल मिटटी से खुद को बचा कर रखे और धूम्रपान ना करें।