Copper T Ke Nuksan: आईयूडी के बाद आ सकती है यह जटिलताएं.

आज के समय में बाजार में गर्भधारण रोकने के लिए कई दवाएं उपलब्ध है। साथ ही ऐसी कई तकनीक भी आ चुकी है। जिनकी मदद से गर्भधारण को रोका जा सके। ऐसी ही एक तकनीक है आईयूडी।

आईयूडी को सामान्य भाषा कॉपर टी के नाम से जाता है। यह एक प्रकार की गर्भनिरोधक प्रक्रिया होती है। जो कि महिला के गर्भाशय में लगाया जाता है। यह महिला को गर्भवती होने से बचाने का कार्य करता है। यह एक अंतर्गर्भाशयी उपकरण होता है जिसे महिलाओं के लिये प्रभावी गर्भनिरोधक माना गया है।

ऐसा माना जाता है कि यह पूरी तरह से सुरक्षित होता है। इसके इस्तेमाल के बाद आप अपनी लाइफ को आसानी से जी सकते है।

पर आपको बता दे कि आईयूडी लगाने से कुछ प्रतिक्रियाएं भी हो सकती है। जो सेक्स के दौरान महिला और उसके रिश्तों को प्रभावित कर सकती है। जानते है विस्तार से Copper T Ke Nuksan.

Copper T Ke Nuksan: जाने आईयूडी के बाद आने वाली समस्याओ को

Iud Complications in Hindi

आईयूडी के बाद कुछ महिलाओ को इसके दुष्प्रभाव होते हैं जो उन्हें परेशान करते है। परन्तु ये आमतौर पर कुछ महीने बाद चले जाते हैं। जानते है कौन सी परेशानियां है जो महिलाओं के लिए दुखदायी साबित हो सकती है।

रक्त का आना

  • कुछ महिलाओ को इसे लगाने के बाद भी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
  • जिन महिलाओ को हार्मोनल आईयूडी लगायी जाती है। उन्हें शारीरिक सम्बन्ध के दौरान रक्त के बहने की समस्या हो सकती है।
  • यह इसलिए होता है क्योंकि आईयूडी हार्मोनल को पतला कर देता है। जिसके कारण वह मासिक धर्म के दौरान खुल सकता है।
  • या फिर अन्य कारणों से भी खून निकल सकता है। यदि इस प्रकार की समस्या होती है तो डॉक्टर से संपर्क करे। वह इसके सही कारणों को सही रूप से बता पाएंगे।

तारो से हो सकता है पार्टनर को खतरा

  • कॉपर टी में जो तार लगाया जाता है उससे पार्टनर को भी समस्या उत्पन्न हो सकती है। शारीरिक सम्बन्ध बनाते समय तार पार्टनर को चुभ सकते है। हालंकि ऐसा बहुत ही कम होता है।
  • ऐसा इसलिए होता है क्योंकि कॉपर टी को सही तरीके से प्रतिस्थापित नहीं किया गया है।
  • यदि इस प्रकार की कोई समस्या उत्पन्न होती है तो डॉक्टर से ज़रूर संपर्क करे।

कभी-कभी गर्भाशय से बाहर निकलना

  • आईयूडी सभी तरह से बाहर आ सकता है। अगर ऐसा होता है, तो आप गर्भवती हो सकते है।
  • इसलिए यदि केवल आईयूडी का हिस्सा बाहर आता है तो उसे निकाल देना चाहिए।

संक्रमण होने की सम्भावना

  • आईयूडी के अंदर जब बैक्टीरिया गर्भाशय में आ जाता है तो संक्रमण होने का खतरा रहता है।
  • अगर संक्रमण का इलाज नहीं होता है, तो यह भविष्य में गर्भवती होने की संभावनाओं को प्रभावित कर सकता है।
  • जब आईयूडी डाल दिया जाता है, तो यह गर्भाशय की दीवार के माध्यम से धक्का दे सकता है। यह दर्दनाक हो सकता है, लेकिन आमतौर पर इसमें दर्द नहीं होता है।
  • लेकिन अगर ऐसा होता है, तो आईयूडी को हटाने के लिए आपको सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है। परन्तु ऐसा बहुत ही कम होता है।

आईयूडी से होने वाले अन्य दुष्प्रभाव

  • आईयूडी के डालने के बाद दर्द की समस्या हो सकती है
  • आईयूडी लगाने के कुछ दिनों बाद ऐंठन और पीठ में दर्द हो सकता है
  • अनियमित मासिक के दौरान आईयूडी का खुलना
  • अनियमित मासिक धर्म का होना
  • मासिक धर्म का ज्यादा होना या फिर मासिक धर्म के दौरान ऐंठन की समस्या

ऐंठन और दर्द की समस्या को तो दर्द निवारक दवाओं से दूर किया जा सकता है परन्तु ऊपर दी गयी अन्य समस्याएं आ रही है तो डॉक्टर को दिखाना उचित होगा।

आईयूडी, एसटीडी से रक्षा नहीं करते

ऐसा माना जाता है कि आईयूडी गर्भावस्था को रोकने के सर्वोत्तम तरीकों में से एक है। परन्तु यह यौन संचारित संक्रमण से आपकी रक्षा नहीं करते है।

आईयूडी किसे नहीं दिया जा सकता

वैसे तो सभी आईयूडी का सुरक्षित रूप से उपयोग कर सकते है। लेकिन कुछ ऐसी स्थितियां हैं जो साइड इफेक्ट्स या जटिलताएं होने की संभावनाओं को बढ़ाते है।
आईयूडी आपके लिए सुरक्षित है या नहीं उसे डॉक्टर्स इस प्रकार चेक करते है। जानते है उन कारणों को जब आईयूडी आपके लिए सुरक्षित नहीं होती है।

  • एसटीडी या अन्य श्रोणि संक्रमण होने पर
  • गर्भवती होने की सम्भावना हो तो
  • गर्भाशय ग्रीवा में कैंसर होने पर
  • गर्भाशय का कैंसर हो
  • मासिक धर्म न होने पर भी खून बह रहा हो तो
  • पिछले 3 महीनों में एक बच्चे के जन्म या गर्भपात के बाद एक श्रोणि संक्रमण हुआ है तो
  • किसी के गर्भाशय का आकार या आकार आईयूडी को सही ढंग से स्थापित करना कठिन बना देता है।

आईयूडी के बाद ध्यान देने योग्य सावधानियां

आईयूडी के बाद समस्याएं आने की संभावनाएं बहुत ही कम होती है लेकिन शरीर पर ध्यान देना भी महत्वपूर्ण होता है। आईयूडी के बाद आप कैसा महसूस कर रहे है। यदि नीचे बताई गई कुछ समस्याएं आती है तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करे।

  • आपके आईयूडी स्ट्रिंग की लंबाई कम या उससे अधिक हो।
  • यदि आईयूड की हार्ड प्लास्टिक गर्भाशय ग्रीवा के नीचे महसूस हो रही है।
  • आपको लगता है कि आप गर्भवती हो सकते है।
  • आपके निचले पेट में दर्दनाक ऐंठन, दर्द या पीड़ा है।
  • शारीरिक सम्बन्ध के दौरान दर्द या खून बह रहा है।
  • अस्पष्टीकृत बुखार, ठंड लगना, या साँस लेने में परेशानी हो सकती है।
  • योनि स्राव सामान्य से अलग है।

यदि इस प्रकार की कोई भी समस्या आईयूड लगवाने के बाद आती है तो अपने डॉक्टर को ज़रूर बताए।

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