Diabetic Wound Healing: अब आसानी से भरेंगे मधुमेह रोगी के जख्म
आजकल के अधिकतर काम मशीनरी हो गए हैं, जिसके चलते हमें व्यायाम करने या फिर शरीर को हिलाने डुलाने के मौके जैसे ख़तम से हो गए है| बहुत कम लोग ऐसे है जो अपनी फिटनेस का ख्याल रखने के लिए व्यायाम करते है|
और जो लोग व्यायाम या फिर किसी ही तरह का फिजिकल काम नहीं करते है वे मोटापे को न्योता देते है| और हम सभी जानते है की मोटापा कई बीमारियों की जननी है जैसे कि मधुमेह।
मधुमेह एक ऐसी बीमारी है जो जिंदगी भर व्यक्ति का पीछा पकड़ लेती है| इसके कारण शरीर के अंग धीरे धीरे निष्क्रिय होने लगते है| मधुमेह के कारण कोलेस्ट्रॉल, हाई ब्लड प्रेशर जैसी बीमारिया भी शरीर को पकड़ लेती है|
मधुमेह के व्यक्ति को यदि चोट लग जाये तो उसके घाव भर ही नहीं पाते है| जिसके चलते कई बार तो उन अंगो को काटने की नौबत आ जाती है| लेकिन अब इलाज का ऐसा तरीका आया है जिससे मधुमेह के रोगियों के घाव भर जाएंगे| आइये जानते है Diabetic Wound Healing.
Diabetes and Wound Healing – मधुमेह में होने वाले जख्मों का उपचार
- मधुमेह के रोगियों को छोटी मोटी चोट से ही जख्म हो जाते है और ज्यादातर यह पैर में होते है|
- पैरो में होने वाले ख़राब रक्त संचार के चलते यह घाव ठीक नहीं हो पाते है| इन घावों को ठीक करना बहुत ही मुश्किल होता है|
- कभी कबार इन घावों में बहुत ज्यादा संक्रमण हो जाता और यह संक्रमण दूसरे अंगो में भी फैलने का भी खतरा रहता है| इसलिए संक्रमित अंग को काटने के अलावा कोई ऑप्शन नहीं बचता है|
- यदि आप मधुमेह के मरीज है तो एक बार मधुमेह रोगियों के आहार पर भी नजर डाले|
अब नहीं करना होगा अंग विच्छेद
मधुमेह के मरीजों को अब राहत मिलेगी| क्योंकि कनाडा में स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ मांट्रियल हॉस्पिटल रिसर्च सेन्टर में स्नायु विज्ञानी ज्यां फ्रांस्वा केलेर ने जानकारी दी है की एक तरह के उपचार द्वारा मधुमेह रोगी को होने वाले जख्मों को भरने में कामयाब हो सकते हैं, जिसके चलते अंग विश्चेद करने की जरुरत नहीं पड़ेगी|
जर्नल ऑफ डर्मेटोलॉजी में प्रकाशित हुए एक अध्यन के अनुसार शोधकर्ताओं का कहना है की उन्होंने ऐसा तरीका ढूंढ निकाला है जिससे कुछ खास श्वेत रक्त कोशिकाओं में बदलाव किया जा सकता है और उन्हें त्वचा संबंधी जख्मों को तेजी से भरने में सक्षम बनाया जा सकता है|
शोधकर्ताओं ने यह भी बताया है की श्वेत रक्त कोशिकाएं जख्मों को भरने की सामान्य प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है| यह श्वेत कोशिकाएं, कोशिकीय स्वच्छ प्रक्रियाओं में सहायक होती है साथ ही साथ उत्तको की मरम्मत करने में भी मददगार होती है|
यह तो हुई Diabetes Wound Treatment की बात| इसके अलावा हम आपको बतादे की इन घावों के कई प्रकार होते है| यह अंदरूनी और बाहरी दोनों होते है| बाहरी घाव कई कारण से होते है जैसे की की कट लगना, जलना, त्वचा का फूलना आदि से हो सकते है|
यदि इन बाहरी जख्मो का जल्द से जल्द इलाज नहीं किया गया तो इससे जटिलताएं बढ़ सकती है और रोगी को खतरे में डाल सकती है| वही अंदरूनी जख्मो की बात करे तो यह अल्सर और इनग्राउन टूनेल्स के फॉर्म में होते है| इनका सही समय पर इलाज ना होने पर इन्फेक्शन बढ़ने का खतरा रहता है|