शरीर में आयरन की कमी को पूरा करने में सहायक पालक के फायदे जानिए
पालक स्वास्थ के लिए बहुत ही लाभकारी है। इसमे आइरन की प्रचुर मात्रा पाई जाती है। इसलिए हीमोग्लोबिन की कमी होने पर इसे खाने की सलाह दी जाती है।
पालक अपने आप में संपूर्ण भोजन है। इसका प्रयोग सलाद के रूप में, सब्जी के और सूप के रूप में भी किया जाता है। पालक न केवल शरीर में आइरन की कमी को पूरा करता है बल्कि शरीर को कई प्रकार के रोगो से भी दूर रखता है, तो आइए जाने Palak Ke Fayde.
पालक में कैलोरी की बहुत कम मात्रा पाई जाती है जो कि शरीर की फिटनेस के लिए बहुत ही ज़रूरी है। इसमे आइरन के साथ-साथ कई प्रकार के प्रोटीन, खनिज और विटमिन्स पाए जाते है जो कि हमारे स्वास्थ्य के साथ-साथ त्वचा और बालो के लिए भी फायदेमंद होते है।
पालक की पत्तिया, घुलनशील पोटैशियम का सबसे अच्छा स्त्रोत मानी जाती है जो कि शरीर में आसानी से घुल जाता है। साथ ही इसमे मैग्नीशियम और फाइबर की भी प्रचुर मात्रा पाई जाती है। इसके अलावा पालक हमारे शरीर के फेफड़ो और दांतो के लिए भी फायदेमंद है।
Palak Ke Fayde in Hindi: जानिए स्वास्थ्य को होने वाले फायदे
उच्च रक्तचाप घटाए
पालक में भी सभी गुण पाए जाते है जो कि शरीर की नलिकाओ को खोलने का काम करते है। इसलिए यह हाई ब्लड प्रेशर से पीड़ित मरीजो के लिए बहुत ही ज़रूरी होता है। यह दिल का दौरा पड़ने से भी रोकता है। इसके साथ ही ब्लड के सर्कुलेशन को भी कंट्रोल करने में सहायक होता है।
खून बढ़ाए
- शरीर में खून की कमी होने से कमजोरी आना, आँखे सफेद पड़ना जैसे लक्षण देखने को मिलने लगते है। इसलिए खून को बढ़ाने के लिए शरीर में आइरन (लोहे तत्व) का होना बहुत ज़रूरी होता है। आइरन शरीर के रक्त में मिलकर शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है साथ ही यह रक्त में लालपन लाता है।
- आइरन की कमी से शरीर के कई अंगो जैसे होंठ, नाक, कपाल, कान और नेत्र पर बुरा प्रभाव पड़ने लगता है। आइरन की कमी होने पर चेहरे का लालपन चला जाता है। जिससे चेहरा मुरझाया सा दिखाई देने लगता है। इसके अलावा आलस, दुर्बलता, थकान आदि परेशानिया देखने को मिलने लगती है।
- पालक न केवल शरीर में खून को बढ़ाता है बल्कि खून को साफ रखने का काम भी करता है। इसलिए शरीर में खून की कमी होने पर पालक खाना चाहिए।
दांतो के लिए
पालक दांतो को मजबूत बनाने और पायरिया रोग के लिए भी बहुत ही फायदेमंद होता है। पायरिया होने पर रोज सुबह खाली पेट ½ ग्लास पालक का सूप पीना चाहिए। इसके अलावा पालक को कच्चा चबाने से भी पायरिया रोग कुछ ही दीनो में दूर हो जाता है।
दांतो और मसूडों से खून आने पर पालक के जूस में गाजर का जूस मिलाकर पीने से खून आना बंद हो जाता है और दाँत मजबूत भी बनते है।
रूखी त्वचा के लिए फायदेमंद
पालक में पानी की अधिक मात्रा पाई जाती है जिससे यह शरीर में पानी की कमी को भी पूरा करने में सहायक होता है इसलिए रोजाना पालक का सेवन करने से चेहरे में चमक बनी रहती है और त्वचा मुलायम दिखने लगती है। इसके साथ ही इसमे उपस्थित आइरन त्वचा में लालपन लाकर चेहरे की त्वचा को निखारने में सहायक होता है।
इसमे एंटी-ऑक्सीडेंट गुण भी पाए जाते है जो कि डार्क सर्कल को हटाने और झुर्रियो को कम करने में भी सहायक होता है।
फेफड़ो के लिए
इसमे उपस्थित तत्वो की वजह से यह फेफड़ो को सड़ने से रोकता है। साथ ही यह आँतो के रोगो और अधिक दस्त लगने पर भी गुणकारी औषधि मानी जाती है। यह खाँसी और फेफड़ो की सूजन को भी दूर करने में सहायक होता है।
एनीमिया और पीलिया रोग के इलाज के लिए
पालक, एनीमिया और पीलिया से ग्रसित रोगियो के इलाज के लिए महत्वपूर्ण होती है। एनीमिया से ग्रसित लोगो को दिन में तीन बार इसका 1 ग्लास जूस पीना चाहिए और पीलिया रोगी को रोजाना पालक के रस को पपीते के साथ देना चाहिए. इससे पीलिया में आराम मिलता है।
बालो के लिए
दरअसल, इसमे उपस्थित आइरन न केवल हीमोग्लोबिन बढ़ता है बल्कि यह बालो की ग्रोथ में भी सहायक होता है। इसके अलावा पालक के जूस के साथ, गाजर और ककड़ी के जूस की समान मात्रा मिलाकर पीने से बाल काले और लंबे होते है।
जानिए पालक के अन्य लाभ
- पालक में विटामिन ए (Vitamin-A) की मात्रा भी पाई जाती है जो की आँखो की रोशनी को बढ़ाने के लिए बहुत ज़रूरी होती है।
- इसमे फ्लावोनोइड्स की मात्रा पाई जाती है जो कि प्रॉस्टेट कैंसर से लड़ने की क्षमता प्रदान करती है।
- इसमे वसा और कैलोरी की कम मात्रा पाई जाती है जो कि वजन को कम करने और मोटापे को भी बढ़ने से रोकने में मददगार है।
- इसमे उपस्थित फॉलिक एसिड और कैल्शियम गर्भवती महिलाओ के लिए बहुत ज़रूरी होता है।
- पालक में आयोडीन की मात्रा भी होती है। जिससे यह थाइरोइड को खत्म करने, याददाश्त बढ़ाने के साथ ही दिमागी थकान को दूर करने में भी सहायक होता है।
आज आपने जाने Palak Ke Fayde. ऐसा देखा जाता है कि बच्चे पालक खाने से कतराते है ऐसे में आप उन्हें इसके पराठे या अन्य किसी आहार में मिलाकर दे सकते है और अपने बच्चों के शरीर में इसके स्वास्थ्यवर्धक गुणों को पहुंचा सकते है।