Kamar Dard Ka Ilaj: इस दर्द निवारक पद्धति से करे पीठ दर्द को दूर
पीठ में दर्द होना एक आम समस्या बन चुकी है जो की हर उम्र के व्यक्ति को परेशान करती है। बूढ़े से लेकर युवा भी इससे ग्रसित रहते है।
लगातार एक जगह पर बैठे रहने और गलत स्थिति में बैठने से पीठ में दर्द होने लगता है । साथ ही पीठ दर्द के कई और भी कारण हो सकते हैं ।
पेन किलर को भी एक हद तक ही खाया जा सकता है। इनका ज्यादा सेवन करना भी हानिकारक होता है। लेकिन यदि पीठ दर्द लगातार बना रहता है तो इससे कार्य क्षमता में बाधा आती है, साथ ही असहनीय दर्द भी रहता है तो आप इसे दूर करने के लिए एक्यूपंक्चर थेरेपी का उपयोग कर सकते हैं।
एक्यूपंक्चर थेरेपी के जरिये पीठ दर्द की समस्या से निजात पाया जा सकता है। एक्यूपंक्चर में सुईयों से उपचार किया जाता है। जानते है Kamar Dard Ka Ilaj के बारे में विस्तार से।Kamar Dard Ka Ilaj: जानिए इसकी पद्धति, प्रक्रिया और लाभ
क्या कहती है एक्यूपंक्चर पद्धति
- एक्यूपंक्चर (एक्यूप्रेशर) पद्धति का कहना है की मानव के शरीर में महत्वपूर्ण पॉइंट्स होते है जिस पर दबाव बनाने से शरीर की क्रियाये सुचारु रूप से चलने लगती है।
- एक्यूप्रेशर पद्धति में शरीर पर सुई का उपयोग किया जाता है जो की दर्द को कम करने का कार्य करती है और शरीर को रोगों से मुक्त करती है।
एक्यूपंक्चर की प्रक्रिया
- एक्यूपंक्चर की प्रक्रिया में चिकित्सक शरीर के कुछ विशेष पॉइंट पर दवाब बनाता है। जैसे हथेलियों, उंगलियो, पंजे, कोहनी आदि ।
- साथ ही इसमें कुछ समय के लिए मसाज भी किया जाता है।
- बायो इलेक्ट्रिकल आवेगों पर प्रतिक्रिया करने के लिए मानव शरीर में कुछ पॉइंट्स होते है जो की ऊर्जा का वहन करने में भी सक्षम होते है।
- एक्यूपंक्चर की प्रक्रिया में जब मानव शरीर के इन पॉइंट्स पर दबाव पड़ता है तो एंडोर्फिन नमक रसायन उत्पन्न होता है।
- यह एंडोर्फिन रक्त और ऑक्सीजन दोनों का प्रवाह बढ़ाने में मदद करता है साथ ही दर्द को भी कम करता है। जिसके कारण शरीर में इम्युनिटी भी बढ़ती है।
- एक्यूपंक्चर से शरीर को आराम मिलता है और मांसपेशियों को भी राहत मिलती है।
- यह दर्द को ठीक करने के साथ साथ शरीर के चिंता और तनाव को भी दूर करता है।
क्या सूई से दर्द होता है ?
- एक्यूपंक्चर पद्धति के बारे में कुछ लोग यह सोचते है की इसमें उपयोग की जाने बाली सुई से दर्द होता होगा?
- आपको बता दे की एक्यूपंक्चर पद्धति में उपयोग की जाने वाली सुई बहुत ही पतली होती है जिसके कारण इसे चुभाने में बिलकुल भी दर्द का अनुभव नहीं होता है।
- जबकि इसके लगाने पर और खुद को ऊर्जावान महसूस करेंगे।
एक्यूपंक्चर के अन्य लाभ
- पीठ दर्द के साथ साथ यह शरीर की अन्य समस्याओं को भी दूर करने में मदद करता है जैसे-
सिरदर्द
- पीठ दर्द की भांति ही सिरदर्द भी एक आम समस्या है जिससे कई लोग पीड़ित रहते है।
- सिरदर्द की समस्या को दूर करने के लिए भी एक्यूपंक्चर बहुत ही लाभकारी होता है।
- एक्यूपंक्चर पद्धति के जरिये सिरदर्द की समस्या को दूर किया जा सकता है।
- जिन लोगो को माइग्रेन की समस्या होती है उनके लिए भी यह बहुत ही उत्तम उपचार होता है।
हड्डियां और नसे
- एक्यूपंक्चर पद्धति के द्वारा हड्डियों को मजबूत रखा जा सकता है साथ ही इसके उपचार से आपकी नसें भी मजबूत रहती है।
पोलियो और लकवा से निजात
- एक्युप्रेशर स्नायुओं को उत्तेजित करने का कार्य भी करता है जिससे पोलियो और लकवा जैसे रोगों से छुटकारा मिल जाता है।
दिल के लिए फ़ायदेमंद
- यदि किसी व्यक्ति को दिल की बीमारी है और उसे समस्या आ रही है तो उसके अस्पताल पहुंचने तक उसे एक्यूपंक्चर की मदद से सुरक्षित रख सकते है।
अवसाद को दूर करे
- एक्यूपंक्चर से शरीर को आराम मिलता है साथ ही इससे तनाव और चिंता भी दूर हो जाती है।
- दिमाग को शांति मिलती है और शरीर में स्फूर्ति आ जाती है।
- क्रोध, बेचैनी, निराशा और ईर्ष्या जैसी समस्याओं को भी दूर करने में यह पद्धति बहुत ही उत्तम होती है।
रक्त संचार को संतुलित रखे
- शरीर में रक्त संचार को सुचारु रूप से चलाने के लिए एक्यूपंक्चर एक अच्छा उपाय होता है।
- रक्त संचार सही ढंग से होने पर शरीर भी सही से कार्य कर पाता है।
इमोशनल प्रॉब्लम्स को दूर करे
- इमोशनल प्रॉब्लम्स को दूर करने के लिए भी एक्यूपंक्चर लाभकारी होती है।
- इसके अतिरिक्त क्रोनिक किडनी फेलियर की समस्याओं के लिए भी यह फ़ायदेमंद होती है।
- चिकनगुनिया, स्वाइन फ्लू और अस्थमा में भी एक्यूपंक्चर पद्धति से फायदा मिलता है।
- दाँत निकलवाने और डेटंल सजर्री के कारण होने वाले दर्द को भी एक्यूपंक्चर की मदद से दूर किया जा सकता है।
- धूम्रपान की लत को छुड़ाने के लिए भी एक्यूपंक्चर लाभकारी होता है इसके लिए कान के बाहरी भाग में सुइयां चुभोई जाती है।
एक्यूपंक्चर और एक्यूप्रेशर में अंतर
- एक्यूपंक्चर और एक्यूप्रेशर को कुछ लोग एक ही समझते है। परन्तु आपको बता दे की यह दोनों अलग अलग होते है।
- एक्यूपंक्चर में शरीर के पॉइंट्स पर सुई चुभोई जाती है। जिसके कारण दर्द दूर होता है।
- जबकि एक्यूप्रेशर में सुई का उपयोग नहीं किया जाता है। इसमें रोगी के शरीर में जिस स्थान पर दर्द हो रहा है उस जगह को हाथ या फिर इक्विपमेंट के सहारे दबाव डाला जाता है।
एक्यूपंक्चर के जोखिम और साइड इफेक्ट्स
- जब इस प्रक्रिया को एक अनुभवी, प्रशिक्षित एक्यूपंक्चरिस्ट द्वारा किया जाता है, तो प्रक्रिया आम तौर पर सुरक्षित होती है।
- इसके साइडइफेक्ट जैसे संक्रमण का होना परन्तु यह बहुत ही दुर्लभ होता है।
- पीठ दर्द के निवारण के लिए भी इसके दुष्प्रभाव न के बराबर ही होते है।
सावधानियां
- यदि आपके अन्य उपचार विफल हो गए है और आप एक्यूपंक्चर का उपचार करवाना चाहते है तो इसके लिए सबसे पहले अपने चिकित्सक से परामर्श ले।
- यदि कोई दवाएं ले रहे है तो उसके बारे में भी चिकित्सक को बताये।
- यदि आप गर्भवती है तो उस समय भी इन सावधानियों का ख्याल रखे।
- आपका डॉक्टर आपको लाइसेंस प्राप्त एक्यूपंक्चरिस्ट से पास भेज सकता है।
इस तरह आप एक्यूपंक्चर के उपचार से पीठ दर्द और अन्य प्रकार के दर्द से छुटकारा पा सकते है। साथ ही अपने शरीर को ऊर्जावान भी बना सकते है।