Jamun Benefits in Hindi: मधुमेह रोगियों के लिए फायदेमन्द जामुन का फल
यह तो सभी जानते है कि फलों का सेवन स्वास्थ के लिए बहुत ही लाभकारी होता है साथ ही यह कई रोगों से मुक्ति दिलाने में भी सहायक होते है।
गर्मियां शुरू होने वाली है। इस मौसम में शरीर में पानी की कमी को दूर करने के लिए फलों का सेवन करना फ़ायदेमंद होता है जैसा की जामुन का सेवन।
जामुन एक ऐसा फल है जो कि गर्मियों के मौसम में ज्यादा मिलता है। इसलिए यह एक मौसमी फल होता है। जामुन को काला जामुन, जम्बुल आदि नामो से जाना जाता है। इसका स्वाद खाने में मीठा होता है।
मधुमेह रोगियों के लिए जामुन का सेवन एक चमत्कारिक औषधि है। जामुन का फल, बीज और पत्ते सभी का उपयोग मधुमेह को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है। इसके अतिरिक्त भी यह कई रोगों के लिए उपयोगी होता है। जानते है Jamun Benefits in Hindi.
Jamun Benefits in Hindi: जानिए इसमें मौजूद पोषक तत्व और उनके फायदे
जामुन में पाए जाने वाले तत्व
- जामुन में आयरन, कैल्शियम, फास्फोरस, विटामिन सी, कैरोटीन, पोटेशियम, सोडियम, मैग्नीशियम, विटामिन बी आदि पाया जाता है।
मधुमेह के इलाज के लिए लाभकारी
- जामुन का फल और जामुन के पत्ते मधुमेह रोगी के लिए बहुत लाभकारी होते है।
- जामुन में मधुमेह विरोधी गुण पाए जाते है।
- जामुन स्टार्च को ऊर्जा में परिवर्तित करने और रक्त शर्करा के स्तर को बनाए रखने में मदद करता है। इसलिए मधुमेह रोगियों को गर्मी के दिनों में जामुन का सेवन करना चाहिए।
- जामुन के फल से साथ साथ छाल, बीजों और पत्तियों का अर्क मधुमेह के उपचार में बहुत फायदेमंद होता है।
उपयोग विधि
- हालाँकि यह फल गर्मियों में ही मिलता है इसलिए मधुमेह रोगी इसकी गुठलियों को सुखाकर और पीसकर इसका पाउडर बनाकर सकते है। जिसका उपयोग वह अन्य मौसम में भी कर सकते है।
सौंदर्य और त्वचा के लिए उपयोगी
- त्वचा के लिए भी जामुन फायदेमंद होता है।
- त्वचा पर होने वाले मुंहासो को दूर करने के लिए भी इसका उपयोग किया जाता है।
- चेहरे पर होने वाले काले धब्बे के लिए भी आप जामुन का उपयोग कर सकते है।
उपयोग विधि
- मुँहासे का इलाज करने के लिए जामुन के बीज का एक प्रभावी एजेंट के रूप में उपयोग किया जाता है।
- इसका इस्तेमाल करने के लिए सबसे पहले जामुन के बीजों को तोड़ ले, और फिर गाय के दूध में इसे मिला ले।
- इस मिश्रण को रात को सोने से पहले अपने चेहरे पर लगा ले और सुबह होने पर चेहरे को धो ले।
- इसका नियमित रूप से उपयोग करने पर मुंहासे दूर हो जाते है।
तेलीय त्वचा के लिए
- यदि आपकी त्वचा तेलीय है तो इसके लिए जामुन के गूदे को जौ का आटा, आंवले का रस और गुलाब जल के साथ मिला ले।
- इस मिश्रण को चहरे पर लगाए और सूखने के बाद इसे धो ले।
चेहरे पर काले धब्बों के लिए
- इसके लिए जामुन के बीज का पाउडर बना ले और उसे नींबू पाउडर, आटा, बादाम के तेल की कुछ बूंदों और गुलाब जल के साथ मिला ले।
- इसे अपने चेहरे पर लगाए और फिर सुख जाने के बाद चहरे को धो ले।
हीमोग्लोबिन को बढ़ाने में सहायक
- जामुन में पर्याप्त मात्रा में आयरन और विटामिन सी होता है। जो की शरीर में रक्त को बढ़ाने में मदद करता है।
- जामुन में पाया जाने वाला आयरन रक्त को शुद्ध करने का कार्य करता है।
- एनीमिया और पीलिया से पीड़ित लोगों के लिए भी जामुन फ़ायदेमंद होता है।
अल्सर के लिए फ़ायदेमंद
- पाचन संबंधी विकारों के उपचार के लिए जामुन के पत्ते उपयोगी होते है।
- दस्त और अल्सर के उपचार के लिए जामुन के पत्तो को खाना और चबाना अच्छा होता है।
- आयुर्वेदिक चिकित्सा में जामुन की पत्तियों का बहुत महत्व होता है।
- यकृत रोगों की रोकथाम के लिए भी जामुन उपयोगी होता है।
- पेट में हो रही एसिडिटी को दूर करने के लिए जामुन पर काला नमक डालकर खाने से एसिडिटी दूर हो जाती है।
पथरी से निजात
- पथरी की समस्या से छुटकारा पाने के लिए भी जामुन का उपयोग करना फ़ायदेमंद होता है।साथ ही लिवर के लिए भी यह उपयोगी होता है ।
उपयोग विधि
- इसके उपयोग के लिए जामुन के बीज को सूखा कर पीस ले।
- इसके पाउडर को दही में मिला कर खाने से पथरी की समस्या दूर हो जाती है।
जामुन का रस
जामुन के साथ साथ जामुन के रस के भी हैं बड़े फायदे, जैसे
- जामुन का रस पीने से पाचन विकारों जैसे दस्त, पेचिश और अपच के इलाज में मदद मिलती है।
- जामुन का रस पाइल्स की समस्या के लिए भी लाभकारी होता है।
- ताजा जामुन का रस पीने से खांसी और अस्थमा में लाभ मिलता है।
- जामुन के रस का सेवन करने से प्रति रक्षा प्रणाली को बढ़ाने में मदद मिलता है।
- यह आपको ठंड से बचाता है साथ ही यह एंटी एजिंग की तरह कार्य करता है।
- बाँझपन की समस्या को दूर करने के लिए जामुन का रस पीना लाभकारी होता है।
इस तरह आप जामुन के रस का भी सेवन कर सकते है जो आपको उपरोक्त फायदे प्रदान कर सकता है।
जामुन का सेवन करते समय ध्यान रखने योग्य सावधानिया
- जितना हो सके सड़क के किनारे बिकने वाली जामुन को कम ही खाना चाहिए क्योंकि यह दूषित भी हो सकते है।
- ध्यान रहे की जामुन को कभी भी खाली पेट नहीं खाना चाहिए।
- आपको बता दे की जामुन रक्त शर्करा को कम करता है, इसलिए सर्जरी के दो सप्ताह के पहले और बाद में जामुन का सेवन नहीं करना चाहिए।
- गर्भवती और स्तनपान कराने वाली मां को जामुन के सेवन से बचना चाहिए।
- जब भी आप जामुन का सेवन करे तो इस बात का ज़रूर ध्यान रखें की उसके बाद दूध का सेवन नहीं करना चाहिए।
- जामुन की अधिक मात्रा खाने से शरीर में दर्द और बुखार भी हो सकता है।साथ ही यह गले और छाती के लिए भी हानिकारक होता है।
- अधिक मात्रा में जामुन का सेवन करने से कफ और फेफड़ो की खांसी होने की सम्भावनाये बढ़ जाती है।
नोट– किसी भी फल को एक निश्चित मात्रा में हीं खाना अच्छा होता है। इसलिए जब भी आप जामुन का सेवन करे तो उसे उतना ही खाये जितना आपको जरुरत हो।