Migraine Ke Lakshan: माइग्रेन में इन आहार का सेवन हो सकता है घातक

माइग्रेन की समस्या एक ऐसी समस्या है जिससे लाखों लोग परेशान रहते है। आज कल के खानपान और जीवन शैली के कारण माइग्रेन रोगियों की संख्या में वृद्धि होती जा रही है। देखा जाए तो ज्यादातर महिलाएं माइग्रेन से पीड़ित रहती है।

माइग्रेन एक प्रकार का सिर में होने वाला दर्द होता है जो सिर के आधे भाग को अपना निशाना बनाता है। माइग्रेन से पीड़ित रोगी को आधे भाग में अचानक ही गंभीर दर्द होने लगता है।इसमें होने वाला दर्द 2 घंटे से लेकर 72 घंटे तक भी रहता है।

माइग्रेन में होने वाला दर्द बार बार होता है साथ ही कभी कभी यह दर्द इतना ज्यादा होता है की व्यक्ति अपना सामान्य कार्य भी अच्छे से नहीं कर पाता है।

माइग्रेन के कारण कई लोगो को देखने में भी असुविधा होने लगती है। माइग्रेन की समस्या से बचने के लिए कुछ आहार से परहेज करना अच्छा होता है। जानते है Migraine Ke Lakshan के बारे में विस्तार से।

Migraine Ke Lakshan: माइग्रेन की समस्या के कारक और निजात के उपाय

What Causes Migraines

कॉफी का सेवन

  • माइग्रेन रोगियों को कॉफी के सेवन से परहेज करना चाहिए।
  • कॉफी में अधिक मात्रा में कैफीन होता है।
  • यह एक उत्तेजक पदार्थ होता है। साथ ही चाय, सॉफ्ट ड्रिंक्स और सोडा में भी उत्तेजक पदार्थ पाए जाते है।

तले हुए भोजन का सेवन

  • तले हुए भोजन का सेवन करने से माइग्रेन का दौरा बार बार पड़ सकता है इसलिए इसके सेवन से भी दूर रहे।
  • आपको बता दे की तले हुए पदार्थों में वसा की मात्रा अधिक होती है। जिसके कारण रक्त में प्रोस्टाग्लैंडिंस की वृद्धि होती है। प्रोस्टाग्लैंडिंस के बढ़ने से रक्त शिराओ में फैलाव आ जाता है और माइग्रेन का दर्द उत्पन्न हो जाता है।

मांसाहार का सेवन

  • मांसाहार का सेवन दिमाग और शरीर दोनों के लिए हानि कारक होता है।
  • मांसाहार का सेवन करने के तुरंत बाद ही कुछ लोगो के सर में दर्द होने लगता है। इस तरह का जो दर्द होता है उसे हॉट डॉग हेडेक भी कहा जाता है।
  • इस प्रकार का दर्द होने का कारण होता है प्रिज़र्वेटिव के रूप में प्रयुक्त होने वाला नाइट्रेट।
  • इसके अतिरिक्त हिस्टामाइन का भी निर्माण होता है। यह हिस्टामाइन शराब में भी पाया जाता है।

चॉकलेट का सेवन

  • चॉकलेट का सेवन करने से भी माइग्रेन की समस्या उत्पन्न होती है।
  • चॉकलेट में फ़िनलएथिल एमिन और फ्लेवोनॉइट्स पाया जाता है। इसके कारण भी माइग्रेन का दर्द होता है।

पनीर का सेवन

  • पनीर का सेवन करने से भी माइग्रेन की समस्या बढ़ सकती है।
  • इसलिए माइग्रेन रोगी को इसका सेवन नहीं करना चाहिए।
  • साथ ही पनीर स्‍लाइस, चीज केक जैसी चीजों का भी सेवन ना करे।

बीन्स का सेवन

  • यदि माइग्रेन रोगी बीन्स का सेवन करता है तो उसकी यह समस्या और बढ़ सकती है।
  • बीन्स के साथ साथ मटर की फली, इटेलियन बीन्‍स और सोया सॉस भी माइग्रेन रोगी के लिए हानि कारक होता है।
  • अतः इनके सेवन से भी बचे।

ड्राई फ्रूट्स का सेवन

  • ड्राई फ्रूट्स का सेवन भी माइग्रेन के लिए उचित नहीं होता है।
  • ड्राई फ्रूट्स में सल्‍फाइट्स होता है जो माइग्रेन को बढ़ाने का कार्य करता है।
  • इसके अतिरिक्त मूंगफली, बादाम, किशमिश, काजू आदि का भी सेवन नहीं करना चाहिए।

अन्य आहार का भी करे परहेज

ऊपर दिए गए आहार के अतिरिक्त इन आहारों का भी सेवन नहीं करना चाहिए जैसे-

  • शराब का सेवन नहीं करना चाहिए यह माइग्रेन की समस्या को बढ़ाने के साथ साथ शरीर को भी हानि पहुँचाता है।
  • फास्‍ट फूड जैसे पिज्जा का सेवन भी इस समस्या के होने पर वर्जित होता है।
  • खट्टे फलों के सेवन से भी माइग्रेन के दर्द में वृद्धि होती है इसलिए केला और संतरा जैसे फलो का सेवन नहीं करना चाहिए।
  • लाल आलूबुखारा का सेवन भी माइग्रेन के दर्द में वृद्धि करता है। इसलिए लाल आलूबुखारा से भी दूर ही रहे।
  • जैतून के तेल का सेवन भी माइग्रेन रोगी को नहीं करना चाहिए।
  • अचार का सेवन माइग्रेन के दर्द को बढ़ाने का कार्य करता है इसलिए इसे भी नहीं खाना चाहिए साथ ही मिर्ची का सेवन भी नहीं करना चाहिए।
  • एवोकेडो को खाना भी माइग्रेन रोगी के लिए हानिकारक होता है।

लेने योग्य आहार

दूध का सेवन करे

  • माइग्रेन की समस्या होने पर दूध का सेवन फायदेमंद होता है।
  • विटामिन बी दूध में पाया जाता है। जो की ऊर्जा प्रदान करने का कार्य करता है।

ब्रॉकली का उपयोग

  • ब्रॉकली माइग्रेन को कम करने में मदद करती है। क्योंकि इसमें मैग्नीशि‍यम की उच्च मात्रा पायी जाती है।

मछली का सेवन

  • मछली का सेवन माइग्रेन के दर्द को नियंत्रित करने के लिए लाभकारी होता है।
  • आपको बता दे की मछली में विटामिन ई और ओमेगा 3 फैटी एसिड की भरपूर मात्रा पायी जाती है। जो दर्द को कम करने का कार्य करती है।

हरी पत्‍तेदार सब्जियों का सेवन

  • मैग्नीशियम, माइग्रेन के दर्द को कम करने में सहायक होता है और यह मैग्नीशियम हरी पत्तेदार सब्ज‍ियों में उच्च मात्रा में पाया जाता है।
  • इसलिए इनका सेवन करना लाभकारी होता है साथ ही मैग्नीशियम सी-फूड, गेहूं और अनाज में भी भरपूर मात्रा में पाया जाता है।

बाजरा का सेवन

  • बाजरा का सेवन करने से भी माइग्रेन की समस्या से निजात मिलता है।
  • बाजरा में एंटीऑक्‍सीडेंट, फाइबर और मिनरल पाए जाते है जो दर्द को कम करने का कार्य करते है।

करे यह उपाय

  • माइग्रेन रोगी को समय समय पर डॉक्टर से परामर्श लेते रहना चाहिए।
  • मॉर्निंग वाक से भी माइग्रेन रोगी को राहत मिलती है।
  • योग और व्यायाम के नियमित अभ्यास से भी माइग्रेन को दूर करने में मदद मिलती है।
  • जब भी घर से बाहर निकले तो सूर्य की किरणों से बचे यह भी माइग्रेन की समस्या को बढ़ाता है।
  • समय समय पर संतुलित भोजन करे।
  • दर्द होने पर ठंडे पानी की पट्टी को सर पर रखना चाहिए इससे भी राहत मिलती है।
  • मेहंदी को सर पर लगाने से भी आराम मिलता है।
  • हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन भरपूर मात्रा में करे । साथ ही वजिटेबल जूस का भी सेवन करे।
  • माइग्रेन रोगी को ज्यादा चिंता नहीं करनी चाहिए इससे भी माइग्रेन के दर्द में वृद्धि होती है।

ऊपर बताये गए कारणों को ध्यान में रखे और उनका सेवन करने से बचे तभी आप माइग्रेन की समस्या से मुक्ति पा सकते है और स्वस्थ रह सकते है।

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