Wrong Sitting Posture: टेककर या झुककर बैठने की आदत है तो इसे तुरंत छोड़ दे
आपने हमेशा से सुना होगा की एक्सपर्ट्स लगातार बैठने से मना करते है| उनके मुताबित यदि आपका काम लगातार 8-9 घंटे बैठने का है तो इससे आपके हिप्स की मांसपेशिया ओवर स्ट्रेच होती है इसलिए आपको हर एक घंटे में उठ जाना चाहिए|
लेकिन क्या आप जानते है लगातार बैठने से भी ज्यादा बुरा गलत तरीके से बैठना| आपकी रीढ़ की हड्डी इस तरह से बनी होती है की आपके शरीर का भार उठा सके|
लेकिन गलत तरीके से बैठकर आप इसका संरेखण (अलाइनमेंट) ख़राब कर देते है| इसके चलते गर्दन दर्द, पीठ दर्द और सर दर्द जैसी समस्या होने लगती है|
क्या आपने इस बात पर गौर किया है कि आपके बैठने का तरीका सही है या नहीं? Wrong Sitting Posture से आपको नुक्सान हो सकता है|
Wrong Sitting Posture: इस तरह बैठने से होता है अंगों को नुकसान
आराम का मतलब झुककर बैठना नहीं होता
- यदि आपको कोई भी कहता है की आराम से बैठ जाये तो आप पीछे टेक लगाकर बैठ जाते है।
- आधुनिक विचारो के हिसाब से यही आराम है|
- लेकिन हम आपको बताना चाहते है की इस तरह बैठकर आप शरीर के अंगों को आराम नहीं देते है|
- दरहसल इस स्थिति में शरीर के अंग उतने ठीक ढंग से कार्य नहीं कर पाते जितना उन्हें करना चाहिए|
- यदि आप कार की सीट पर पर आरामदायक तरीके से बैठकर एक हजार किलोमीटर की यात्रा करते हैं|
- तो आप अपने जीवन के कम-से-कम तीन से पांच साल कम कर देते है|
- आपको जानकारी दे की लगातार ऐसी मुद्रा में बैठने की वजह से आपके अंगों पर बहुत बुरा असर होता है|
- इसके चलते अंगो के कार्य करने की शक्ति में नाटकीय ढंग से कमी आ जाती है साथ ही वे बेहद कमजोर भी हो जाते हैं।
शरीर को सीधा रखना है हमारे शरीर के लिए असली आराम हे
- कुछ लोग शरीर को बिलकुल सीधा रखकर बैठते है| इसका मतलब यह कतई नहीं है कि उन्हें आराम पसंद नहीं होता|
- दरहसल इसके पीछे की वजह यही है कि हम आराम की परिभाषा अलग ढंग से समझते है तथा महसूस करते हैं।
- आपको जानकारी दे की आप अपनी रीढ़ को सीधा रखते हुए भी मांसपेशियों को आराम में रहने की आदत डाल सकते हैं, यह मुंकिन है|
- क्योंकि जब आपकी मांसपेशियां झुख जाती है तो आप अंगों को आराम में नहीं रख सकते।
- इसलिए बेहद जरूरी है कि आप अपने शरीर को ऐसी आदत डाले कि आपकी रीढ़ ही हड्डी सीधी रहे|
- और इसे सीधा रखते हुए ही आपके शरीर का ढांचा और स्नायुतंत्र आराम की स्थिति में बने रहें।