Systemic Lupus Erythematosus In Hindi – जानिए एसएलई के लक्षण और उपचार
लुपस एक ऑटो इम्यून डिजीज (स्वप्रतिरक्षी रोग) है। इस बीमारी में आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली गलती से आपकी स्वस्थ कोशिकाओं और ऊतकों पर हमला कर देती है।
यह बीमारी आपकी त्वचा से लेकर आपके फेफड़े, गुर्दे, रक्त वाहिकाएं आदि हिस्से ख़राब कर देती है। लुपस बीमारी के कई प्रकार होते है सिस्टमिक लुपस एरिथेमेटोसस, डिस्कॉइड लुपस, सबएक्यूट क्यूटनियस लुपस, दवा-प्रेरित लुपस, नवजात लुपस दुर्लभ आदि।
आज हम आपको इसके मुख्य प्रकार अर्थात सिस्टमिक लुपस एरिथेमेटोसस (एसएलई) के बारे में जानकारी दे रहे है। आपको बतादे की हमारे देश भारत में हर 10 लाख में करीब 30 लोग एसएलई से पीड़ित पाए जाते हैं।
वैसे तो लुपस रोग किसी को भी हो सकता है, किन्तु महिलाओं को इसका खतरा ज्यादा होता है। इस रोग के लक्षण भी अन्य बीमारियों से काफी मिलते है इसलिए इसे पता लगांना भी मुश्किल होता है तो चलिए आज के लेख में विस्तार से Systemic Lupus Erythematosus in Hindi जानते है।
Systemic Lupus Erythematosus in Hindi: रोग, जिससे महिलाये होती है ज्यादा प्रभावित
SLE Symptoms: सिस्टमिक लुपस एरिथेमेटोसस के लक्षण
- लाल चकत्ते, खासकर चेहरे पर
- जोड़ों में दर्द और सूजन
- बालों का झड़ना
- आँख के चारों ओर सूजन
- मांसपेशी में दर्द, पैरो में सूजन
- थकावट लगना, सिरदर्द होना
- रक्त के थक्के बनना
- हाथ-पाँव की पीली या बैंगनी उंगलियां
- थोड़ी सी भी धुप में संवेदनशीलता
- त्वचा पर दानो का उभरना
सिस्टमिक लुपस एरिथेमेटोसस का उपचार
- सिस्टमिक लुपस का कोई उपचार नहीं है, किन्तु दवाओं और जीवन शैली में परिवर्तन लाकर इसके लक्षणों को नियंत्रित किया जा सकता है।
- आपका रोग कितना गंभीर है उस पर भी आपका उपचार निर्भित है।
- सामान्यतः जोड़ो में उपचार के लिए चिकित्सक आपको नॉनस्टीरॉयड एंटी-इंफ्लेमेटरी दवाएं देंगे एयर रैशेज के लिए कॉर्टिकोस्टोरोइड क्रीम एडवाइस करेंगे।
उपरोक्त लक्षण दिखने पर लुपस रोग है या नहीं कैसे पता करे
लुपस का पता लगाने के लिए कोई एक परीक्षण नहीं है, क्योंकि इसके लक्षण दूसरी बीमारियों से मेल खाते है। इसलिए इसका सही पता चलने के लिए महीने या फिर वर्षों का समय भी लग सकता है। इसमें मौजूद चिकित्सा में शामिल है, चिकित्सा इतिहास, पूर्ण परीक्षण, रक्त परीक्षण, त्वचा की बायोप्सी, किडनी बायोप्सी।
सिस्टमिक लुपस एरिथेमेटोसस के लिये घरेलू नुस्खे
- यदि आपको लुपस बीमारी है तो आपको हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करना चाहिए। इस दौरान कम कैलोरी आहार ही आपके स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है।
- यदि आप सूरज की किरणों के संपर्क में आते हैं तो इससे यह रोग और बढ़ता है। इसलिए अपनी त्वचा पर सुरक्षा प्रदान करे और ऐसे कपडे पहने जो शरीर के ज़्यादातर भागों को ढक सके।
- इसके अलावा धूम्रपान से बचें और तनाव व थकान को कम करने की कोशिश करें। चाहे तो योग करने को लेकर डॉक्टर से राय ले।