Gupt Rog in Hindi: जाने गुप्त रोगों से जुड़ी उपयोगी जानकारियाँ और इसके बचाव
भगवान की देन इस बहुमूल्य जीवन को संभाल कर रखना हमारे खुद के हाथों में है। हम खुद अपने इस शरीर का ख्याल रख कर इसे हमेशा स्वस्थ, तंदुरुस्त और निरोगी बनाये रख सकते हैं। ईश्वर ने हमें अपने शरीर को स्वस्थ रखने के लिए इस प्रकृति में बहुत सारे लाभकारी नेमतें भी दी हैं जिनके उपयोग से हम हमेशा स्वस्थ रह सकते हैं।
आधुनकिता की आंधी में हमने आजकल अपना जीवन यापन बिलकुल बदल दिया है और हम खुद आज हमारे लिए बनाई गई प्रकृति को नुकसान भी पहुंचा रहे हैं। जंगलों की कटाई, औद्योगीकरण आदि के कारण हमारा वातावरण ख़राब हो गया है जिसका असर हमारे स्वस्थ पर पर रहा है।
इसके अलावा आजकल हम मोबाइल और इंटरनेट की युग में जी रहें हैं जहाँ हम अपने स्वास्थ्य पर पूरी तरह ध्यान नहीं दे पाते हैं। इंटरनेट पर मौजूद अडल्ट सामग्रियों को देख कर बच्चे बड़े हो कर गुप्त रोगी बन रहे हैं। इसके कारण हीं आजकल के युवाओं में गुप्त रोग की समस्या बहुत ज्यादा बढ़ने लगी है।
एक आंकड़े के अनुसार 4% से 40% तक लोग आज किसी ना किसी गुप्त रोग से पीड़ित हैं। ज्यादातर गुप्तरोग की समस्या मानसिक होती है। अगर इन समस्याओं का वक़्त रहते इलाज करवा लिया जाता है तो परेशानी बढ़ती नहीं है। आज इस लेख में पढ़ते हैं Gupt Rog in Hindi.
Gupt Rog in Hindi: जानें गुप्त रोग से होने वाली परेशानियां
नपुंसकता
नपुंसकता कई तरह के हो सकते हैं। इनमे से एक हैं शारीरिक नपुंसकता जिसमे आपके सेक्स अंगों में समस्या आ जाती है। या फिर दूसरी होती है मानसिक नपुंसकता जिसमे आप सेक्स करने में सक्षम होते हैं पर आप अपने मन में ये सोच लेते हैं की आप सेक्स करने में सफल नहीं हो पाएंगे। जानते हैं इस बारे में विस्तार से।
- जब कोई व्यक्ति यौन संबन्ध नहीं बना पाए और तुरंत शिथिल हो जाए तो उसे नपुंसकता का मरीज मान सकते है।
- ऐसा देखा जाता है की कुछ लोग शारीरिक स्तर पर नपुंसक नहीं होते हैं पर जीवन में आये कई वजहों से मानसिक तौर पर नपुंसक हो जाते हैं।
- मानसिक नपुंसकता के मरीज अपनी पत्नी के पास जाने से डर जाते हैं और सेक्स भी नहीं कर पाते हैं।
- चिन्ता और तनाव जैसी समस्याओं से ज्यादा घिर जाने से मानसिक नपुंसकता होता है।
- वहीं शरीर में होने वाली कमजोरी के कारण शारीरिक नपुंसकता पैदा होती है।
- इसके अलावा हस्तमैथुन, ज्यादा कामुक होना भी व्यक्ति को नपुंसक बना सकती है ।
शीघ्रपतन
शीघ्रपतन जिसे अंग्रेजी में प्रीमैच्योर इजेकुलेशन के नाम से जाना जाता है एक सामान्य Venereal disease है। पुरुषों में होने वाला यह एक बड़ी ही कॉमन प्रॉब्लम है। यह समस्या सामान्यतः पूरी दुनिया में 30 से 40% पुरुषों में देखी जाती है। ऐसा माना जाता है कि हर पुरुष अपने पूरी लाइफ में कभी न कभी इस शीघ्रपतन की समस्या से परेशान ज़रूर होता है। जानते हैं ये क्या है और क्यों होता है।
- डॉक्टर्स के अनुसार अगर पुरुषों का सेक्स के दौरान वीर्य स्खलन 1 मिनट से कम समय में हो जाता है तो इसे निश्चित रूप से शीघ्रपतन कहा जाएगा वहीं दौरान स्खलन की समस्य सीमा एक से डेढ़ मिनट का है तो इसे संभावित शीघ्रपतन कहा जाता है।
- शीघ्र पतन की सबसे बुरी स्थिति तब होती है जब सम्भोग के शुरू करते हीं वीर्यपात हो जाए। सम्भोग के दौरान कितनी देर में वीर्यपात होना चाहिए और कितनी देर में नहीं होना चाहिए इन बातों का कोई निश्चित मापदण्ड नहीं है। यह हर व्यक्ति की मानसिक तथा शारीरिक अवस्था पर निर्भर करता है।
इस समस्या से बचाव के लिए हमें कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। आइये जानते हैं इन्हीं बातों के बारे में विस्तार से।
- एल्कोहल का सेवन पूरी तरह से बंद कर दें, या तो इसका सेवन कम भी कर सकते हैं ।
- तम्बाकू और साइड इफ्फेक्ट वाली दवाओं का उपयोग बंद दें ।
- सेक्स के दौरान चरमोत्कर्ष पर पहुंचने की स्थिति से पहले रुक जाना और कुछ देर बाद फिर शुरू करना ।
- उत्तेजना पर नियंत्रण रखने के लिए मोटे लेयर वाले कंडोम का उपयोग करें।
- सेक्स के पहले हो सके तो हस्तमैथुन करें ।
- सेक्स से पहले 15 मिनट तक फोरप्ले भी कर सकते हैं ।
स्वप्नदोष
- स्वप्नदोष के नाम में दोष है पर असल में यह कोई दोष नहीं होकर एक स्वाभाविक क्रिया है जो पृष्ठों के शरीर में नींद के दौरान होता है।
- इसके अंतर्गत पुरुष को सोते वक़्त वीर्य का स्खलन होता है। यह स्खलन एक माह में 1 या 2 बार होता है तो यह एक सामान्य सी बात मानी जाती है परन्तु स्खलन अगर ज्यादा बार होने लग जाए तो यह समस्या का विषय हो जाता है।
- इससे उस व्यक्ति को शारीरिक कमजोरी की फीलिंग होती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि वीर्य और शुक्र रक्त के कणों से बनता है और इसके अत्यधिक क्षय से व्यक्ति कमजोर हो जाता है ।
- अत्यधिक स्वप्नदोष तभी होता है जब व्यक्ति ज्यादा सेक्स की बाते सोचता रहता हो। इससे बचाव के लिए आपको सेक्स से इतर दूसरी विषयों में अपने आप को व्यस्त रखना जरुरी हो जाता है।
- ऐसा करने से इस समस्या में बहुत लाभ मिलता है।
- इसके अलावा पौष्टिक तत्वों से भरपूर खाने का सेवन कर के भी इस समस्या के नुकसान को कम किया जा सकता है।
इस लेख में आपने पढ़ा (Gupt Rog in Hindi) कुछ महत्वपूर्ण गुप्त रोगों से जुड़ी जानकारियाँ। ये जानकारियाँ आपको आपके जीवन में होने वाली इस समस्याओं के वक़्त आपकी बहुत मदद करेगी। अगर आपको या आपके किसी ख़ास को ये गुप्त रोगों की समस्याएं हैं या इनके लक्षण हैं तो ऊपर बताये गए Gupt Rogo Ka Ilaj की मदद से आप उनका इलाज करें और जल्द स्वस्थ्य हो जाएँ।