What Is Metabolism In Hindi: मेटाबॉलिज्म क्या होता है और यह कैसे कार्य करता है?
एक स्वस्थ जीवन जीने के लिए शरीर का स्वस्थ होना बहुत ज़रुरी होता है। यदि आप हमेशा ही बीमार रहते है तो अपने जीवन को आनंद पूर्वक नहीं जी पाते है।
हमारे शरीर को सुचारु रूप से चलाने और जीवन को सुखमय बनाये रखने के लिए शरीर में कई प्रक्रियाएं चलती रहती है। यदि यह प्रक्रियाएं अपना कार्य करना बंद कर दे तो शरीर कुछ भी नहीं कर पायेगा।
शरीर में सबसे महत्वपूर्ण प्रक्रिया होती है Metabolism की। मेटाबॉलिज्म को हिंदी भाषा में चयापचय भी कहा जाता है। यह जीवन जीने के लिए एक रासायनिक क्रिया होती है, जो लगातार 24 घंटे शरीर के अंदर चलती रहती है। यदि शरीर में मेटाबॉलिज्म प्रकिया रुक जाती है तो शरीर की समस्त क्रियाएं भी कार्य करना बंद कर देती है।
मेटाबॉलिज्म का कार्य शरीर का विकास, पोषक तत्व और सुचारु रूप से संचालित करने वाले ज़रुरी अणुओं को आसानी से मौजूद कराने का होता है। आइये जानते है What Is Metabolism In Hindi के बारे में विस्तार से।
Metabolism Facts in Hindi: मेटाबॉलिज्म का सही होना क्यों है शरीर के लिए जरुरी?
मेटाबॉलिज्म के प्रकार
मेटाबॉलिज्म में उसके प्रकारो का संतुलित रहना बहुत आवश्यक होता है, क्योंकि यह स्वास्थ्य पर असर डालते है।
High Metabolism: हाई मेटाबॉलिज्म
- हाई मेटाबॉलिज्म होने पर शरीर का तापमान गर्म रहता है।
- आपको इस परिस्थिति में भूख अधिक मात्रा में लगती है।
- यदि आप दिल की धड़कनो पर ध्यान दे तो वह भी तेज हो जाती है।
Slow Metabolism: स्लो मेटाबॉलिज्म
- मेटाबॉलिज्म स्लो होने पर ब्लड प्रेशर कम हो जाता है।
- व्यक्ति के डिप्रेशन में जाने की संभावनाएं बढ़ जाती है।
- स्लो मेटाबॉलिज्म में व्यक्ति को गर्मी या फिर ठंड अधिक लगती है।
- मेटाबॉलिज्म की प्रक्रिया धीमी होने पर शरीर को आलस का अनुभव होता है। साथ ही शरीर को सुस्ती का अहसास होने लगता है।
कैसे रखे Metabolic Rate को सही
- मेटाबॉलिज्म को सही रखने के लिए सबसे ज़रुरी होता है सही खानपान और शारीरिक गतिविधियों का सही होना।
- यदि आपका खानपान अनियमित है तो आपका मेटाबॉलिज्म बिगड़ सकता है।
- आपको बता दे की यदि आप लम्बे समय तक कुछ नहीं खाते है तो इसका प्रभाव भी आपके मेटाबॉलिज्म पर पड़ता है।
- इसलिए ध्यान रखे की आपका खानपान नियमित और संतुलित हो साथ ही साथ आप नियमित रूप से शारीरिक गतिविधियों को करते रहे।
- तभी आपका मेटाबॉलिज्म सही तरीके से कार्य कर पायेगा और आप फिट रहेंगे।
- मेटाबॉलिज्म के प्रभावित होने से बढ़ सकता है मोटापा
- मेटाबॉलिज्म का प्रभाव आपके वजन पर भी पड़ता है।
- यदि आपका मेटाबॉलिज्म अच्छा है तो आपका वजन संतुलित रहता है।
- बेसल मेटाबोलिक रेट (BMR) के कम होने पर शरीर में वसा की मात्रा बढ़ने लगती है।
- यदि आप अपने मेटाबॉलिज्म को नियंत्रित रखना चाहते है तो फाइबरयुक्त भोजन करना अच्छा होता है।
मेटाबॉलिज्म से जुड़ी ज़रुरी बातें
- मेटाबॉलिज्म को संतुलित रखने के लिए आप नियमित व्यायाम और योग कर सकते है।
- वसा युक्त भोजन का सेवन जितना कम करेंगे उतना ही अच्छा आपका मेटाबॉलिज्म होगा।
- मेटाबॉलिज्म के तेज होने पर आप प्रोटीन शेक और प्रोटीनयुक्त भोजन कर सकते है।
How to Increase Metabolism: कैसे बढ़ाये मेटाबॉलिज्म
कॉफी का सेवन
- कॉफ़ी का सेवन करने से मेटाबॉलिज्म बढ़ता है साथ ही वजन को कम करने का कार्य भी करता है।
- कॉफ़ी पीने से शरीर में फेट बर्न होता है।
ठंडा पानी पीने से
- पानी पीने से वजन में कमी आती है। यदि पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन किया जाये तो उससे वजन कम होने लगता है।
- लेकिन इस बात का भी ख्याल रखे की शर्करा युक्त पेय वजन को बढ़ाने का कार्य करते है।
पर्याप्त नींद
- पूरी नींद लेने से भी मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने में मदद मिलती है। यदि नींद पूरी नहीं होती है तो उसके कारण मोटापा भी बढ़ने लगता है।
- साथ ही नींद पूरी नहीं होने से शर्करा का स्तर भी प्रभावित होता है जो की मधुमेह की सम्भावनाओ को बढ़ाता है।
मसालेदार भोजन का उपयोग
- हम जानते है की मसालेदार भोजन सेहत के लिए अच्छा नहीं होता है। परन्तु यदि आप अपना मेटाबॉलिज्म बढ़ाना चाहते है तो मसालेदार भोजन आपकी मदद कर सकता है।
- खास कर लाल मिर्च का सेवन करने से मेटाबॉलिज्म बढ़ता है क्यूंकि लाल मिर्च में कैप्साइसिन नामक पदार्थ होता है जो इसे बढ़ाने में मदद करता है। साथ मिर्च के सेवन से वजन को भी कम किया जा सकता है।
प्रोटीन का सेवन
- प्रोटीन भी Metabolism Booster के तौर पर काम करता है और मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने में मदद करता है।
- यदि आप प्रोटीन का सेवन करते है तो आप कम भोजन ग्रहण कर पाते है जिसके कारण आपके वजन में वृद्धि नहीं होती है।
आप अपने मेटाबॉलिज्म को मांसाहार और शाकाहार दोनों प्रकार का आहार के सेवन से बढ़ा सकते है।
भोजन जो मेटाबॉलिज्म को सही रखे
अदरक का उपयोग
- मेटाबॉलिज्म को नियंत्रित रखने के लिए अदरक का विशेष योगदान होता है।
- अदरक का सेवन करने से शरीर का तापमान बढ़ाता है। साथ ही यह आंत की चर्बी को कम करने में मदद करता है।
- अदरक को आप कई प्राकर से खा सकते है जैसे की अदरक की चाय, अदरक को चूस कर या फिर सब्जियों में अदरक का उपयोग कर के।
दालचीनी का उपयोग
- दालचीनी घरों में आसानी से मिल जाती है।
- दालचीनी मेटाबॉलिज्म को सही रखने में सहायक होती है साथ ही यह वजन को भी कम करती है।
- दालचीनी का उपयोग करने से मधुमेह रोगी को भी लाभ मिलता है।
- दालचीनी का उपयोग हर दूसरे दिन करने से आपको इसका लाभ आसानी से मिल सकता है।
ब्रोकली का सेवन
- ब्रोकली एक प्रकार की सब्जी होती है।
- ब्रोकली का सेवन करने से मेटाबॉलिज्म सही रहता है। यह मेटाबॉलिज्म की क्रिया को सुधारने में मदद करती है।
- ब्रोकली में विटामिन सी और कैल्शियम की पर्याप्त मात्रा होती है जो की मेटाबॉलिज्म के अच्छे घटक होते है।
- साथ ही यह शरीर से अतिरिक्त चर्बी को भी कम करने में मदद करता है।
ब्लैक कॉफी का सेवन
- शोध के दौरान पाया गया है की यदि आप भोजन करने के बाद कॉफ़ी का सेवन करते है तो इससे आपका मेटाबॉलिज्म अच्छा रहता है।
- साथ ही वजन में भी कमी आती है। इसलिए ब्लैक कॉफी पीना अच्छा होता है।
अब तो आप जान ही गए होंगे की मेटाबॉलिज्म क्या है और यह हमारे शरीर में किस तरह कार्य करता है? इसे सही रखने के लिए अपने भोजन पर ज़रूर ध्यान दे।