Natural Contraceptive Methods In Hindi: गर्भ नियंत्रण के प्राकृतिक उपाय
आजकल की व्यस्तता भरी लाइफ में महिलाएं भी पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलना चाहती है। कहीं कहीं तो वे इस मुकाम को हासिल भी कर चुकी है लेकिन कई जगह पर कुछ कारण वश वह उनसे एक कदम पीछे रह जाते हैं।
इसके होने का वजह यह है की घर-परिवार और बच्चे की ज़िम्मेदारी को निभाने के साथ- साथ नौकरी में सफलता की सीढ़ियां चढ़ना पुरुषों के अपेक्षा महिलाओं के लिए अधिक चुनौती पूर्ण होता है।इन सब चीज़ो को मैनेज करने के लिए आजकल लड़कियाँ शादी के कुछ साल तक बच्चे को जन्म नहीं देना चाहतीं।
आपको बता दे की बार-बार इसके लिए पील्स खाना या एबॉर्शन कराना विवेकशील निर्णय नहीं है। क्योंकि ऐसा करने से सेहत पर बुरा असर पड़ता है। इसलिए आपको कुछ ऐसे उपाय करने चाहिए जिससे आपका गर्भ भी नियंत्रण में रहे और सेहत पर किसी प्रकार का कोई बुरा असर भी ना पड़े।
यदि आपको गर्भ नियंत्रण करना भी है तो उसे सुरक्षित तरीके से करना चाहिए। इसके लिए प्राकृतिक उपायों की मदद ले सकते है। तो आईये आज जानते है Natural Contraceptive Methods In Hindi के बारे में।
Natural Contraceptive Methods In Hindi: गर्भ नियंत्रण के प्राकृतिक उपाय सबसे बेहतर होते हैं
Natural Birth Control के जरिये भी आप गर्भनिरोधक में मदद ले सकते हैं। इसके लिए जानते है कुछ उपायों के बारे में जो आपके लिए लाभकारी होंगे।
सूखी खुबानी
- सूखी खुबानी एक प्रकार की गर्भ निरोधक का तरह काम करती है।
- यदि संभोग के तुरंत बाद ही खुबानी खा ली जाये तो यह गर्भनिरोध में काफी फ़ायदेमंद होती हैं।
- साथ ही कुछ सूखी खुबानी को शहद व पानी के साथ मिलाकर उसका मिश्रण बना कर एक कप प्रतिदिन सेवन करने से भी गर्भ नहीं ठहरता है।
खट्टे फलों का सेवन
- खट्टे फल गर्भ निरोध के लिए काफी बेहतर चुनाव होते हैं।
- नींबू, आंवला और अमरूद में सिट्रिक एसिड पाया जाता है। जिसके कारण ये फल खट्टे होते है।
- गर्भधारण के बचाव के लिए शुद्ध विटामिन-सी के सेवन की राय दी जाती हैं जिसे खुराक के रूप में ही लेना चाहिए।
- साथ ही असुरक्षित संभोग के तीन दिन उपरांत ही विटामिन-सी की दो खुराक ली जानी चाहिए।
अनानास का सेवन
- अनानास में भी ऐसे तत्व होते है जो गर्भ निरोधक का कार्य करते है।
- इसलिए प्रेग्नेंसी के समय अनानास खाने की भी मनाही होती है।
सूखा अंजीर
- सूखा अंजीर भी गर्भनिरोधक का कार्य करता है। इसका प्रयोग प्राचीन काल से किया जाता आ रहा है।
- 1-2 सूखे अंजीर खाने से गर्भ नहीं ठहरता।
- लेकिन ध्यान रहे की अंजीर ज्यादा मात्रा में खाने से पेट ख़राब हो सकता है।
चीज़ खाये
- ऐसा माना जाता है कि अनपाश्चुराइज्ड मिल्क से निर्मित चीज प्राकृतिक गर्भनिरोधक का कार्य करते हैं।
- आप इसका सेवन भी गर्भ नियंत्रण के लिए कर सकते हैं।
कच्चे दूध का सेवन
- कच्चा दूध भी गर्भनिरोधक दवाओं का कार्य करता है।
- आप इसे सोने से पहले ले सकते है या फिर सुबह-सुबह भी पी सकते है।
मछली का उपयोग
- स्वॉर्डफिश जिसमे मरकरी पाया जाता है प्रेग्नेंसी में इसे खाना वर्जित होता है।
- बताया जाता है की इस मछली में पाया जाने वाला मरकरी गर्भ निरोधक का कार्य करता है।
पपीते का सेवन
- कहा जाता है कि प्रेग्नेंसी के समय पपीता नहीं खाना चाहिए।
- खास कर की शुरुआती तीन महीनों में तो बिल्कुल नहीं।
- ऐसा इसलिए कहा जाता है क्योंकि इसे खाने से गर्भ रुक जाता है।
- यदि आप प्रतिदिन पपीता खाएंगी तो आपको पिल्स खाने की जरुरत नहीं होगी।
अजवायन का उपयोग
- अजवायन भी गर्भ नियंत्रण में बहुत ही असरकारी होती है।
- यदि आप इसका बहुत ज्यादा उपयोग करते है तो यह नुकसान भी नहीं करती है। इसलिए इसका इस्तेमाल ध्यान से करें।
पुदिना का सेवन
- पुदीना भी अनचाहे गर्भ को रोकने में मददगार साबित होता है। यह बहुत ही सरल तरीका होता है।
- लेकिन पुदीने का उपयोग आपको सिमित मात्रा में ही करना चाहिए, इसका ज्यादा मात्रा में इस्तेमाल नुकसानकारी हो सकता है।
- आप चाहे तो इसके लिए डॉक्टर से भी परामर्श भी ले सकती है।
जड़ी बूटी
कुछ जड़ी बूटी भी गर्भनिरोधक के रूप में कार्य करती है इसका सेवन करना भी आपके लिए फ़ायदेमंद हो सकता है।
नीम एक प्राकृतिक गर्भनिरोधक
- नीम भी एक प्रकार का प्राकृतिक गर्भनिरोधक है। इसका इस्तेमाल भी आप कर सकती है। इसे शुक्राणु नाशक बूटी भी कहा जाता है।
- इसका उपयोग लोग प्राचीन काल से करते आ रहे है। नीम का उपयोग आप इसके तेल और पत्तियों के द्वारा कर सकते है। इसका उपयोग महिला और पुरुष दोनों ही कर सकते है।
गाजर के बीज
- यदि आप जंगली गाजर के बीज का सेवन करते है तो यह भी आपको गर्भधारण की समस्या से मुक्ति दिलाता है।
- इसके सेवन के लिए संभोग के पश्चात इन बीजो को सेवन करना चाहिए। यदि आप सात दिनों तक इसे नियमित रूप से लेते है तो गर्भधारण नहीं होता है।
- याद रहे इसे आपको अधिक मात्रा में नहीं खाना चाहिए क्योंकि इसके सेवन से कब्ज की समस्या हो सकती है।
कपास के पौधे की जड़ की छाल का इस्तेमाल
- कपास के पौधों में जो जड़े होती है उनकी छाल का उपयोग भी आप गर्भनिरोधक की तरह कर सकते है।
- यह बहुत ही असरकारी होता है। इसका इस्तेमाल आप चाय के रूप में कर सकते है साथ ही इसे आप चाहे तो गर्म पानी के साथ भी ले सकते है यह दोनों तरीकों से प्रभावी होता है।
इस तरह आप Natural Methods of Contraception को अपनाकर निश्चिन्त हो सकती है।
प्राकृतिक तौर ओर परिवार नियोजन: Natural Family Planning
फैमिली प्लानिंग करना बहुत ही ज़रुरी होता है। तभी आप सफल जीवन जी पाते है और अपने रिश्ते को भी सही से संजो सकते है। यदि आप गर्भ धारण करना नहीं चाहती हैं तो इसके लिए कई तरह के अन्य उपाय भी होते है जिसे आप अपना सकती है जैसे.. प्राकृतिक परिवार नियोजन का सहारा भी लिया जा सकता है। साथ ही आप नसबंदी के जरिये भी गर्भ धारण को रोक सकती है।
Natural Contraception के लिए बाजार में भी कई तरह की चीजे उपलब्ध है जिनका उपयोग कर आप सुरक्षित सम्भोग कर सकते है और गर्भधारण को रोक सकते है। इसके लिए ज़रुरी है की आप उनकी जानकारी हासिल करे और उन्हें अपनाये। आपकी एक गलती से आपको जीवन भर पछताना पड़ सकता है। इसलिए जो भी करें सोच विचार कर ही करे और अपने सबंधों को खुशहाल बनाये।
यदि आपको उपरोक्त उपायों को करने के बाद भी असर ना हो रहा हो तो आप देर ना करते हुए डॉक्टर से ज़रूर संपर्क करे। ताकि सही समय पर आपको निदान मिल सके। इसमें आपको देरी नहीं करनी चाहिए।