Different Types of Exercises: व्यायाम के कुछ प्रकार, चुने अपने शरीर के अनुरूप

अब इस बात से सभी परिचित है की संतुलित आहार के अलावा व्यायाम भी स्वस्थ जीवन के लिए बहुत ज़रूरी होता है। लेकिन इसके बावजूद भी कई लोग इसके प्रति अभी भी लापरवाह नज़र आते हैं।
यदि आपके साथ भी कुछ ऐसा ही है तो हम आपको यही कहना चाहेंगे की लापरवाही ना करे और व्यायाम को अपनी दिनचर्या में शामिल करे।

व्यायाम आपके शरीर को फिट और मजबूत तो बनाता ही है साथ ही उसे निरोग रखने में भी सहायक होता है। भिन्न भिन्न प्रकार के व्यायाम होते है जो आपको भिन्न भिन्न प्रकार के लाभ देते हैं। आप अपने अनुसार व्यायामों का चुनाव कर सकते हैं और एक रूटीन बना कर उसका रोजाना अभ्यास कर सकते हैं।

व्यायाम से शरीर में स्फूर्ति आती है आप इसे अपने घर पर बरामदे में, बालकनी में या फिर छत पर भी कर सकते हैं। अगर आपके घर के आस पास कोई पार्क हो तो आप पार्क में भी व्यायाम का अभ्यास कर सकते हैं।

नियमित तौर पर व्यायाम करने से आपको कभी भी थकान की परेशानी नहीं होगी। इससे शारीरिक समस्याओं के साथ साथ मानसिक परेशानियों से भी निजात मिल जाती है। यहाँ जानिए और भी कई Different Types of Exercises.

Different Types of Exercises: स्वस्थ और फिट रहने के लिए जरूरी व्यायाम

Different Types of Exercises

क्यों जरुरी है व्यायाम: Why is Exercise Important?

  • जिस प्रकार हमारी लाइफ में दैनिक क्रियाएं ज़रुरी है उसी प्रकार व्यायाम भी प्रतिदिन के लिए बहुत ही आवश्यक होता है।
  • यह शरीर को कार्यो को करने योग्य बनाता है साथ ही शरीर में स्फूर्ति का संचार करता है।
  • व्यायाम करने से आप फिट रहते है और बीमारियाँ आपसे कोसो दूर हो जाती है। व्यायाम को यदि आप नियमित रूप से करते है तो इससे आपको अनेक फायदे मिलते है साथ ही आप वृद्धाअवस्था में होने वाली परेशानियों से भी बच सकते है। इसलिए व्यायाम को अपने जीवन का हिस्सा बनाना चाहिए।

लोगो को पसंदीदा खेल: Sport exercise

  • हम पहले खेल के बारे में जानकारी दे रहे है क्योंकि लोग जनरल व्यायाम की तुलना में इसे ज्यादा पसंद करते है।
  • खेल से आपकी शारीरिक कसरत भी हो जाती है साथ ही इससे मानसिक तनाव भी दूर होता है।
  • खेलो में आप क्रिकेट, फुटबॉल, हॉकी, टेबल टेनिस, बैडमिंटन आदि गेम खेल सकते है।

शारीरिक और मानसिक फ़ायदों के साथ करें: Yoga exercise

  • योग एक ऐसा व्यायाम है जो आपको शारीरिक और मानसिक दोनों तरह से स्वस्थ रखता है।
  • यदि आप इसका अभ्यास करते है तो निरोग रहते है, आपके चेहरे पर कांति बनी रहती है ।
  • योग के आसन में अलग अलग तरह से शरीर को मोड़ा जाता है, जो शरीर की कार्य क्षमता को बढ़ा देता है।
  • ध्यान के जरिये आप मन और शरीर को शुद्ध कर सकते है।

अधिक हलचल वाली कसरत: Isotonic exercise

  • आप सभी ने तैराकी, सायकलिंग, फुटबाल, दौड़ना-भागना आदि व्यायामों के बारे सुना होगा।
  • यह ऐसे व्यायाम है जिसे नियमित रूप से करने पर मांसपेशियाँ संकुचित और शिथिल हो जाती है।
  • ऐसे व्यायाम में मांसपेशियों के तंतुओ की लम्बाई कम या फिर ज्यादा हो सकती है।
  • इस प्रकार के व्यायाम को आयसोटोनिक व्यायाम कहा जाता है, इनमे शरीर की हलचल ज्यादा होती है।

आयसोमट्रिक व्यायाम: Isometric exercise

  • ऐसे व्यायाम जिसमे भारी चीजे उठाने या फिर हैवी वर्क आउट करने पर भी मांसपेशियों के तंतुओ की लम्बाई में कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। इस प्रकार के व्यायाम को आयसोमट्रिक व्यायाम कहा जाता है।
  • आयसोमट्रिक व्यायाम में कुछ प्रतिरोध के साथ दवाब लगाया जाता है जिसमे अधिक हलचल नहीं होती है और मासपेशियां कम हो जाती है।
  • इस व्यायाम में पेशियों का बल और आकार जल्दी ही बढ़ने लगता है। जिस कारण इसे प्रतिदिन नहीं किया जाता है।

सहज लोगो का व्यायाम: Walking exercise

  • हर किसी के बस में नहीं है की वे कठिन कठिन एक्सरसाइज करे या फिर व्यायाम करे।
  • ऐसे लोगो के लिए चलना सबसे अच्छा व्यायाम होता है।
  • यह सभी उम्र के लोगों के लिए काफी उपयोगी होता है।
  • इसके लिए ना आपको किसी इस्ट्रूमेंट की जरुरत नहीं होती, बस एक जोड़ी चप्पल पहने और निकल पड़े।
  • यह वजन घटाने के लिए भी बहुत ही फ़ायदेमंद है।

एरोबिक व्यायाम: Aerobic Exercise

  • एरोबिक व्यायाम करने से हृदय गति और सांस लेने की गति बढ़ती है। यह कई शारीरिक कार्यों के लिए महत्वपूर्ण है।
  • यह व्यायाम आपके दिल और फेफड़ों को लाभ देता है।
  • यह रक्त चाप को कम करने में भी मदद करता है साथ ही इस व्यायाम को करने से शरीर में वसा की मात्रा में कमी आती है इसलिए जो लोग अपना वजन कम करना चाहते है वो इस व्यायाम को कर सकते है।
  • यह सूजन को कम करने में भी मदद करता है। शर्करा के स्तर को नियंत्रित करता है। साथ ही साथ इसे करने से मूड भी अच्छा रहता है।

स्ट्रेचिंग: Stretching Exercises

  • शरीर में लचीलापन लाने के लिए खिचाव (स्ट्रेचिंग) वाले व्यायाम बहुत मदद करते हैं।
  • जैसे जैसे उम्र बढ़ती है मांसपेशियों में दर्द और ऐठन होने लगती है। साथ ही जोड़ों में दर्द होने लगता है। इसलिए मांसपेशियों में खिचाव होना ज़रुरी होता है।
  • स्ट्रेचिंग से मांसपेशियों में चोट लगने से बचाव हो जाता है।
  • इसलिए नियमित रूप से स्ट्रेचिंग बहुत ही फ़ायदेमंद होती है।

बैलेंस एक्सरसाइज: Balance Exercise

  • शरीर को संतुलित होना भी आवश्यक होता है क्योंकि जब आप युवा अवस्था में होते है तब आप अपना बैलेन्स आसानी से बना सकते है।
  • लेकिन जब आप वृद्धा अवस्था में आते है तो शरीर बैलेन्स बनाने में असमर्थ होने लगता है।
  • वृद्ध लोगो को सही ढंग से चलने में परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसलिए ऐसे व्यायाम जो शरीर का बैलेन्स बना सके वह करना अच्छा होता है।

स्ट्रेंथ ट्रेनिंग: Strength Training

उपरोक्त व्यायाम को आप यदि प्रतिदिन फॉलो करते है तो आप फिट रह सकते है साथ ही एक स्वस्थ्य जीवन भी जी सकते है। यदि आप अपने शरीर को आकर्षक बनाना चाह रह तो भी यह व्यायाम आपकी मदद करेंगे।

नोट- यदि आप इसकी शुरुआत करना चाहते है तो किसी शिक्षक की मदद भी ले सकते है जो आपको व्यायामों को सही प्रकार से करने का तरीका भी सीखा सकता है। सही ढंग से व्यायाम को करने पर ही इसके लाभ मिल सकते है।

व्यायामों को करने के साथ साथ अपने खानपान पर भी ध्यान दे यह भी बहुत ज़रुरी होता है ताकि आपके शरीर में व्यायाम को करने की शक्ति बनी रहे। तभी आप व्यायामों को नियमित और अच्छी तरह से कर सकते है। साथ ही पर्याप्त नींद भी ले और पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन भी करे। नींद और पानी भी आपकी सेहत के लिए ज़रुरी होते है।

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