Benefits of Crying: कभी कभी कुछ देर रो लेना भी होता है सेहत के लिए लाभदायक
क्या आप जानते है की रोना भी हमारे लिए बहुत ज़रुरी होता है? यदि आप कुछ देर के लिए रो लेते हैं तो उसके भी कई फायदे आपको मिलते हैं। Effects of Crying से मिलने वाले फायदे आपकी सेहत के लिए बड़े लाभदायक होते हैं।
आपने बचपन से यह बात सुनी होगी की रोना बुरी बात होती है और हमें हमेशा हँसते रहना चाहिए। यह सही भी है की हमे हँसते रहना चाहिए। लेकिन आपको बता दे की रोना भी हमारे लिए ज़रुरी होता है। हंसने से तो हमें फायदे मिलते हीं हैं पर Advantages of Crying से भी हमें बहुत लाभ मिलता है।
हम तभी रोते है जब हमे कोई दुःख या फिर तकलीफ़ होती है। कुछ लोग बहुत ज्यादा परेशानियों के बावज़ूद कभी रोते नहीं हैं। ऐसा करने से मानसिक परेशानी उत्पन्न हो जाती है और एक घुटन जैसा महसूस होता है साथ हीं मन भारी भारी हो जाता है। ऐसा करना आपकी सेहत के लिए नुक़सानदेह हो सकता है। ऐसे समय में आँसू Health Tears की तरह कार्य करते हैं।
जब कभी भी रोने का मन करे तो अपने आंसुओ को बहने से मत रोकिये। अपने दिल की पूरी भड़ास को रो कर निकाल दे। ऐसा हम आपको करने को क्यों कह रहे है इसके लिए आप इस लेख को पढ़ कर समझ जायेंगे। आईये जानते है Benefits of Crying.
Benefits of Crying: जाने रोना क्यों है जरूरी और रोने के कैसे स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं
Health Benefits of Crying के फायदे जानने से पहले ये जानना जरूरी होता है की आखिर आँखों से बहने वाले आँसू आखिर कितने प्रकार के होते हैं। आइये जानते हैं इसके बारे में।
तीन अलग-अलग प्रकार के आँसू होते हैं:
- रिफ्लेक्स आँसू
- निरंतर आँसू
- भावनात्मक आँसू
आँसू आँखों में चिकनाई करते हैं और उन्हें संक्रमण से बचाने में मदद करते हैं। खासकर के भावनात्मक आँसू के कई स्वास्थ्य लाभ हो सकते हैं। भावनात्मक आंसू को Healing Tears भी कहते हैं जिसके बह जाने से मन हल्का महसूस करने लगता है।
रोने से आपको जो लाभ प्राप्त होते है वह आपके सेहत के लिए लाभकारी होते है जैसे –
तनाव को दूर करने में मददगार
- आजकल अधिकांश लोग तनाव से घिरे रहते हैं। आज बच्चों में भी तनाव को आसानी से देखा जा सकता है।
- यदि आप तनाव को कम करना चाहते है तो आप अच्छे से रो सकते है। यह आपके अंदर के स्ट्रेस को पूरी तरह से बाहर निकाल देता है और आप तनाव मुक्त हो जाते है।
- यदि आप आंसुओ को रोक लेते है या फिर दबा देते है तो इससे आपको हार्ट से संबंधित बीमारियाँ तथा ब्लड प्रेसर अनियमितता जैसी बीमारियाँ होने की संभावनाएं ज्यादा हो जाती हैं।
बच्चे को सांस लेने में मदद करता है
- गर्भ से बाहर निकलने पर बच्चे का पहली बार रोना बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। शिशुओं को गर्भ के अंदर अपना ऑक्सीजन मिलता है।
- एक बार बच्चे को डिलीवर करने के बाद, उन्हें अपने आप सांस लेना शुरू कर देना चाहिए। शिशु का पहली बार रोना उसके फेफड़ो में ऑक्सीजन जाने के लिए सहायक होता है।
- रोने से फेफड़ों, नाक और मुंह में किसी भी अतिरिक्त तरल पदार्थ को साफ़ करने में मदद मिलती है।
मन को साफ़ करे
- यदि आप कुछ देर अच्छे से रो लेते है तो इससे आपका मन साफ और हल्का महसूस करने लगता है। ऐसे में हम कह सकते हैं की Crying Relieves Stress.
- शोध में ऐसा पाया गया है की रोने से दिल और दिमाग दोनों ठीक तरीके से काम करना शुरू कर देते है। साथ ही आपके अंदर की निराशा और हताशा भी बाहर निकल जाती है जिसके कारण आप काफी बेहतर महसूस करने लगते है।
आँखों को ड्राई होने से बचाये
- रोना आँखों के लिए भी फ़ायदेमंद होता है। रोने से आंख से आंसू बहते है जिसके कारण आँखे अच्छे से साफ हो जाती है।
- साथ ही देखने में भी आसानी होती है। यह आँखों में ल्यूब्रिकेट की तरह कार्य करता है जिससे आंखे ड्राई होने से बची रहती है।
- कभी कभी आँखों में धूल के कण चले जाते है रोने से ये कण बाहर निकल जाते है जिसके कारण आँखों को हानि नहीं हो पाती है।
लोसोजोम बैक्टीरिया को खत्म करे
- आपको यह जानकर हैरानी होगी की रोने से बैक्टीरिया भी नष्ट हो जाते है।
- आंसुओ में लोसोजोम नामक तत्व होता है जो की बाहर से आने वाले बैक्टीरिया को 90 फीसदी तक ख़त्म करने की क्षमता रखता है।
दिल को हल्का करे
- रोने से दिल भी हल्का महसूस करने लगता है। यदि आपने बहुत समय तक कोई बात दिल में छुपा रखी है और उसके कारण आप दिन रात परेशान रहते है तो आपको दिल खोलकर रोना चाहिए।
- एक शोध में पाया गया है की दिल खोल कर रोने से दिल हल्का हो जाता है और आप शांति का अनुभव करते है। रोने से थकान भी दूर हो जाती है।
नाक भी होती है साफ
- जब हम रोते है तो उससे आँखों में आँसू और नाक से पानी आने लगता है।
- ऐसा होने से आंखे तो साफ़ होती ही है साथ में नाक में जो गंदगी उपस्थित रहती है वह भी नाक के द्वारा साफ हो जाती है।
इसके अन्य लाभ
दर्द को कम करने में मदद करे
- लंबी अवधि के लिए रोना ऑक्सीटॉसिन और एंडोजेनस निर्मित करता है जिसे एंडोर्फिन के नाम से भी जाना जाता है। यह रसायन शारीरिक और भावनात्मक दर्द दोनों को कम करने में मदद कर सकते हैं। एक बार एंडॉर्फिन जारी होने के बाद, आपका शरीर कुछ हद तक स्थिर हो सकता है। ऑक्सीटॉसिन आपको शांति या कल्याण की भावना दे सकता है।
दुःख को ठीक करने में मदद करता है
- शोक की अवधि के दौरान रोना विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। यह आपको किसी प्रियजन की हानि को स्वीकार करने में भी मदद कर सकता है। यदि आप उस समय नहीं रोते है तो यह आपके लिए हानिकारक हो सकता है। रोने से गहरे से गहरा दर्द दूर हो जाता है।
हाई ब्लड प्रेशर से बचाये
- रोना ब्लड प्रेशर के लिए भी लाभकारी होता है। यदि आप रोते है तो इससे आपका ब्लड प्रेशर बढ़ता नहीं है और दिल से जुड़ी समस्याएं भी नहीं होती है।
बच्चे की नींद में मदद करता है
- रोना रात में बच्चों को बेहतर नींद में भी मदद कर सकता है।
आपको डॉक्टर की मदद कब लेनी चाहिए?
- किसी चीज के जवाब में रोना जो आपको खुश या उदास बनाता है वह सामान्य और स्वस्थ है।
- यदि आप किसी दर्द या दुःख से बाहर निकलना चाहते है तो उस समय आपको रो लेना चाहिए उससे भागना नहीं चाहिए।
अत्यधिक रोना भी परेशानी का सबब बन सकता है, कुछ ऐसा है जो आपको अपने डॉक्टर के साथ चैट करना चाहिए। यदि रोना आपकी रोजमर्रा की गतिविधियों में हस्तक्षेप करना शुरू कर देता है, तो यह अवसाद का संकेत हो सकता है।
अवसाद के अन्य लक्षणों में शामिल हैं:
- उदासी या निराशा की भावनाएं
- चिड़चिड़ापन या निराशा की भावनाएं
- भूख में परिवर्तन या वजन का अनियमित तौर पर घटना या बढ़ना
- शक्ति की कमी
- सोने में परेशानी या बहुत सोना
- अस्पष्ट दर्द या पीड़ा
- मौत या आत्महत्या के विचार
अगर अब कोई पूछे Is Crying Healthy? तो आप इसका अच्छे से जवाब दे पाएंगे। यदि आप भी उपरोक्त लक्षणों से घिरे हुए है तो आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए ताकि वह आपको सही सलाह दे सके।