Pitta Dosh क्या होता है? जानिये इसे संतुलित करने के उपाय
स्वस्थ रहने के लिए शरीर में तीन दोष वात, पित्त, कफ को संतुलित रहना बहुत ही आवशयक होता है। शरीर को गर्मी देने वाला तत्व ही पित्त कहलाता है। पित्त शरीर का पोषण करने के साथ ही शरीर को बल भी प्रदान करता है।
कभी-कभी उल्टी करते समय जो हरे व पीले रंग का तरल पदार्थ मुँह के रास्ते बाहर आता है उसे पित्त कहा जाता है। पित्त का शरीर से टॉक्सिन बाहर निकालने में और पाचन की क्रिया में बहुत योगदान होता है।
अग्नि तथा जल तत्व से पित्त का निर्माण हुआ है| इसलिए इसे पित्त अग्नि भी कहा जाता है और जब शरीर में अग्नि तत्व की अधिकता हो जाती है तो इसे पित्त दोष कहते है।
जब आप खट्टा, गर्म व जलन पैदा करने वाले भोजन और नशीले पदार्थों का सेवन करने लगते है तो पित्त दोष का कारण बन सकता है। इसके अतिरिक्त तला हुआ, मसालेदार भोजन से भी पित्त दोष होता है। घरेलू उपचारो से इसका इलाज संभव है आइये जानते Pitta Dosh को दूर कैसे किया जा सकता है|
Pitta Dosh को कम करने के आसान एवं प्रभावी उपाय
Pitta Dosha Diet: पित्त दोष को दूर करने वाले आहार
- पित्त की समस्या में नींबू ,चुकंदर, और मूली खाना फायदेमंद माना जाता है|
- इसके अलावा अजवाइन और गाजर भी पित्त की समस्या को दूर करते है।
व्यायाम भी लाभदायक
- रोज व्यायाम करने से यह पित्त दोष को दूर करता है।
- व्यायाम शरीर को स्वस्थ रखने के साथ ही शरीर में बनने वाले पित्त रस की मात्रा को भी करता है जिससे पित्त दोष नहीं होता है।
पर्याप्त पानी पिए
- पानी शरीर को हाइड्रेट करता है। पित्त की समस्या भी यह दूर करता है|
- शरीर में तरल पदार्थ के संतुलन को बनाने में पानी सहायता करता है।
- पानी को गुनगुना करके पीने से ज्यादा फायदा होता है।
- यह पाचन को ठीक रखने के साथ साथ सर्दी जुखाम जैसी समस्या को दूर करता है।
न खाएं एसिड बनाने वाले पदार्थ
- खट्टे फल और अचार का ज्यादा सेवन करने सें बचें क्यूंकि इससे शरीर में पित्त रस ज्यादा बनता है।
- अपने भोजन में ऐसी चीजे शामिल करे जिसमे एसिड ना होI
- ज्यादा मसाले वाला खाना भी न खाये।
फैटी फूड्स न खाये
- जिन चीजों में फेट हो उसे ना खाने से आप फिट भी रहेंगे और पित्त की समस्या भी नहीं होगी।
- क्यूंकि फैटी फूड्स को पचाने के लिए हमारे पेट को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है, जिससे शरीर को कई प्रकार के नुक्सान होते है।
- फास्ट फूड, चिप्स और बाहर बिकने वाली तली चीजे न खाये।
धूम्रपान का त्याग करे
- धूम्रपान शरीर के लगभग प्रत्येक अंग को हानि पहुँचाता है।
- इससे कई प्रकार के रोग होते है साथ ही यह आसपास के लोगों के स्वास्थ्य पर भी असर करता है।
- धूम्रपान की वजह से पित्त की समस्या होती है।
अपनी लाइफस्टाइल सुधारे
- शरीर में जब पित्त रस की मात्रा ज्यादा होने लगती है तो कई समस्याएं उत्पन्न हो जाती है।
- इसके लिए जरुरी है की अपनी लाइफ स्टाइल में सुधार लाये।
- लाइफ स्टाइल को सुधारने के लिए सुबह व्यायाम कर सकते है उसके बाद नाश्ता अवश्य करे।
- पित्त दोष को दूर करने के लिए रात को समय पर जरूर सो जाए।
इलायची का सेवन
- जो लोग पित्त दोष से ग्रसित होते है उन्हें इलाइची का सेवन करना चाहिए।
- यह शरीर में ठन्डे मसाले की तरह काम करता है।
- और साथ ही यह लिवर की कार्य क्षमता को बढ़ाता है।
- इसी के साथ इसका प्रोटीन मेटाबोलिज्म को बढ़ाने में मदद करता है।
ब्राह्मी (Waterhyssop)
- ब्राह्मी एक बहुत ही गुणकारी हर्ब है जो बहुत तरह के फायदे पहुंचाने में सक्षम है।
- यह शाररिक और मानसिक दोनों प्रकारो के तनाव को दूर करता है।
- यह शरीर को ठंडा रखती है और पित्त के दोषों को दूर करती है।
- इसी के साथ यह शरीर में मेटाबोलिज्म सिस्टम को भी ठीक रखने में मददगार होती है।
- इसके अलावा ये एकाग्रता शक्ति, सिखने की क्षमता, और याददाश्त बढ़ाने में भी मदद करता है।
त्रिफला
- त्रिफला प्राकृतिक रूप से सभी प्रकार के दोषों को संतुलित और शुद्ध करने का गुण होता है।
- अगर त्रिफला का सेवन एक सीमित मात्रा में किया जाए तो यह पित्त दोष को दूर करने में काफी हद तक सक्षम होता है।
केसर
- केसर का सेवन करने से रक्त वाहिकाएं गर्मी उत्पन्न करती है।
- जिन लोगों को बढ़े हुए पित्त के कारण ऑर्थराइटिस, हेपेटाइटिस और मुंहासों की समस्या है उन्हें केसर का सेवन करना चाहिए।
- केसर में भरपूर मात्रा में एंटी ऑक्सीडेंट्स पाए जाते है।
- इसी के साथ यह सूजन और कैंसर से रक्षा करने में भी काफी मददगार होती है।
शतावरी
- शतावरी एक ऐसी गुणकारी जड़ी बूटी है जिसका सेवन काफी पुराने समय से किया जा रहा है।
- यह पित्त दोष को कम करने और साथ ही पित्त की समस्या से आराम दिलाने में काफी हद तक सक्षम है।
- इस वजह से इसका इस्तेमाल अपचन, इरिटेबल बाउल सिंड्रोम और हार्टबर्न के उपचार हेतु किया जाता है।
- इसी के साथ यह इम्यून सिस्टम को भी मजबूत बनाता है।
- यह बहुत अच्छी Home Remedies for Pitta है।
अन्य चीज़े
- पित्त दोष को बढ़ने से बचाने के लिए ज्यादा गर्म दूध का सेवन ना करें।
- ज्यादा अधिक गर्म चीज़ो का सेवन ना करे, खाने के पहले उसे नार्मल टेम्परेचर पर लाए।
- मीठे, सूखे, कसैले और कडवे पदार्थो का सेवन करें।
- खट्टे, नमक युक्त, चटपटे और तैलीय पदार्थों को खाने से बचें।
- ठंडक प्रदान करने वाले तेल से मालिश करें। नियमित मालिश से अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे।
पित्त दोष में इन बातों का रखें ध्यान
- 2 से 3 घंटो में कुछ न कुछ खाएं जिससे शरीर में अम्ल का स्तर बढ़ेगा नहीं।
- एल्कलाइन खाघ पदार्थ जैसे फल, सब्जियाँ, और अनाज का सेवन करें।
- पित्त दोष होने पर अधिक मात्रा में मटन का सेवन ना करे।
- इस समस्या में भरपूर पानी पिएं।
- अगर शरीर में पित्त दोष ज्यादा बढ़ जाता है तो चिड़चिड़ाहट, अधिक पसीना आना, अपचन की समस्या भी हो जाती है।
- आपको उन पदार्थो का सेवन करना चाहिए जो आपके शरीर को ठंडक पहुंचाए।
यहाँ आपने जाना Pitta Dosha Treatment in Hindi. इन सभी उपचारों को नियमित करने से आप पित्त की समस्या में राहत पा सकते है। साथ ही इन उपचारों से यह पूर्ण रूप से ठीक भी हो सकती है। ऊपर इस लेख में दिए सभी पदर्थो का सेवन करने से पित्त की समस्या में लाभ होगा और साथ ही यह सब चीज़े शरीर को ठंडक पहुंचाने का काम करेगी।